एवीएन न्यूज डेस्क नई दिल्ली: देश के पांच राज्यों में विधान सभा चुनाव की तारीखों का एलान हो चुका है। मिजोरम, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और राजस्थान में तो इस समय सरगर्मियां बहुत तेज हैं और सभी दल के नेताओं के जुवानी जंग भी खूब चल रहा है। इस बीच, राजस्थान में ईडी यानी प्रवर्तन निदेशालय की हालिया छापेमारी को लेकर विवाद भी बहुत तेज हो गया है। विपक्षी पार्टियां पहले से ही मोदी सरकार पर केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग का आरोप लगाती रही हैं। अब इस ताजा कार्रवाई को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे भी भड़क गए हैं। उन्होंने कहा है कि कांग्रेस इन छापेमारी से नहीं डरेगी और एक दिन भाजपा (BJP ) को भी इसे झेलना पड़ेगा।
मल्लिकार्जुन खरगे ने आगे कहा है कि ‘वे (बीजेपी) गहलोत के चुनाव को बर्बाद करना चाहते हैं और कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं और नेताओं को डराना चाहते हैं। वह ऐसा हमेशा करते हैं लेकिन हम इससे नहीं डरेंगे और इसका मजबूती से सामना करेंगे। वह जो भी कर रहे हैं, वह सही नहीं है। हम 50 सालों से राजनीति कर रहे हैं लेकिन चुनाव के दौरान कभी भी ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) , सीबीआई (केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो) की छापेमारी नहीं हुई। लेकिन आज हो रही है क्योंकि वह सीएम से डरे हुए हैं लेकिन एक दिन उन्हें भी इसे झेलना पड़ेगा।’
अशोक गहलोत ने भी लगाया था बीजेपी सरकार पर आरोप
शुक्रवार को राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी भाजपा सरकार (बीजेपी) पर हमला बोला था। उन्होंने आरोप लगाया था कि भाजपा गुंडागर्दी कर रही है। केंद्र सरकार ने जांच एजेंसियों के माध्यम से देश में आतंक पैदा कर दिया है। अशोक गहलोत ने देश के हालात को चिंताजनक बताते हुए कहा था कि भाजपा को लोकतंत्र में अपनी नीतियों, व्यवहार और सिद्धांतों के माध्यम से लोगों का दिल जीतने की कोशिश करनी चाहिए लेकिन वह ‘गुंडागर्दी’ (Hooliganism) का सहारा ले रही है।
वहीं, कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने राजस्थान में केंद्र सरकार की एजेंसियों द्वारा की गई छापेमारी के समय और उद्देश्य के बारे में संदेह जताया था। साथ ही यह भी कहा था कि भाजपा (बीजेपी) राजस्थान विधानसभा चुनाव से पहले असुरक्षित महसूस कर रही है।
गौरतलब है कि ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) ने गुरुवार को राजस्थान में मंत्री गोविंद सिंह डोटसारा के जयपुर, सीकर स्थित स्थानों पर छापेमारी की थी। इसके अतिरिक्त, कथित तौर पर डोटासरा से जुड़े एक कोचिंग सेंटर की भी तलाशी ली गई है। इतना ही नहीं, ईडी (ED) ने विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (फेमा) मामले में पूछताछ के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत को भी तलब किया है। आप को बता दें कि राजस्थान विधानसभा की सभी 200 सीटों के लिए मतदान एक ही चरण में होना है। यह 25 नवंबर को होगा। वहीं, वोटों की गिनती 3 दिसंबर को होगी।
जैसे जैसे मतदान का समय सामने आएगा वैसे वैसे चुनावी पारा और चढ़ेगा और जब तक चुनाव खतम ना हो जाए तब तक नेता जी का तमाशा देखते रहिए .