गिद्धौर/जमुई। संवादाता बिक्की कुमार की रिर्पोट। गिद्धौर बाजार के दुकानदारों ने दिन में बाजार की तंग सड़कों से बालू लाद कर निकल रहे ट्रकों के आवागमन पर रोक लगाने की मांग डीएम अभिलाषा शर्मा से की है। बता दें कि गिद्धौर बाजार होकर कोल्हुआ, दाबिल, गरसंडा होकर जमुई को जोड़ने वाली बायपास सड़क है। महीनों पूर्व से इस बायपास सड़क पर गिद्धौर बाजार होकर बानपुर, दाबिल, चांगोडीह व कोल्हुआ गांव में बने बालू डंप यार्ड पर सैंकड़ो की संख्या में बालू लादने मालवाहक ट्रक पहुंचते हैं। खनन विभाग और स्थानीय प्रशासन की मिलीभगत से इन्हें खुली छूट भी दे दी गई है। दिन में हो रहे मालवाहक ट्रकों के परिचालन से गिद्धौर बाजार में पूरे दिन अफरातफरी का माहौल बना रहता है। हर समय बाजार से बालू लाद कर आ जा रहे सैंकड़ो ट्रकों से दुर्घटना की संभावना बनी रहती है, जिसे लेकर अब गिद्धौर बाजार के दुकानदारों ने जमुई डीएम से सुबह नौ बजे से रात के दस बजे तक मालवाहक ट्रको के परिचालन पर नो एंट्री लगाने की मांग की है।
गिद्धौर बाजार के सकरी सड़कों पर बालू लाद फर्राटा भरते है मालवाहक ट्रक
गिद्धौर के दुकानदारों में किशन वर्णवाल, राजीव वर्णवाल, प्रकाश मोदी, सुरेश मोदी, पंकज कुमार, गोपाल कुमार, सुखदेव वर्णवाल, सुबोध वर्णवाल, पप्पू कुमार, आरटीआई कार्यकर्ता विमल कुमार मिश्रा सहित अन्य ने कहा कि पिछले दो महीने से जिला प्रशासन से दिन में हो रहे बालू लदे ट्रको के परिचालन पर रोक लगाने की गुहार हम दुकानदारों द्वारा लगाई जा रही है। लेकिन जिला प्रशासन और स्थानीय प्रशासन कान में तेल डाल कर अब तक सोया हुआ है। रोजाना कोल्हुआ बायपास सड़क से बालू लाद कर दिन में हो रहे ट्रकों के परिचालन से गिद्धौर बाजार सहित लॉर्ड मिंटो टावर चौक के समीप जाम ही जाम लगा रहता है। लेकिन अब तक जिला प्रशासन द्वारा इस गंभीर समस्या पर विचार नहीं किया गया है। साथ ही आगे कहा कि विभाग और प्रशासन की आपस में मिलीभगत से बालू लदे ट्रको से मोटी रकम उगाही के चक्कर में दिन में भी बालू ढुलाई के लिए संवेदको को हरी झंडी दे दी गई है।
हर वक्त सड़क दुर्घटना का बना रहता है खतरा
इससे किसी भी वक्त पत्संदा बाजार में अनियंत्रित बालू लदे ट्रकों के चपेट में आ कर किसी भी वक्त स्थानीय दुकानदार सहित अन्य ग्रामीणों की जान जा सकती है। गिद्धौर के दुकानदारों ने जमुई डीएम अभिलाषा शर्मा से दिन दहाडे बालू लदे ट्रकों के दिन के समय हो रहे परिचालन पर रोक लगाने की मांग की है।