5 रुपये के चक्कर में गंवाएं 80000 रुपये

Cyber Fraud: 5 रुपये के चक्कर में गंवाएं 80000 रुपये, कहीं ये गलती आप ने भी तो नहीं कर दी – cyber-fraud

Cyber Fraud: एक महिला को ऑनलाइन सामान डिलीवर करने के लिए 5 रुपये की हैंडलिंग फीस के चक्कर में स्कैमर्स ने उसके खाते से 80,000 रुपये चुना लगा दिए। साइबर फ्रॉड में स्कैमर्स विक्टिमों के संपर्क में आने के लिए डार्क वेब से डाटा खरीदते हैं और सोशल मीडिया प्रोफाइल और व्हाइट पेज डायरेक्ट्रीज का भी उपयोग करते हैं। आप सभी को यह सावधानी बरतने की सलाह दी गई है और अपनी सुरक्षा के लिए कदम उठाने की अपेक्षा की गई है।

आप जरा सोचिए, आप ने किसी डिलीवरी के लिए 5 रुपये की हैंडलिंग फीस दी हो और इसके चक्कर में आप हजारों रुपये गंवा दें, तो क्या होगा? 

साइबर फ्रॉड की घटना आए दिन होती रहती है, जिसमें की ऐसी ही एक घटना सामने आई है। एक महिला ने ऑनलाइन सामान ऑर्डर किया था। वो प्रोडक्ट डिलीवर होने का इंतजार कर रही थी तभी उसे एक मैसेज मिला। यह मैसेज डिलीवरी बॉय की तरफ से था।

5 रुपये के चक्कर में चल गए 80,000 रुपये:

महिला को जो मैसेज मिला था उसमें लिखा था कि उसका पार्सल रेडी है लेकिन उसे 5 रुपये हैंडलिंग शुल्क देना होगा। मैसेज पढ़ते ही महिला ने 5 रुपये का भुगतान कर दिया। ऐसा करने से उसके अकाउंट से 80,000 रुपये काट गए। बता दें कि स्कैमर्स ने उसके डिलीवरी एड्रेस को वेरिफाई करने के लिए एक वेरिफिकेशन कॉल की थी। जब महिला ने लिंक का इस्तेमाल कर पेमेंट किया तो उसके अकाउंट से दो बार 40,000 रुपये काट लिए गए।

5 रुपये के चक्कर में गंवाएं 80000 रुपये

कैसे मिलती है स्कैमर्स को जानकारी?:

इस तरह के मामले तो आम हो गए हैं लेकिन सवाल यह उठता है कि आखिर स्कैमर्स को पता कैसे चलता है कि विक्टिम से कैसे कॉन्टैक्ट करना है। इसके लिए हैकर्स के पास कई तरीके होते हैं। इसमें डाटा उल्लंघन भी शामिल है, जहां स्कैमर्स डार्क वेब से चुराया गया डाटा खरीदते हैं। इसके अलावा सोशल मीडिया प्रोफाइल और व्हाइट पेज डायरेक्ट्रीज से भी डाटा को जमा किया जाता है।

इन सब से कैसे बचें?:

आप इस तरह रहें सुरक्षित:

  • जो व्यक्ति आपको कॉल कर रहा है उसे वेरिफाई जरूर करें। किसी भी पेमेंट को करने से पहले कॉलर का नाम, कंपनी और कॉन्टैक्ट डिटेल्स को अच्छे से वेरिफाई करें। अगर आपको उनकी ऑथेंसिटी के बारे में किसी भी तरह का कोई शक होता है तो फोन डिस्कनेक्ट कर दें। इसके साथ ही उनकी आधिकारिक वेबसाइट या फोन नंबर का इस्तेमाल कर सीधे कूरियर सर्विस से कॉन्टैक्ट या बात करें।
  • किसी भी तरह का अननोन लिंक पर क्लिक न करें। इस जानकारी को लेकर कई संस्थाओं और सरकार ने कई बार लोगों को आगाह किया है कि किसी भी अननोन लिंक पर बिना जानें पहचाने क्लिक न करें। आपको हमेशा लिंक को वेरिफाई करना चाहिए।
  • किसी भी अनधिकृत लेनदेन का पता लगाने के लिए अपनी बैंक डिटेल्स को लगातार रिव्यू करें। अगर आपको कई गलत ट्रांजेक्शन दिखती है तो उसे तुरंत बैंक को रिपोर्ट करें। ऐसे मामले में अकाउंट के पासवर्ड को भी बदल दें।
  • सिक्योरिटी सॉफ्टवेयर को हमेशा अपडेटेड रखें। मैलवेयर से बचाने के लिए अपनी डिवाइसेज पर एंटीवायरस और एंटी-मैलवेयर सॉफ्टवेयर को इंस्टॉल रखें।

 

Note:

|| मुझे उम्मीद है की आपको यह आर्टिकल (आलेख ), लेख Cyber Fraud: 5 रुपये के चक्कर में गंवाएं 80000 रुपये, कहीं ये गलती आप ने भी तो नहीं कर दी – cyber-fraud जरुर पसंद आई होगी। हमारी हमेशा से यही कोशिश रहती है की रीडर को तकनीक (Tech and Online Scam, Social Media Fraud) के विषय में पूरी सही जानकारी प्रदान की जाये ।

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By: KP

Edited  by: KP

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