AVN News Desk New Delhi: पंजाब और हरियाणा समेत उत्तर-पश्चिम, मध्य और पूर्वी भारत के 12 राज्यों में लू की स्थिति जारी रहने की अभी संभावना है। अगले तीन दिनों के दौरान गर्मी की भयंकरता से राहत अभी नहीं मिलेगी। उसके बाद धीरे-धीरे कुछ कमी आएगी।

पंजाब और हरियाणा समेत उत्तर-पश्चिम, मध्य और पूर्वी भारत

भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने रविवार को कहा है कि पंजाब, चंडीगढ़, हरियाणा, दिल्ली, जम्मू संभाग, हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, मध्य प्रदेश, विदर्भ, छत्तीसगढ़ और ओडिशा में कुछ जगहों पर सोमवार को भी लू चल सकती है। बीते 24 घंटे के दौरान भी इन राज्यों के साथ ही झारखंड में भी प्रचंड यानी खूब गर्मी महसूस की गई है। वही अगले तीन दिन के दौरान उत्तर भारत में अधिकतम तापमान में दो से तीन डिग्री तक की वृद्धि भी हो सकती है। इस बीच, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उच्चस्तरीय बैठक में गर्मी की स्थिति और मानसून से निपटने की तैयारियों की समीक्षा की। पीएमओ के मुताबिक, प्रधानमंत्री मोदी ने अस्पतालों और अन्य सार्वजनिक स्थानों का अग्नि ऑडिट और विद्युत सुरक्षा ऑडिट नियमित रूप से करते रहने का भी निर्देश दिया है। बैठक में पीएम को बताया गया इस साल देश के अधिकतर भागों में मानसून के सामान्य और सामान्य से ऊपर रहने भी का अनुमान है ।

पंजाब

राजस्थान के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश भी हुई

राजस्थान के कुछ हिस्सों में रविवार को गरज के साथ हल्की बारिश हुई है। राज्य के कई क्षेत्रों में सुबह साढ़ आठ बजे तक एक से पांच एमएम तक बारिश दर्ज की गई। बीकानेर, जयपुर, भरतपुर, अजमेर और जोधपुर मंडलों में अभी और बारिश होने की संभावना जताई गई है। अधिकतम तापमान के भी 45 डिग्री सेल्सियस से कम ही रहने की संभावना जताई गई है। अभी तक तापमान 45-50 डिग्री के बीच बना हुआ था।

केरल के एर्नाकुलम में बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी

वही उत्तर भारत गर्मी की चपेट में है तो दक्षिण भारत राज्य केरल में भारी बारिश हो रही है। मौसम विभाग ने राज्य के एर्नाकुलम जिले में बारिश को लेकर ऑरेंज अलर्ट (Orange Alert) जारी किया है। साथ ही 11-20 सेंटीमीटर के बीच बारिश होने की संभावना जताई है।

असम में बाढ़ से 6 लाख लोग प्रभावित

असम में बाढ़ की स्थिति अब भी पूर्ववत बनी हुई है। 10 जिलों के छह लाख से अधिक लोगों का जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। राज्य के विभिन्न इलाकों भारी बारिश के कारण नदियां उफान पर हैं, जिसके चलते कई क्षेत्रों को खाली कराकर लोगों को सुरक्षित स्थानों में भेजा गया है। अधिकारियों ने रविवार को बताया कि यहां कोपिली, और वही कुशियारा और बराक नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। हैलाकांडी होजाई, मोरीगांव, नागांव, कछार, करीमगंज, डिब्रूगढ़, गोलाघाट, कार्बी आंगलोंग पश्चिम व दीमा हसाओ के लोग प्रभावित हैं।

गर्मी ने बढ़ाई मांग बिजली खपत

इस बीदेश में बिजली की खपत मई में एक साल पहले की समान अवधि की तुलना में लगभग 15 फीसदी बढ़कर 156.31 अरब यूनिट (बीयू) पहुंच गई है। इसका प्रमुख कारण देश के विभिन्न हिस्सों में पड़ रही भीषण गर्मी है। गर्मी से बचने के लिए एयर कंडीशनर और कूलर जैसे उपकरणों का इस्तेमाल बढ़ा है। मई, 2023 में बिजली खपत 136.50 अरब यूनिट थी।

वही सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, इस साल मई में एक दिन में बिजली की अधिकतम आपूर्ति भी बढ़कर 250.07 गीगावाट के सार्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गई है। एक साल पहले इसी महीने में यह 221.42 गीगावाट थी। और बिजली मंत्रालय ने पिछले महीने मई के लिए दिन में 235 गीगावाट व शाम में 225 गीगावाट और जून के लिए दिन में 240 गीगावाट और शाम के समय 235 गीगावाट बिजली की अधिकतम मांग का अनुमान लगाया था।

विशेषज्ञों ने कहा है कि जून के पहले दिन के आंकड़े से स्पष्ट संकेत मिलता है कि पूरे महीने बिजली की मांग मजबूत बनी रहेगी। वही जून, 2023 में अधिकतम बिजली मांग 224.10 गीगावाट दर्ज की गई थी।

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