जम्मू-कश्मीर के पहलगाम के बैसरन में मंगलवार (22 अप्रैल) दोपहर करीब 2 बजकर 30 मिनट पर एक आतंकी हमला हुआ है. आतंकियों ने घुड़सवारी कर रहे पर्यटकों के ग्रुप को निशाना बनाया है. दर्जन भर से ज्यादा लोग इस हमले में घायल हुए है. वही सूत्रों के अनुसार, अब तक 26 लोगों की मौत हो चुकी है. इस भयंकर हमले में न केवल इंसान बल्कि कुछ घोड़े भी घायल हुए हैं, जिनको गोलियां लगी हैं. वही आतंकियों को पकड़ने के लिए सुरक्षाबलों ने सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया है. सीआरपीएफ (CRPF) की अतिरिक्त क्विक रिएक्शन टीम (QAT) घटनास्थल के लिए भेजा गया है. गृहमंत्री अमित शाह श्रीनगर पहुंच गए हैं.
दरअसल, कश्मीर में कुछ ऐसे इलाके भी हैं जहां पर आतंकवाद नजर नहीं आता, पहलगाम उसमें से एक ऐसा ही हिस्सा है. यहां पर पर्यटक बड़ी संख्या में पहुंचते हैं. वही मार्च महीने में हुई बर्फबारी के बाद सैकड़ों की तादाद में पर्यटक यहां लगातार पहुंच रहे हैं. पहलगाम के एक पहाड़ के टॉप पर ट्रैकिंग के लिए पर्यटक भी जाते हैं. वहां पर ये आतंकी हमला हुआ है. पर्यटकों पर वहां छुपे आतंकियों ने गोलीबारी की है.
घटनास्थल पर क्या हैं अभी ताजा हालात?
सूत्रों के अनुसार, वहां मरने वालों की संख्या 20 से बढ़कर 26 पहुंच गई है.
सूत्रों के अनुसार, इस आतंकी हमले में दो विदेशी नागरिकों की भी मौत हुई है.
आतंकियों की इस कायराना करतूत के खिलाफ पहलगाम में स्थानीय लोगों ने कैंडल मार्च निकाला है.
गृहमंत्री अमित शाह श्रीनगर पहुंच गए हैं. राजभवन में अमित शाह को सुरक्षा अधिकारी घटना को लेकर विवरण देंगे.
जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला अपने श्रीनगर आवास से पहलगाम के लिए रवाना हुए हैं.
#WATCH | Srinagar: J&K CM Omar Abdullah leaves from his residence as he departs for Pahalgam.
Terrorists opened fire on tourists in Pahalgam's Baisaran earlier today. Several tourists are feared dead. pic.twitter.com/A4CHPOro6u
— ANI (@ANI) April 22, 2025
पहलगाम आतंकी हमले को लेकर भारत में इजरायल दूतावास के प्रवक्ता गाइ नीर ने कहा है कि पर्यटकों पर हुए इस बर्बर आतंकी हमले से हम बेहद दुखी हूं.
आतंकवाद के खिलाफ इस लड़ाई में इजरायल भारत के साथ एकजुटता के सात खड़ा है.
उत्तरी सेना के कमान के चीफ लेफ्टिनेंट जनरल एमवी सुचेंद्र कुमार उदमपुर से श्रीनगर के लिए रवाना हो रहे हैं. वही रक्षा मंत्री के सूत्रों के अनुसार, यहां उन्हें स्थानीय फॉर्मेशन कमांडर्स मौजूदा स्थिति को लेकर विवरण देंगे.
सूत्रों के अनुसार, आतंकी हमले में 20 लोगों से ज्यादा की मारे जाने की आशंका है. हालांकि, अभी आधिकारिक आंकड़ा आना बाकी है. आधिकारिक तौर पर अभी एक की मौत की पुष्टि हुई है. सुरक्षाबलों द्वारा पहलगाम में एंटी टेरर ऑपरेशन शुरू किया गया है.
गृहमंत्री अमित शाह रात करीब 8 बजे श्रीनगर पहुंचेंगे. यहां वह अस्पताल में घायल हुए लोगों से मुलाकात करेंगे.
पहलगाम में हुए इस आतंकी हमले में मारे गए शख्स की पहचान कर्नाटक के शिमोगा जिले के मंजूनाथ के तौर पर हुई है. मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने मुख्य सचिव और डीजीपी तथा दिल्ली रेजिडेंट कमिश्नर के साथ आपात बैठक बुलाई है.
अनंतनाग पुलिस ने पर्यटकों के लिए 24*7 आपातकालीन हेल्प डेस्क की घोषणा की है.
