AVN News Desk: पीएम नरेंद्र मोदी आज माया नगरी मुंबई को देश के सबसे लंबे समुद्री ब्रिज अटल सेतु की सौगात देंगे. ये पूरा ब्रिज 21.8 किलोमीटर लंबा है. इसमें 16.5 किमी समुद्र पर और 5.5 किमी जमीन पर बना है. कुल 6 लेन में आवागमन होगा. इस ब्रिज की सौगात मिलने से मुंबई और नवी मुंबई वालों को लंबे चक्कर और जाम से निजात मिलेगा. अटल ब्रिज पर यात्रा करने वालों वाहनों को सिर्फ 250 रुपए का टोल चुकाना होगा.

अटल सेतु
पीएम नरेंद्र मोदी फाइल फोटो

पीएम नरेंद्र मोदी शुक्रवार को महाराष्ट्र का दौरा करेंगे. वे दोपहर करीब 12:15 बजे नासिक पहुंचेंगे, जहां वे 27वें राष्ट्रीय युवा महोत्सव का उद्घाटन भी करेंगे. दोपहर करीब 3:30 बजे प्रधानमंत्री मुंबई में ‘अटल बिहारी वाजपेयी सेवारी-न्हावा शेवा अटल सेतु’ का उद्घाटन करने वाले हैं. शाम करीब 4:15 बजे प्रधानमंत्री नवी मुंबई में कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन भी करेंगे और आधारशिला रखेंगे.

पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई सेवारी – न्हावा शेवा अटल सेतु

मुंबई ट्रांसहार्बर लिंक (एमटीएचएल) का नाम अब ‘अटल बिहारी वाजपेयी सेवारी-न्हावा शेवा अटल सेतु’ रखा गया है. यह अब तैयार हो चुका है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिसंबर 2016 में इस पुल का शिलान्यास किया था. अब वह इसका उद्घाटन भी करेंगे. अटल सेतु का निर्माण 17,840 करोड़ रुपये से भी ज्यादा की लागत से किया गया है. यह पुल लगभग 21.8 किमी लंबा है और 6-लेन वाला है. 16.5 किमी लंबा समुद्र के ऊपर और करीब 5.5 किमी जमीन पर बना है. यह भारत का सबसे लंबा पुलो में है, जो कि देश का सबसे लंबा समुद्री ब्रिज भी है. यह मुंबई अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे और नवी मुंबई अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे को कनेक्टिविटी प्रदान भी करेगा. मुंबई से पुणे, गोवा और दक्षिण भारत की यात्रा में लगने वाले समय को भी काफी हद तक कम करेगा. यह मुंबई बंदरगाह और जवाहरलाल नेहरू बंदरगाह के बीच कनेक्टिविटी को और बेहतर बनाएगा. अटल बिहारी सेतु आज से आम लोगों के लिए भी खोल दिया जाएगा.

अटल सेतु
अटल सेतु फोटो….

देश के सबसे लंबे समुद्री ब्रिज के बारे में 10 सबसे बड़ी बातें…..

1. मुंबई और नवी मुंबई की बीच की दूरी सिर्फ 20 मिनट में तय हो सकेगी. अभी के समय में दो घंटे का वक्त लगता था. अटल बिहारी सेतु से मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट और नवी मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट के बीच कनेक्टिविटी भी मिलेगी. मुंबई से पुणे, गोवा और दक्षिण भारत की यात्रा का समय भी कुछ हद तक कम हो जाएगा.

2. अटल बिहारी सेतु के निर्माण में करीब 177,903 मीट्रिक टन स्टील और 504,253 मीट्रिक टन सीमेंट का इस्तेमाल किया गया है.

3. यह पुल लगभग 18,000 करोड़ रुपये की लागत से बनाया गया है. उम्मीद है कि इसके पूरा होने पर प्रतिदिन लगभग 70,000 वाहन चलेंगे और इसकी आयु 100 वर्ष चलता रहेगा.

4. वाहन चालकों को अटल बिहारी सेतु पर अधिकतम 100 किमी प्रति घंटे की स्पीड से यात्रा करने की ही अनुमति होगी. समुद्री ब्रिज पर भारी वाहन जैसे, बाइक, ऑटो रिक्शा और ट्रैक्टर की अनुमति बिल्कुल नहीं होगी.

5. मानसून के दौरान उच्च-वेग वाली हवाओं का सामना करने के लिए विशेष रूप से लाइटिंग पोल भी डिजाइन किए गए हैं. बिजली से होने वाली संभावित सभी क्षति से बचाने के लिए लाइटिंग प्रोटेक्शन सिस्टम भी लगाया गया है.

6. सेवरी से 8.5 किमी लंबा नॉइज बैरियर स्थापित किया गया है, क्योंकि यह पुल का हिस्सा फ्लेमिंगो प्रोटेक्टेड एरिया और भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र से होकर ही गुजरता है.

7. 2018 से परियोजना को पूरा करने के लिए कुल 5,403 मजदूरों और इंजीनियरों ने रोजाना दिन रात काम किया है. परियोजना पर काम करने के दौरान सात मजदूरों की जान भी चली गई.

8. अटल सेतु को मुख्य मुंबई-पुणे एक्सप्रेसवे से जोड़ने के लिए ही डिजाइन किया गया है, जो राज्य के दो सबसे बड़े शहरों के बीच कनेक्टिविटी को और बढ़ाएगा.

9. समुद्र तल से 15 मीटर की ऊंचाई पर बना इस समुद्री ब्रिज निर्माण का सबसे कठिन हिस्सा था. समुद्री हिस्से में इंजीनियरों और श्रमिकों को समुद्र तल में लगभग 47 मीटर तक खुदाई करनी पड़ी थी.

10. हाल ही में महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे ने कहा था कि टोल 250 रुपये तय किया गया है. यह अन्य वाहनों के लिए भी आनुपातिक होगा. हमें स्पष्ट रूप से समझना होगा कि अन्य समुद्री लिंक के लिए टोल 85 रुपये से 90 रुपये ही है. उस अनुपात के हिसाब से 500 ​​रुपये काफी बड़ी रकम बनती है, लेकिन सरकार ने टोल 250 रुपये ही तय किया है.

अटल सेतु
अटल सेतु रात मैं जगमगाता फोटो

नवी मुंबई में और क्या कार्यक्रम है?

पीएम नरेंद्र मोदी नवी मुंबई में सार्वजनिक कार्यक्रम में 12,700 करोड़ रुपये से अधिक की कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन , राष्ट्र को समर्पित और शिलान्यास भी करेंगे. प्रधानमंत्री ईस्टर्न फ्रीवे के ऑरेंज गेट को मरीन ड्राइव से जोड़ने वाली भूमिगत सड़क सुरंग की भी आधारशिला रखेंगे. 9.2 किलोमीटर लंबी सुरंग 8700 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से बनाई जाएगी और यह मुंबई में एक महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचा का विकास होगा जो ऑरेंज गेट और मरीन ड्राइव के बीच यात्रा के समय को काफी हद तक कम कर देगा.

प्रधानमंत्री सूर्या क्षेत्रीय थोक पेयजल परियोजना का पहला चरण राष्ट्र को आज समर्पित करेंगे. 1975 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से विकसित यह परियोजना महाराष्ट्र के पालघर और ठाणे जिले को पेयजल आपूर्ति प्रदान करेगी, जिससे लगभग 14 लाख आबादी को लाभ होने वाला है. कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री करीब 2000 करोड़ रुपये की रेलवे परियोजनाएं राष्ट्र को समर्पित भी करेंगे. इनमें ‘उरण-खारकोपर रेलवे लाइन के चरण 2’ का समर्पण भी शामिल है, जो नवी मुंबई से कनेक्टिविटी को बढ़ाएगा. नेरुल/बेलापुर से खारकोपर के बीच चलने वाली उपनगरीय सेवाओं को अब उरण तक बढ़ाया जाएगा. प्रधानमंत्री उरण रेलवे स्टेशन से खारकोपर तक ईएमयू ट्रेन के उद्घाटन कार्यक्रम को भी हरी झंडी दिखाने वाले हैं.

