AVN News Desk,Rajya Sabha MPS To Retire: 2024 यानी इस साल राज्यसभा के 68 सदस्य रिटायर होने हैं. इनमें से 3 सांसदों का कार्यकाल 27 जनवरी को ही पूरा हो चुका है, जबकि 65 सदस्यों को अभी और रिटायर होना बाकी है. ऐसे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने निवर्तमान राज्यसभा सदस्य पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह समेत इस साल रिटायर होने वाले सभी राज्यसभा सदस्यों को विदाई दी थी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि डॉ. मनमोहन सिंह ने इतने लंबे समय तक जिस तरह से इस सदन और देश का मार्गदर्शन किया है उसके लिए उन्हें हमेशा ही याद किया जाएगा.
इस साल उत्तर प्रदेश से सबसे ज्यादा राज्यसभा सांसद रिटायर होने वाले हैं. यहां से 10 राज्य सभा सांसदों का कार्यकाल पूरा हो रहा है. इसके बाद ही बिहार और महाराष्ट्र के छह-छह सांसदों का कार्यकाल भी पूरा होगा. वहीं, मध्य प्रदेश और बंगाल के भी पांच-पांच राज्यसभा सांसद का अपना कार्यकाल पूरा करेंगे.
इसके अलावा कर्नाटक और गुजरात के चार-चार सांसदों का कार्यकाल भी इस वर्ष पूरा हो रहा है. राज्यसभा में 4 मनोनीत सदस्य भी इस साल रिटायर होंगे. आंध्र प्रदेश, ओडिशा , तेलंगाना और केरल के तीन-तीन सदस्यों की राज्यसभा से विदाई होगी, जबकि झारखंड और राजस्थान से दो-दो और हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, सिक्किम और उत्तराखंड से भी एक-एक राज्यसभा सांसद को रिटायर होना है.
2024 में कब रिटायर होंगे राज्यसभा सांसद?
इन सभी 65 सदस्यों में से एक सदस्य 23 फरवरी को, 55 सदस्यों को 2-3 अप्रैल और 2 सदस्यों को मई में रिटायर होना है. इसके अलावा 1 से 13 जुलाई के बीच 7 राज्यसभा सांसदों का कार्यकाल भी पूरा होगा.
सबसे ज्यादा भाजपा के सांसद होंगे रिटायर
जिन सांसदों का कार्यकाल इस वर्ष पूरा हो रहा है. उनमें से सबसे ज्यादा 32 भारतीय जनता पार्टी के हैं. इसके बाद कांग्रेस पार्टी के 11, टीएमसी के 4, बीआरएस के 3 सांसद शामिल हैं. इसके अलावा जेडीयू, बीजेडी और आरजेडी के दो-दो सदस्य भी रिटायर हो रहे हैं. इनके अलावा एनसीपी, एसपी, शिवसेना, टीडीपी, वाईएसआरसीपी, एसडीएफ, सीपीआई, सीपीआईएण और केरल कांग्रेस के एक-एक सांसद इस साल अपना कार्यकाल पूरा करेंगे.
रिटायर होने वालो में कुछ प्रमुख सदस्य
रिटायर होने वाले 65 सांसदों में भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह, सुधांशु त्रिवेदी, जया बच्चन, अभिषेक मनु सिंघवी, प्रकाश जावड़ेकर और सुशील कुमार मोदी शामिल हैं.

रिटायर होने वाले केंद्रीय मंत्री
रिटायर होने वाले कुल सासंद में केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री मनसुख मंडाविया, शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्री नारायण राणे, संसदीय कार्य मंत्रालय में राज्य मंत्री वी मुरलीधरन, इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय में राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर, पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेंद्र यादव और मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री परषोत्तम रूपाला जैसे नाम शामिल हैं.

ऐसे होता है राज्यसभा चुनाव
राज्यसभा सांसदों के लिए चुनाव की प्रक्रिया अन्य चुनावों से काफी अलग है। राज्यसभा के सदस्य अप्रत्यक्ष रूप से चुने जाते हैं यानी जनता नहीं बल्कि विधायक इन्हें चुनते हैं। राज्यसभा चुनाव में सासंद सदस्य की जीत के लिए कितने वोटों की जरूरत होती है, ये पहले से ही तय होता है।
वोटों की संख्या का कैलकुलेशन कुल विधायकों की संख्या और राज्यसभा सीटों की संख्या के आधार पर होता है। इसमें एक विधायक की वोट की वैल्यू 100 होती है।
कुल विधायक x 100/ राज्य सभा की सीटें +1=?+1
एक विधायक के वोट की वैल्यू 100 होती है । और एक उम्मीदबार को जीत के 38 विधायको की वोटों की जरूरत होगी।
मोदी सरकार को इस कार्यकाल में राज्यसभा में बहुमत नहीं है: लोकसभा चुनाव से पहले ही 56 सांसद रिटायर होंगे, इनमें 30 भाजपा से
मोदी सरकार इस कार्यकाल में राज्यसभा में बहुमत हासिल नहीं कर सकेगी। तीन राज्यों में विधानसभा चुनाव में जोरदार जीत के भी बावजूद भाजपा उच्च सदन में सदस्य संख्या बढ़ाने की स्थिति में नहीं है। दूसरी ओर, तेलंगाना में जीतने से कांग्रेस पार्टी को दो अतिरिक्त सीटें मिल जाएंगी।
लोकसभा चुनाव अगले साल अप्रैल में होने हैं। उससे पहले राज्यसभा के 56 सदस्य रिटायर होंगे। इनमें से सबसे ज्यादा 30 सदस्य बीजेपी के ही हैं। इस समय राज्यसभा में कुल सदस्य संख्या 239 है और भाजपा 93 सदस्यों के साथ सबसे बड़े पार्टी है। 30 सदस्यों के साथ कांग्रेस दूसरे स्थान पर है।