International Women Day : अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस जो की हर साल 8 मार्च को महिलाओं के  समाज में उनके जीवन में संघर्ष और सफलता को याद किया जाता है उनके राष्ट्र और समाज की सक्षमता में पुरुषों के साथ समान हिस्सेदारी को भी याद किया जाता है वे हर क्षेत्र में अपनी प्रतिभा बराबरी से प्रदर्शित कर रही हैं और समाज के उत्थान में योगदान दे रही हैं। हालांकि, आज भी कई जगह पर महिलाओं को समान सम्मान और अवसर नहीं मिल रहे हैं, जिसमें उनके अधिकारों की कमी एक बड़ा कारण है। समाज में इस बदलाव के माध्यम से ही हम वास्तविक समृद्धि की दिशा में आगे बढ़ सकते हैं।

ऐसे ही कई मामलों में अधिकारों की कमी से महिलाएं समान अवसर से वंचित रह जाती हैं। समाज में महिलाओं की भागीदारी को बढ़ावा देने और उन्हें उनके अधिकारों के बारे में जागरूक करने के लिए हर वर्ष अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जाता है। इस अवसर पर दुनियाभर में कई कार्यक्रमों का आयोजन होता है जो महिलाओं को उनके अधिकारों की महत्वपूर्णता के बारे में शिक्षित करते हैं। अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस का उद्देश्य महिलाओं को उनके योगदान की मान्यता दिलाना, समाज में समान सम्मान और कार्य के समान अवसर प्रदान करना है। इस महत्वपूर्ण दिन पर हम जानते हैं कि महिला दिवस कब है, इसका इतिहास, महत्व, और अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस 2024 की थीम क्या है।

कब है अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस 2024?

अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस, हर साल 8 मार्च को मनाया जाता है, जिसका उद्देश्य महिलाओं को सशक्त बनाना है। इस विशेष दिन का आयोजन वर्ल्डवाइड कई स्थानों पर होता है। इस महत्वपूर्ण दिन की शुरुआत 1909 में हुई थी और सिन्धिका की हड्डी कामगारों के अधिकारों की आवश्यकता को उजागर करने के लिए की गई थी।

महिला दिवस का इतिहास

1908 में अमेरिका में एक मजदूर आंदोलन ने एक नई राह दिखाई, जिसमें 15 हजार महिलाएं न्यूयॉर्क की सड़कों पर उतरीं और अपने अधिकारों की मांग की। उन्होंने नौकरी के समय में कमी और वेतन बढ़ाने का आवाज बुलंद किया। इस आंदोलन ने महिलाओं को मतदान का अधिकार भी मांगने का साहस दिखाया। सरकार ने इसे सुनते हुए, एक साल बाद 1909 में महिला दिवस को आधिकारिक रूप से मनाने का ऐलान किया।

8 मार्च को क्यों मनाते हैं ?

महिला दिवस की खास वजह 8 मार्च को है। अमेरिका में कामकाजी महिलाएं ने इसी दिन अपने अधिकारों की रक्षा के लिए आंदोलन किया था। 1917 में रूस की महिलाएं ने भी पहले विश्व युद्ध के दौरान ब्रेड और पीस के लिए हड़ताल की। सम्राट निकोलस के त्याग के बाद उन्हें मतदान का अधिकार मिला। इसके बाद यूरोप की महिलाएं ने भी 8 मार्च को पीस ऐक्टिविस्ट्स का समर्थन करते हुए रैलियां निकालीं। 1975 में संयुक्त राष्ट्र ने इसे अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के रूप में मान्यता दी।

महिला दिवस 2024 की थीम

महिला दिवस

2023 की ‘एम्ब्रेस इक्विटी’ (Embrace Equity) थीम ने लैंगिक समानता को ऊँचाइयों तक ले जाने का संकल्प किया, जबकि इस साल 2024 की ‘इंस्पायर इनक्लूजन’ (Inspire Inclusion) थीम ने समृद्धि और समानता की दिशा में सामर्थ्य को आगे बढ़ाया। इससे हर किसी को बराबरी का हक और सम्मान मिलने की ओर एक कदम है।

देश दुनिया की खबरों की अपडेट के लिए AVN News पर बने रहिए।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *