Asia Cup 2023 : एशिया कप 2023 के फाइनल मुकाबले की घड़ी आ गया है. इस बार एशिया कप का फाइनल मुकाबला भारतीय टीम और श्रीलंका टीम के बीच खेला जाना है. दोनों ही टीमों के बीच यह फाइनल मुकाबला 17 सितंबर यानी (रविवार) को कोलंबो के आर. प्रेमदासा स्टेडियम में इंडियन समयानुसार दोपहर तीन बजे से शुरू होगा. इस फाइनल मुकाबले में टीम इंडिया की कप्तानी रोहित शर्मा के हाथों में रहेगी, वहीं दासुन शनाका श्रीलंकाई टीम की कमान संभालेंगे.
क्या भारत खत्म करेगा पांच सालों का सूखा?
एशिया कप के वनडे फॉर्मेट में इंडिया-श्रीलंका के बीच 20 मैच खेले गए हैं जिसमें से भारतीय टीम ने 10 मुकाबले जीते, वहीं श्रीलंका को भी 10 मैचों में ही जीत मिली. टीम इंडिया अबतक ने 7 बार एशिया कप का खिताब जीता है और उनमें से 5 बार फाइनल में उसने श्रीलंका को ही शिकस्त दी है. जबकि 3 बार फाइनल में श्रीलंका ने भारतीय टीम को हराया है. इस बार फाइनल में इंडिया को जीता का प्रबल दावेदार माना जा रहा है. वैसे भी भारतीय टीम 5 सालों से किसी मल्टी नेशन टूर्नामेंट को नहीं जीत पाया है. आखिरी बार भारतीय टीम ने साल 2018 में मल्टी नेशन टूर्नामेंट में विजय हासिल की थी. तब उसने एशिया कप के फाइनल में बांग्लादेश को पटकनी दीया था.
एशिया कप के 39 साल के इतिहास की बात करें, तो भारत ने सबसे अधिक 7 बार टूर्नामेंट का खिताब जीता है. लेकिन अंतिम मुकाबले में बांग्लादेश के खिलाफ मिली हार के बाद कई सवाल उठने लगा हैं. फाइनल मैच के दौरान कोलंबो के प्रेमदासा स्टेडियम में बरसात की संभावना है. हालाकि फाइनल के लिए रिजर्व-डे रखा गया है. यानी आज मैच पूरा नहीं होता है, इसे सोमवार 18 सितंबर को पूरा कराया जाएगा. इससे पहले सुपर-4 राउंड में भी इंडिया और पाकिस्तान के मैच का फैसला रिजर्व-डे के दिन हुआ था. हालांकि कोलंबो में टीम इंडिया का रिकॉर्ड अच्छा नहीं है.
भारत ने कोलंबो के प्रेमदासा स्टेडियम में अब तक 2 एशिया कप के फाइनल खेले हैं और दोनों में उसे हार मिली है. इतना ही नहीं दोनों खिताबी मुकाबले में इंडिया टीम को श्रीलंका से ही हार मिली. आज भी खिताबी मुकाबला भारतीय टीम और श्रीलंका के बीच ही खेला जाना है. ऐसे में कप्तान रोहित शर्मा से लेकर विराट कोहली तक को सावधान रहना होगा. श्रीलंका के अपने प्रमुख गेंदबाजों के चोटिल होने के बाद भी टूर्नामेंट में अब तक कमाल का प्रदर्शन किया है. 19 साल से भारतीय टीम को कोलंबा में एशिया कप टाइटल का बेसब्री से इंतजार है.
1997 और 2004 में मिली हार
श्रीलंका ने भारतीय टीम को प्रेमदासा स्टेडियम में 1997 और 2004 में एशिया कप के फाइनल में हराया है. अगर 1997 की बात करें, तो श्रीलंका को फाइनल में 8 विकेट से जीत मिली थी. वही भारतीय टीम ने पहले खेलते हुए 7 विकेट पर 239 रन बनाए थे. श्रीलंका ने लक्ष्य को 36.5 ओवरों में 2 विकेट पर जीत हासिल कर लिया था. ओपनर बल्लेबाज मर्वन अट्टापटू मैच जिताऊ 84 रन बनाकर नाबाद रहे. और सनथ जयसूर्या ने 63 तो कप्तान अर्जुन रणतुंगा ने नाबाद 63 रन बनाए. 2004 के फाइनल में श्री लंकन टीम को 25 रन से जीत मिली.
टीम इंडिया के ऑलराउंडर अक्षर पटेल चोटिल हो गए
टीम इंडिया के ऑलराउंडर अक्षर पटेल चोटिल हो गए हैं। उनकी जगह वॉशिंगटन सुंदर को फाइनल के लिए कोलंबो में बुलाया गया है। हालांकि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) की तरफ से इसके लिए अब तक कोई बयान नहीं जारी किया है।
एशिया कप 2023 में भारत के लिए ओपनर शुभमन गिल ने पांच मैच में 275 रन बनाकर टॉप स्कोरर हैं। वहीं, कुलदीप यादव चार मैच मैं 9 विकेट लेकर टॉप विकेट टेकर हैं।
श्रीलंका की ओर से समर विक्रमा के नाम सबसे ज्यादा रन
श्रीलंकाई स्पिनर महीश तीक्षणा इंजरी के कारण फाइनल से बाहर हो गए हैं। श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड ने तीक्षणा की चोट पर अपडेट जारी किया है, जिसमें कहा गया है कि तीक्षणा फाइनल के लिए उपलब्ध नहीं होंगे।
श्रीलंका की ओर से एशिया कप 2023 में सबसे ज्यादा रन सदीरा समर विक्रमा के नाम है। मथीश पथिराना ने श्रीलंका के लिए सबसे ज्यादा विकेट लिए हैं।
बारिश की 90 फीसदी आशंका
कोलंबो में मंगलवार को बारिश की 90 फीसदी आशंका है। तापमान 31 से 25 डिग्री सेल्सियस तक हो सकता है।
पिच रिपोर्ट
कोलंबो के आर प्रेमदासा स्टेडियम की पिच आमतौर पर स्पिनरों के लिए मददगार ही रही है, साथ ही यहां पर बल्लेबाजों को भी अच्छी मदद मिलती है। दूसरी ओर, यहां तेज गेंदबाजों को इस मैदान पर मुश्किल होती है।
दोनों टीमों की पॉसिबल प्लेइंग-11
भारत: रोहित शर्मा (कप्तान), शुभमन गिल, विराट कोहली, केएल राहुल (विकेटकीपर), ईशान किशन, हार्दिक पंड्या, रवींद्र जडेजा, वॉशिंगटन सुंदर, कुलदीप यादव, जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद सिराज।
श्रीलंका: दसुन शनाका (कप्तान), पथुम निसांका, कुसल परेरा, कुसल मेंडिस (विकेटकीपर), सदीरा समरविक्रमा, चरिथ असालंका, धनंजय डी सिल्वा, दुशन हेमंथा, दुनिथ वेल्लालागे, प्रमोद मदुशन और मथीश पथिराना