आज का दिन बिहार के किसानों और लोगों के लिए एक दर्दनाक आफत और कहानी बनकर रह गया। जहां एक ओर फसल पककर कटाई के लिए तैयार थी, वहीं दूसरी ओर आसमान से आई आफ़त ने सब कुछ तहस-नहस कर दिया। तेज़ आंधी, गरजते बादल और तेज़ हवाओं ने राज्य के हर जिले में लगभग तबाही मचा दी। गेहूं की फसल, जो किसानों ने अपने खून-पसीने से सींची थी, अब खेतों में बिछ चुकी है – गीली, खराब और बर्बाद।
बिहार के इन जिलों में आई तबाही का आंधी और वज्रपात
बिहार के जमुई जिले,नालंदा जिले और भोजपुर जिले समेत कई जिलों में गुरुवार दोपहर अचानक आए तूफान और मूसलाधार बारिश में 27 लोगों की मौत हो गई और कई घायल हो गए। इसके अलावा कई जगहों पर पेड़ उखड़ गए है। सीएम हाउस की ओर से जारी विज्ञप्ति में मरने वालों की संख्या 25 बताई गई है। सबसे ज्यादा (18) मौतें नालंदा में, 2 सिवान में, एक-एक कटिहार, दरभंगा, बेगूसराय, भागलपुर और जहानाबाद में हुईं है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गुरुवार को अपने गृह जिले नालंदा में 18 समेत दो दर्जन से ज्यादा लोगों की मौत पर दुख जताया है। उन्होंने प्रत्येक पीड़ित परिवार को अनुग्रह राशि के तौर पर 4 लाख रुपये देने की घोषणा की है। मुख्यमंत्री ने संबंधित अधिकारियों को घटना के दौरान घायल हुए लोगों का समुचित इलाज सुनिश्चित करने का भी निर्देश दिया है।
अधिकारियों ने बताया है कि बचाव अभियान अभी चल रहा है, स्थानीय निवासी और अधिकारी मलबे में फंसे लोगों तक पहुंचने के लिए अथक प्रयास कर रहे हैं। नालंदा के डीएम शशांक शुभंकर ने कहा है कि जिले में कुल 18 लोगों की मौत हो गई है, जबकि हजारों पेड़ उखड़ गए है। एक प्राचीन पीपल का पेड़ मंदिर पर गिर गया है, जहां भक्त जमा थे। पेड़ गिरने से मंदिर को काफी नुकसान भी हुआ है, मलबे में लोग दब गए है। छह लोगों की मौत भी हो गई, जबकि कई अन्य घायल हो गए है। सूत्रों ने कहा है कि नालंदा के नागवान गांव के बीचों-बीच में मलबे के नीचे कई महिलाएं और बच्चे फंसे हुए थे। रिपोर्टों के अनुसार, हालात तब और भयावह हो गया जब तूफान तेज हो गया और अपने साथ तेज़ हवाएं और लगातार बारिश लेकर आया था।
वही,दूसरी घटना गिरियाक थाना क्षेत्र के दुर्गापुर गांव में हुई है, जहां पेड़ गिरने से 10 वर्षीय बच्चे की मौत हो गई है। दूसरी घटना में मानपुर थाना क्षेत्र के नगवां गांव में पेड़ गिरने से एक युवक की मौके पर ही मौत हो गई है। अधिकारियों के अनुसार आपदा के बाद स्थानीय लोग बचाव और राहत कार्य में सबसे आगे रहे है। इस बीच स्थानीय पुलिस और अन्य संबंधित अधिकारी मौके पर पहुंचे और बचाव कार्य शुरू किया है। मलबा हटाया जा रहा है और घायलों को चिकित्सा सहायता मुहैया कराई जा रही है।
भोजपुर से खबर है कि तेज आंधी और बिजली गिरने से चार लोगों की मौत हो गई है। सहार प्रखंड के चौरी में दीवार गिरने से एक महिला और एक नाबालिग बच्चे समेत दो लोगों की मौत हो गई है। मृतकों की पहचान सुशीला देवी (45) और उनके पोते भुवर राम (10) के रूप में हुई है। नारायणपुर में टिन एस्बेस्टस के हवा में उड़ने और उसकी चपेट में आने से विद्यानंद शर्मा (65) की मौत हो गई है। उदवंतनगर थाना क्षेत्र के पियनिया व खलिसा गांव के बीच सड़क के लिए मिट्टी भराई का काम कर रहे ट्रैक्टर चालक कामेश्वर पासवान (58) की भी वज्रपात से मौत हो गई है।
बिहार के आरा रेलवे स्टेशन के पास बिजली के तार पर पेड़ गिरने से कुछ देर के लिए ट्रेनों की आवाजाही भी बाधित हुई है। आरा आरपीएफ इंस्पेक्टर दीपक कुमार ने बताया है कि बिहार के कुल्हरिया रेलवे स्टेशन के पास बिजली के तार पर पेड़ गिर गया, जिससे कुछ देर के लिए ट्रेनों की आवाजाही बाधित हुई है। वही जमुई जिले से मिली खबर के अनुसार सिकंदरा और खैरा प्रखंड में बिजली गिरने से रंजू देवी और यमुना तांती की 65 वर्षीय पत्नी समेत तीन लोगों की मौत हो गई है। वे अपने खेत में काम कर रहे थे। नवीनगर में भी ललिता देवी की मौत घर पर पेड़ गिरने से हुई है, जबकि अरवल में बिजली गिरने और पेड़ उखड़ने से दो लोगों की मौत हो गई है।