अन्य रेल परियोजनाएं ठाणे-वाशी/पनवेल ट्रांस-हार्बर लाइन पर एक नया उपनगरीय स्टेशन ‘दीघा गांव’ और खार रोड और गोरेगांव रेलवे स्टेशन के बीच नई 6वीं लाइन का भी उद्घाटन होगा. इन परियोजनाओं से मुंबई के हजारों दैनिक यात्रियों को लाभ होगा.

पीएम सांताक्रूज इलेक्ट्रॉनिक एक्सपोर्ट प्रोसेसिंग जोन- स्पेशल इकोनॉमिक जोन (एसईईपीजेड एसईजेड) में रत्न और आभूषण क्षेत्र के लिए ‘भारत रत्नम’ (मेगा कॉमन फैसिलिटेशन सेंटर) का उद्घाटन भी करेंगे, जो 3डी मैटल प्रिंटिंग सहित वर्ल्ड में उपलब्ध सर्वोत्तम मशीनों में से एक है. इसमें विशेष रूप से विकलांग छात्रों (Students with Disabilities) सहित इस क्षेत्र के लिए कार्यबल के कौशल के लिए एक प्रशिक्षण स्कूल भी स्थापित किया जाएगा. मेगा सीएफसी रत्न और आभूषण व्यापार में निर्यात क्षेत्र को भी बदल देगा जिससे घरेलू विनिर्माण को भी बहुत मदद मिलेगी.

प्रधानमंत्री एसईईपीजेड एसईजेड पर न्यू एंटरप्राइजेज एंड सर्विसेज टॉवर (एनईएसटी)-01 का भी उद्घाटन करने वाले हैं. एनईएसटी-01 मुख्य रूप से रत्न और आभूषण क्षेत्र की इकाइयों के लिए है, जिन्हें मौजूदा स्टैंडर्ड डिजाइन फैक्ट्री-I से यहां स्थानांतरित भी किया जाएगा. नए टावर को उद्योग की मांग के अनुसार बड़े पैमाने पर डिजाइन भी किया गया है.

कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री नमो महिला सशक्तीकरण अभियान की भी शुभारंभ करेंगे.

27वां राष्ट्रीय युवा महोत्सव में भी शिरकत करेंगे

पीएम नरेंद्र मोदी नासिक में 27वें राष्ट्रीय युवा महोत्सव (एनवाईएफ) का भी उद्घाटन करेंगे. राष्ट्रीय युवा महोत्सव प्रत्येक साल 12 से 16 जनवरी तक आयोजित किया जाता है. 12 जनवरी को स्वामी विवेकानन्द जी की जयंती है. इस साल इस महोत्सव की मेजबानी महाराष्ट्र कर रहा है. इस वर्ष के महोत्सव का विषय विकसित भारत@2047: युवाओं के लिए, युवाओं के द्वारा है.

पूरे देश से लगभग 7500 युवा प्रतिनिधि नासिक में आयोजित इस महोत्सव में भाग लेने वाले हैं. स्वदेशी खेल,सांस्कृतिक प्रदर्शन, भाषण और विषयगत आधारित प्रस्तुति, युवा कलाकार शिविर, पोस्टर मेकिंग, कहानी लेखन, युवा सम्मेलन, खाद्य महोत्सव आदि सहित विभिन्न कार्यक्रम इस महोत्सव के दौरान आयोजित किया जाने वाले हैं.

अटल सेतु
27वां राष्ट्रीय युवा महोत्सव

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