Narayan Sakar Hari: हाथरस की घटना पर नारायण हरि सरकार ने कहा है कि वो बहुत ही अवसाद में हैं. और उन्होंने ये भी कहा है कि होनी को कौन टाल सकता है. और उन्होंने आगे कहा, “हम 2 जुलाई की घटना के बाद से बहुत ही अवसाद से ग्रसित हैं. वही नारायण हरि सरकार ने कहा है कि,लेकिन होनी को कौन टाल सकता है.जो आया है उसे एक दिन जाना ही है. भले कोई आगे कोई पीछे हो.” आप को बता दें कि हाथरस में एक सत्संग के दौरान 2 जुलाई को मची भगदड़ में 120 से अधिक लोगों की जान चली गई थी.
हाथरस की घटना पर नारायण हरि सरकार ने कहा
नारायण साकार हरि ने आगे कहा, “हमने अपने वकील डॉ एपी सिंह के माध्यम से कमेटी के महापुरुषों से भी ये विनती की थी कि दिवंगत आत्माओं के परिजनों और इलाजरत घायलों के साथ जीवन पर्यंत तन मन धन से खड़े रहने बात कही. जिसे सभी ने माना है. हम उन्हें धन्यवाद प्रेषित करते हैं. और अभी हम चिकित्सकों के परामर्श अनुसार स्वास्थ्य लाभ के लिए अपनी निजी प्रवास बहादुर नगर में हूं.”
IANS Exclusive
Kasganj, Uttar Pradesh: "My lawyer, AP Singh, and I, along with eyewitnesses, told about toxic spary is entirely true, and there is definitely some conspiracy involved… We trust the SIT and judiciary, and believe that truth will prevail and conspirators will be… pic.twitter.com/AG18go6MAc
— IANS (@ians_india) July 17, 2024
इससे पहले नारायण साकार हरि के वकील एपी सिंह ने कहा है, “नारायण साकार हरि आज यहां बहादुर नगर में हैं. वो यहां पर 2013 में आए थे. उसके बाद 2023 में एक दिन के लिए आए थे. 2023 में आकर उन्होंने यहां के लोगों को सबकुछ सौंप दिया था. सबकी इच्छा थी इसलिए वो यहां फिर आए हैं. यहां वो स्वास्थ लाभ भी लेंगे. नारायण साकार हरि चाहते हैं कि किसी के अभिभावक के चले जाने से अगर उनकी बहन बेटी पढ़ रही है तो उसकी शिक्षा अधूरी न रहे. अगर किसी का विवाह होना है तो विवाह में कोई कमी न रहे.”
इसके साथ ही एपी सिंह ने कहा है, “नारायण साकार हरि के स्वास्थ लाभ के दौरान उनके श्रद्धालुओं का यहां पर आना वर्जित है. हम चाहते हैं कि किसी भी तरह से यहां पर शासन और प्रशासन को परेशानी न हो. हम देशभर के श्रद्धालुओं से अपील करते हैं कि वो यहां आने का कष्ट न करें. यहां दर्शन का कोई भी प्रावधान नहीं है.”