Ram Navami : माना जाता है की राम नवमी के दिन ही भगवान राम का जन्म हुआ जो अयोध्या के राजा दशरथ और रानी कौशल्या के पुत्र थे। रामायण का जन्म महर्षि वाल्मीकि के द्वारा किया गया था, और उसके बाद से अनेकों लोगों ने इसे अलग-अलग भाषाओं में लिखा है, परंतु तुलसीदास जी का ‘रामचरितमानस‘ सबसे प्रसिद्ध है। राम नवमी के अवसर पर हम इस लेख के जरिए हम जानेंगे श्री राम के बारे में कुछ रोचक बाते
1. भगवान विष्णु के सातवें अवतार
भगवान राम को भगवान विष्णु के 10 अवतारों में सातवां अवतार माना जाता है। पहले भगवान विष्णु ने मत्स्य, कूर्म, वराह, नृसिंह, वामन, और परशुराम के रूप में अवतार लिया, फिर आये भगवान राम, फिर कृष्ण, बुद्ध और कल्कि के रूप में।
2. सबसे पुराने मानवीय देवता
भगवान राम को मानव रूप में पूजा जाने वाले सबसे पुराने देवता के रूप में माना जाता है, क्योंकि उनका जन्म त्रेता युग में हुआ था, जो करीब 1,296,000 साल पहले की बात है। उस समय भगवान विष्णु ने भगवान राम के अलावा वामन और परशुराम के रूप में भी अवतार लिया था।
3. भगवान राम का नामकरण
भगवान राम का नामकरण रघुवंशियों के गुरू महर्षि वशिष्ठ ने किया था। वशिष्ठ के अनुसार, “राम” शब्द दो शब्दो “अग्नि बीज” और “अमृत बीज” से मिलकर बना है। ये अक्षर हमारे मस्तिस्क, शरीर और आत्मा को शक्ति प्रदान करते हैं।
4. राम नाम का तीन बार उच्चारण
महाभारत में बताया है कि एक बार भगवान शिव ने कहा था कि राम का नाम तीन बार उच्चारण करना हजार देवताओं के नामों के उच्चारण के समान है यहाँ यह अद्भुत बात है कि भगवान शिव भी ध्यानावस्था में भगवान राम के नाम का ही उच्चारण करते हैं।
5. श्री राम को युद्ध में हराने वाला
भगवान हनुमान ने काशी के राजा “ययाति” की रक्षा के लिए भगवान राम से युद्ध किया था। ऋषि विक्रमादित्य के आदेश पर भगवान राम काशी के राजा को मारने के लिए आए थे। भगवान हनुमान ने काशी राजा की सहायता करने के लिए युद्ध में भगवान राम का नाम जपना शुरू कर दिया था। इस वजह से भगवान राम के तीरों का हनुमान पर कोई असर नहीं हुआ और भगवान राम को अपनी हार माननी पड़ी थी।
6. राम सेतु का निर्माण एवं लम्बाई
राम सेतु का निर्माण वानर सेना की मदद से किया गया था, जो भारत के तमिलनाडु के रामेश्वरम से शुरू होकर श्रीलंका के मन्नार तक बनाया गया था। इस पुल के मुख्य शिल्पी निर्माता “नल” और “नील” थे। इस पुल की लंबाई लगभग 30 किलोमीटर थी और इसे बनाने में 6 दिन का समय लगा था।
7. भगवान राम का अपहरण
रावण के भाई अहिरावण ने भगवान राम और लक्ष्मण का अपहरण किया था और महामाया देवी को बलि देने के लिए उन्हें पाताल लोक में ले गया था। लेकिन भगवान हनुमान ने अहिरावण को मारकर भगवान राम और लक्ष्मण को मुक्त कराया था।
8. भगवान राम द्वारा समाधि लेना
माता सीता ने पृथ्वी के अन्दर समाहित होकर अपने शरीर का परित्याग किया और उसके बाद भगवान राम ने सरयू नदी में जल समाधि लेकर पृथ्वीलोक का परित्याग किया। उन्होंने सभी को जीवन जीने के सही रास्ते का आदर्श प्रस्तुत किया। रामनवमी उन्हीं आदर्शों को याद करने और अपने जीवन में उन्हें अपनाने का दिन है। हमें इस रामनवमी पर भगवान राम के महान आदर्शों को अपनाने और उनके आशीर्वाद से अपने जीवन को सफल बनाने का संकल्प लेना चाहिए।