कांग्रेस सांसद राहुल गांधी 2024 का लोकसभा चुनाव अमेठी से लड़ेंगे. कांग्रेस पार्टी की उत्तर प्रदेश इकाई के प्रमुख अजय राय ने आज यह बात कही. अजय राय ने कहा, राहुल गांधी 2024 के लोकसभा चुनाव में अमेठी से लड़ेंगे.
प्रियंका गांधी के 2024 का चुनाव लड़ने की अटकलों पर अजय राय ने कहा कि वे जहां से चाहेंगी, वहां से चुनाव लड़ेंगी. अजय राय ने कहा कि,अगर प्रियंका गांधी वाराणसी से चुनाव लड़ना चाहती हैं तो हर कार्यकर्ता उन्हें जिताने का प्रयास करेगा.
उत्तर प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष नियुक्त हुए अजय राय
इससे पहले गुरुवार को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने अजय राय को तत्काल प्रभाव से उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी का प्रमुख नियुक्त किया था.
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की जानकारी में कहा गया है, कांग्रेस अध्यक्ष ने पूर्व विधायक अजय राय को तत्काल प्रभाव से उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी का अध्यक्ष नियुक्त किया है.
अजय राय 2014 और 2019 में वाराणसी से कांग्रेस के उम्मीदवार थे. वह दोनों बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से हारे थे.
प्रियंका गांधी को संसद में पहुंचना चाहिए कहना है : रॉबर्ट वाड्रा का
इससे पहले उद्योगपति रॉबर्ट वाड्रा ने अपनी पत्नी और कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी के लिए 2024 का आम चुनाव लड़ने की पुरजोर वकालत करते हुए कहा था कि अगर वे लोकसभा में आती हैं तो लोगों को अच्छा लगेगा. पार्टी उन्हें उत्तर प्रदेश के अमेठी या सुल्तानपुर से मैदान में उतार सकती है.
रॉबर्ट वाड्रा ने समाचार एजेंसी एएनआई से कहा, …मुझे लगता है कि प्रियंका को संसद में पहुंचना चाहिए और अगर वह लोकसभा में आएंगी तो लोगों को अच्छा लगेगा. चाहे वह अमेठी हो या सुल्तानपुर, जहां भी पार्टी को उचित लगे, मैं चाहूंगा कि वे लोकसभा चुनाव लड़ें.
अजय राय ने अमेठी से सांसद स्मृति ईरानी पर तंज कसते हुए कहा कि वे 13 रुपए में चीनी दिला रही थीं। अब 13 रुपए वाली चीनी कहां है?
और राय ने कहा- मैं राहुल गांधी का सिपाही हूं। अगले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस डंके की चोट पर जीतेगी। राहुल गांधी का संदेश घर-घर पहुंचाया जाएगा ।
अमेठी से लगातार 3 बार सांसद रह चुके हैं राहुल
राहुल गांधी अमेठी से तीन बार कांग्रेस सांसद रह चुके है और पहली बार 2004 में सांसद बने। इसके बाद 2009 और फिर 2014 में चुनाव जीते। 2009 में राहुल गांधी 3 लाख 50 हजार से भी ज्यादा वोटों से जीते थे। 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी नेता स्मृति ईरानी ने राहुल को खुली चुनौती दी, लेकिन राहुल गांधी चुनाव जीत गए।
2014 में राहुल को 4 लाख 8 हजार 651 वोट मिले। जबकि स्मृति ईरानी को 3 लाख 748 वोट मिले। उन्होंने स्मृति को 1 लाख 7 हजार वोटों के अंतर से हराया था, लेकिन 2019 में राहुल चुनाव हार गए। स्मृति ईरानी की चुनौती के बाद वे अपना गढ़ नहीं बचा पाए।
2019 के लोकसभा चुनाव में स्मृति ईरानी ने राहुल गांधी को 55 हजार 120 मतों के अंतर से हराया था, चुनाव में स्मृति को 4 लाख 67 हजार 598 वोट मिले थे। जबकि राहुल गांधी को 4 लाख 12 हजार 867 वोट मिले थे।
राहुल गांधी को इस हार की पहले से शायद आशंका थी इसलिए उन्होंने केरल की वायनाड सीट से भी नामांकन दाखिल किया था। वहां से राहुल बड़े मतों से जीतकर लोकसभा पहुंचे थे।
अजय राय का कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने किया स्वागत, एयरपोर्ट पर गूंजा हर-हर महादेव
दिल्ली से प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी पाकर वाराणसी पहुंचे अजय राय का सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने भव्य स्वागत किया। बाबतपुर एयरपोर्ट पर स्वागत करने के लिए भारी हुजूम उमड़ा। कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं ने नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष अजय राय पर जगह-जगह पुष्प वर्षा की। कांग्रेसियों ने हर-हर महादेव के नारों के साथ अपने नए प्रदेश अध्यक्ष का स्वागत किया।
अजय राय के स्वागत के लिए वाराणसी के साथ ही गाजीपुर, आजमगढ़, बलिया, जौनपुर, सोनभद्र, मिर्जापुर, भदोही, चंदौली, कौशांबी, प्रयागराज जिलों से भी जिला एवं महानगर अध्यक्ष और कांग्रेस नेता और कार्यकर्ता पहुंचे थे।
अजय राय ने कहा, ‘प्रदेश अध्यक्ष के तौर पर जमीनी कार्यकर्ताओं को महत्व देना, संगठन को क्रियाशील बनाना, दलितों, किसानों, महिलाओं, युवाओं और मध्यम वर्ग के लोगों को कांग्रेस से जोड़ना मेरा मुख्य लक्ष्य होगा। मेरा पहला लक्ष्य संगठन और लोकसभा चुनाव में पार्टी की शानदार वापसी को सुनिश्चित करना है।’
अजय राय का राजनीतिक सफर:
अजय राय गांधी परिवार के करीबी माने जाते हैं। 2012 में उनकी कांग्रेस में तब एंट्री हुई थी, जब दिग्विजय सिंह यूपी के प्रभारी और कांग्रेस महासचिव थे। 2015 में वाराणसी में अन्याय प्रतिकार यात्रा के दौरान हुए बवाल के बाद अजय राय को गिरफ्तार किया गया था। संतों के एक प्रतिकार आंदोलन में उन्हें गिरफ्तार कर फतेहगढ़ जेल में डालकर रासुका लगा दी गई थी। तब राय को 7 महीने से अधिक समय तक जेल में रहना पड़ा था। अभी भी यह मामला अदालत में विचाराधीन है।
अजय राय दो बार पीएम मोदी के खिलाफ वाराणसी से चुनाव लड़ चुके हैं। और इसके अलावा माफिया मुख्तार अंसारी को सजा दिलाने में उनका बड़ा योगदान रहा है। अवधेश राय हत्याकांड में वह पैरोकार थे। इसी हत्याकांड में मुख्तार को पहली बार उम्रकैद की सजा हुई है।