पहलगाम आतंकी हमले पर आम आदमी पार्टी (AAP) के प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने कहा, “जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में पर्यटकों पर हुआ कायराना आतंकी हमला बेहद ही शर्मनाक और निंदनीय है. निहत्थे मासूमों को निशाना बनाना मानवता पर हमला है. इस दुःखद घड़ी में पूरा देश एकजुट है, पीड़ित परिवारों के साथ हमारी संवेदनाएं हैं और हम आतंक के हर रूप की कठोर शब्दों में भर्त्सना करते हैं. उच्च-स्तरीय बैठक के बाद अमित शाह शाम करीब सात बजे जम्मू-कश्मीर के लिए रवाना हो गए हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर ट्वीट कर पहलगाम में हुए आतंकी हमले का निंदा की. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लिखा, ‘जिन लोगों ने अपने प्रियजनों को खोया है, उनके प्रति मेरी संवेदनाएं हैं. इस घिनौने हमले के पीछे जो भी है उसे कटघरे में लाया जाएगा, उन्हें बख्शा नहीं जाएगा. आतंकवाद के खिलाफ हमारी लड़ाई की प्रतिबद्धता अटूट है और यह और भी मजबूत होगी’.
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने आतंकी हमले की निंदा की है. निर्दोष लोगों पर हुए हमले को कायरतापूर्ण बताया.
प्रधानमंत्री मोदी से हुई फोन पर बातचीत के बाद अमित शाह शाम को करीब सात बजे दिल्ली से जम्मू-कश्मीर के लिए रवाना होंगे.
पहगलाम में हुए आतंकी हमले को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमित शाह से फोन पर बात की है. प्रधानमंत्री ने शाह से उचित कदम उठाने को कहा है. प्रधानमंत्री ने शाह को घटनास्थल का दौरा करने को कहा है.
पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने आपात बैठक बुलाई है. बैठक में आईबी के गृह सचिव और गृह मंत्रालय के दूसरे अधिकारी मौजूद हैं. जम्मू-कश्मीर के लोग और जम्मू-कश्मीर के डीजीपी वर्चुअली इस मीटिंग में जुड़ रहे हैं.
जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने पहलगाम में हुए हमले को लेकर कहा कि वह स्तब्ध हैं. पर्यटकों पर किया गया हमला बेहद घृणित है. इस हमले के अपराधी दरिंदे हैं, अमानवीय हैं और तिरस्कार के पात्र हैं. श्रीनगर से लौट रहा हूं. घायल लोगों की निगरानी करने के लिए मेरे सहयोगी अस्पताल पहुंच चुके हैं.
घायलों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है. घायलों की संख्या अब 12 पहुंच गई है. जिसमें से चार की हालत गंभीर है. एक पर्यटक की मौत हो गई है.
बीजेपी नेता रविंदर रैना ने पहलगाम में हुआ आतंकी हमला को कायराना बताया है. रविंदर ने कहा कि पाकिस्तान के आतंकी भारतीय सुरक्षाबलों का सामना नहीं कर सकते, इसलिए निहत्थे और मासूम पर्यटकों को निशाना बनाया.
इस आतंकी हमले में एक शख्स की मौत हो गई है. घायलों का इलाज किया जा रहा है.
जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी चीफ महबूबा मुफ्ती ने पहलगाम में हुए आतंकी हमले की निंदा की. महबूबा ने कहा कि हमारी संवेदनाएं पीड़ितों और उनके परिवारों के साथ है.
खुफिया सुरक्षा एजेंसी सूत्रों के मुताबिक, इस हमले में TRF के आतंकी तंजीम का हाथ है. दो से तीन हमलावर पुलिस और आर्मी यूनिफॉर्म में थे. इस हमले के बाद आई तस्वीर में पर्यटक घबराए हुए दिख रहे हैं. वह अपने होटल की ओर तेजी से भागते हुए नजर आए.
पहलगाम से आए एक ताजा तस्वीर में एक महिला रोते हुए नजर आ रही हैं. महिला रो-रोकर बता रही हैं कि उनके बेटे को गोली लगी है. आसपास खड़े लोग उन्हें दिलासा दे रहे हैं.
आतंकी हमले के बाद सुरक्षाबल घटनास्थल पर पहुंच गए हैं. वही सुरक्षाबलों ने पर्यटकों से नहीं घबराने की अपील की है. वहीं, पहलगाम से आई ताजा तस्वीर में नजर आ रहा है कि कई स्थानीय लोग अपनी दुकान को बंद कर दिया है.
जम्मू और कश्मीर के पूर्व DGP एसपी वैद ने हमले को लेकर क्या कहा?
जम्मू और कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमला चिंताजनक खबर है. कुछ समय में अमरनाथ यात्रा भी आने वाली है और पहलगाम में ही बेस कैंप है. प्रदेश में टूरिज्म अभी पीक पर है. क्योंकि भारत के ज्यादातर इलाकों में भीषण गर्मी पड़ रही है.
ज्यादातर आतंकी टूरिस्ट पर हमला नहीं करते है. क्योंकि इसे स्थानीय लोगों के व्यापार पर असर पड़ेगा. ये पर्यटक जहां पहुंचे थे वो पहाड़ की ऊंचाई थी, सभी जगह पुलिसवाले नहीं पहुंच सकते. आतंकी को मौका मिला और उन्होंने पर्यटकों को टारगेट किया है.
कश्मीर घाटी और जम्मू के क्षेत्र में 90 फीसदी जो अभी आतंकी मौजूद हैं वह पाकिस्तान से इन्फिलिटरेट होकर अंदर आए हैं. लोकल आतंकी को सेंसिटिविटी रहती है, उनकी संख्या बेहद ही कम है.