Bihar News: केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने बिहार दौरे के दौरान राष्ट्रीय जनता दल (RJD) प्रमुख लालू यादव और उनके परिवार पर जमकर निशाना साधा था. वही सोमवार को आरजेडी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने न्यूज एजेंसी आईएएनएस से बात करते हुए अमित शाह पर पलटवार किया है. वही मृत्युंजय तिवारी ने कहा है कि, “केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह बिहार के दो दिवसीय दौरे पर आए थे. वे गोपालगंज में 20 मिनट के अपने भाषण में 18 बार वो लालू प्रसाद यादव का नाम ले रहे थे. जिस प्रकार से तेजस्वी यादव का भय है, डर है, वह साफ दिख रहा था.
राजद प्रवक्ता ने कहा है कि अमित शाह एनडीए (NDA) के नेताओं के साथ मुख्यमंत्री आवास में बैठक करने गए और 15 से 20 मिनट में ही निकल लिए थे. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का सेहत अब जवाब दे रहा है. अब एनडीए (NDA) पूरी तरह से टेंशन में और कन्फ्यूजन में है. इसलिए केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह तय समय से पहले निकल लिए थे. वही भला 15 से 20 मिनट में 243 सीटों पर मंथन कैसे हो सकता है.
‘नीतीश कुमार पूरी तरह गड़बड़ा गए हैं’
मृत्युंजय तिवारी ने कहा है कि केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को एहसास और आभास है कि बिहार की जनता को अब बीमार राज्य नहीं, बल्कि रोजगार की भरमार वाला राज्य चाहिए. तेजस्वी यादव जब उप मुख्यमंत्री थे, उन्होंने ऐसा करके दिखाया था. वही अब भ्रष्टाचार और अपराधियों के बहार वाला बिहार नहीं, बल्कि तेजस्वी यादव के नेतृत्व में बढ़ता और विकसित बिहार बनेगा. अमित शाह इसमें कुछ भी नहीं कर सकते हैं, उनकी मजबूरी है. सीएम नीतीश कुमार पूरी तरह गड़बड़ा गए हैं.
‘लालू यादव ने अपने परिवार को सेट करने का काम किया’
बता दें कि केंद्रीय गृहमंत्री एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने अपने बिहार दौरे के दौरान लालू यादव के गृह जिले गोपालगंज में एक जनसभा को संबोधित किया था। इस दौरान उन्होंने लालू यादव और उनके परिवार पर भ्रष्टाचार को लेकर जमकर निशाना साधा था. वही केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा था कि, “लालू यादव ने अपने शासनकाल में भले ही बिहार के युवाओं को सेट करने का काम नहीं किया हो, लेकिन अपने परिवार को सेट करने का पूरा काम किया है. लालू यादव ने घोटाला किया और अपने परिवार के लोगों को सेट किया है.
‘बिहार के युवाओं को सेट नहीं किया’: केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह
अमित शाह ने कहा है कि लालू के दोनों बेटे पहले मंत्री बने और फिर मुख्यमंत्री बनने की तैयारी कर रहे हैं. एक बेटी सांसद हैं, दूसरी बेटी को लोकसभा चुनाव लड़ाया था. उससे पहले पत्नी को मुख्यमंत्री बनाया था. और राबड़ी देवी के दोनों भाई मंत्री बने और भाभी को भी नेता बनाया था. पूरे परिवार को सेट कर दिया, लेकिन बिहार के युवाओं को सेट नहीं किया है.