AVN News Desk New Delhi: कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने बेरोजगारी के मुद्दे को लेकर एक बार फिर से केंद्र सरकार पर हमला किया है. उन्होंने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर पोस्ट करते हुए कहा है कि बेरोज़गारी ही देश का सबसे ज्वलंत मुद्दा है और सरकार नौकरियां नहीं दे रही है.

देश का युवा पूछ रहा है दो करोड़ नौकरियां कहां गईं

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने रविवार को कहा है कि बेरोजगारी देश में सबसे ज्वलंत मुद्दा है. बीजेपी के नेतृत्व वाले केंद्र सरकार पर हमला करते हुए खड़गे ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट किया. इस पोस्ट में मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा है कि, “देश के युवा पूछ रहे हैं कि प्रति वर्ष दो करोड़ नौकरियां कहां हैं? भर्ती परीक्षाओं से नौकरी मिलने तक का सफ़र आखिर इतना जटिल क्यों हो गया है ?”

एक्स “X” पर पोस्ट कर सरकार को घेरा

उन्होंने कहा है कि देश में बेरोजगारी सबसे ज्वलंत मुद्दा है.’ उन्होंने जुलाई 2022-जून 2023 के आवधिक श्रम बल सर्वेक्षण (पीएलएफएस) का हवाला देते हुए कहा कि, “15-29 वर्ष की आयु के व्यक्तियों के लिए बेरोजगारी दर 10 प्रतिशत है.”

https://twitter.com/i/status/1738765915406340138

पीएलएफएस डेटा का हवाला देते हुए कहा कि, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने आगे कहा है कि देश में 15-19 वर्ष के आयु वर्ग में ग्रामीण बेरोजगारी जुलाई 2022-जून 2023 की अवधि में 8.3 प्रतिशत थी, जबकि इस अवधि में इसी श्रेणी के लिए शहरी बेरोजगारी 13.8 फीसदी थी.

इस पोस्ट में मल्लिकार्जुन खड़गे ने आगे कहा कि, “MSME सेक्टर को बर्बाद कर, करोड़ों युवाओं की नौकरियाँ छीन, उनका भविष्य को क्यों उजाड़ा गया ?’

लोकतंत्र को खत्म कर रही है सरकार-मल्लिकार्जुन खड़गे इससे पहले उन्होंने शुक्रवार को भी सरकार पर हमला करते हुए कहा कि, ‘मोदी जी और अमित शाह जी ने देश के लोकतंत्र और संविधान को खत्म करने का बीड़ा उठाया हुआ है.ये लोग दलितों, आदिवासियों, मजदूरों, महिलाओं और किसानों को कुचलने का काम कर रहे हैं. इसलिए हमने देश को बचाने के लिए INDIA गठबंधन (Indian National Developmental Inclusive Alliance) बनाया है.’

मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, ‘हमें सदन में नोटिस तक नहीं पढ़ने दिया जाता है, तो क्या मैं ये कहूं कि मोदी सरकार दलित को बोलने भी नहीं देती है ! संविधान से हमें बोलने की आजादी मिली है. ये आजादी हमें महात्मा गांधी जी, पंडित जवाहर लाल नेहरू जी और डॉ. अंबेडकर जी ने दी है. विपक्षी सांसदों को आपने सदन से बाहर निकाल दिया और सारे कानूनों को बिना किसी विरोध के पास कर लिया है. ये लोकतंत्र के लिए बिलकुल अच्छा नहीं है.’

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