Bhangarh Fort Story in Hindi : अलवर जिले के अरावली पर्वतमाला में स्थित भानगढ़ किला, एक रहस्यमय जगह है जिसकी गहरी और पुरानी कहानियों ने उसे भारतीय इतिहास का सबसे डरावनी जगह बना दिया है। इसके पास मान्यता है कि यहाँ भूतों का बसेरा है, लेकिन इसका असली रहस्य तक पहुंचने के लिए आपको इसे खुद देखना होगा। चलिए, इस प्राचीन किले की गहराईयों में खो जाते हैं और इसकी पूरी कहानियों से आपको परिचित कराते है…
भानगढ़ फोर्ट का इतिहास
यह किला, जिसे राजस्थान के भानगढ़ के रूप में जाना जाता है, अपनी प्राचीनता और ऐतिहासिक महत्व के लिए प्रसिद्ध है। इसका निर्माण लगभग 17वीं शताब्दी में हुआ था और यह मध्यकालीन भारतीय संस्कृति का एक नमूना माना जाता था। इसकी भव्यता और पहाड़ों से घिरावट ने इसे एक रहस्यमय जगह बना दिया है। इसके विशाल और पुरानी दीवारों ने इसे और भी डरावना बना दिया, जिसमें सूर्योदय और सूर्यास्त के समय किले में रुकने की कहानी सबसे मशहूर है।
भानगढ़ फोर्ट की कहानी
इस किले के पीछे एक रहस्मय कहानी है की किले के निर्माण से पहले, एक साधू ने राजा से एक शर्त रखी – कि किले की छाया उसके घर पर न पड़े। लेकिन शर्त का पालन न होने से, साधू ने किले को बर्बाद करने का श्राप दे दिया और किले को भूतिया किला बना दिया। इस घटना से भानगढ़ किला एक रहस्यमय और भूतिया किला बन गया है।
भानगढ़ से जुड़ी भूतिया कहानी
भानगढ़ किला को लेकर लोगों की विशेष धारणा है कि यह भारत की सबसे डरावनी जगहों में से एक है। कहीं-कहीं ऐसा सुनने को मिलता है कि यहां दिन के उजाले में भी जाने की कोई हिम्मत नहीं करता है। कुछ लोगों के अनुसार, यहां घूमने के लिए गए व्यक्ति रात के वक्त वह ठहरने पर वापस लौटकर नहीं आते हैं।
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इसके साथ ही, कुछ लोगों का मानना है कि इस किले से औरत की चीखें, चूड़ियां टूटने और रोने की आवाजें सुनाई जाती हैं। यहां जाने का अनुभव ऐसा लगता है जैसे कोई साया पीछा कर रहा हो।
आपको बता दें कि भानगढ़ किला दिल्ली से लगभग 283 किलोमीटर दूर है। अलवर रेलवे स्टेशन से टैक्सी या कैब लेकर आप आसानी से जा सकते हैं।