AVN News Desk Patna: लोकसभा चुनाव के नॉमिनेशन और पहले चरण का समय जैसे जैसे नजदीक आ रहा है , वैसे वैसे सभी पार्टियों में उम्मीदवारों का घोषणा शुरू कर दिया है। वही लंबे इंतजार के बाद आखिरकार चिराग पासवान ने अपनी पार्टी के पांच उम्मीदवारों की आधिकारिक तौर पर आज घोषणा भी कर दी है. लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) की तरफ से 5 उम्मीदवारों की लिस्ट आज जारी की गई है. वही इसमें पहले से तय हाजीपुर सीट पर चिराग पासवान का नाम है तो वहीं जमुई सीट पर नामांकन कर चुके चिराग के बहनोई अरुण भारती का नाम भी शामिल है.
इसमें सबसे दिलचस्प बात यह है कि चिराग पासवान ने उनसे बगावत करने वाली सांसद वीणा देवी को एक बार फिर से वैशाली से मौका दे दिया है. चिराग पासवान हमेशा वीणा देवी को लेकर खुले मंच से यह बात कहते रहे हैं कि गद्दारों को वो मौका नहीं देंगे लेकिन आखिरकार उन्होंने वीणा देवी को फिर से मौका दे दिया है.
लोकसभा चुनाव में शांभवी चौधरी और राजेश वर्मा को भी मौका
समस्तीपुर और खगड़िया से भी नए चेहरों को पार्टी ने मौका दिया है. चिराग पासवान ने अपनी पार्टी के लोगों पर भरोसा करने की बजाय बाहरी उम्मीदवार पर पुरा दांव लगाया है. अब तक उनकी पार्टी के साथ सक्रिय नहीं रहने वाली शांभवी चौधरी और राजेश वर्मा को चिराग पासवान ने मौका दिया है.
शांभवी चौधरी जनता दल यूनाइटेड के नेता है और बिहार सरकार के मंत्री अशोक चौधरी की बेटी भी हैं. वह पूर्व आईपीएस अधिकारी आचार्य किशोर कुणाल की बहू भी हैं और उनके बारे में पहले से जमुई लोकसभा से चुनाव लड़ने की चर्चा थी. हालांकि अब चिराग पासवान ने इन्हें समस्तीपुर की सुरक्षित सीट से उम्मीदवार बनाया है. शांभवी चौधरी पहली दफे राजनीति में कदम रख रही हैं और वह भी चिराग पासवान की पार्टी से उम्मीदवार बनकर चुनाव में उतर रही है.
राजेश वर्मा को खगड़िया से मौका
वही राजेश वर्मा को चिराग पासवान ने खगड़िया से उम्मीदवार बनाया है. राजेश वर्मा इसके पहले विधानसभा का चुनाव चिराग पासवान की पार्टी से लड़ चुके हैं, लेकिन उन्हें जीत नसीब नहीं हुई थी. बाद में उन्हें भागलपुर में जिलाध्यक्ष की जिम्मेदारी दी गई थी लेकिन उन्होंने इस जिम्मेदारी को नहीं निभाया था. अब एक बार फिर से उन्हें अचानक से ही खगड़िया का उम्मीदवार बना दिया गया है. चिराग पासवान की पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं के लिए भी ये नाम नाम चौंकाने वाला है.
आप को बता दें कि चिराग पासवान की पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अरुण कुमार ने दो दिन पहले ही नाराज होकर इस्तीफा दे दिया था और आगे आने वाले दिनों में चिराग पासवान की पार्टी छोड़ने वाले नेताओं की तादाद और बढ़ सकती है.