No Tobacco Day : तंबाकू सेवन न केवल आपके स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचाता है, बल्कि आपकी लाइफ को भी कम कर सकता है। इसके विभिन्न रूपों में जैसे सिगरेट, गुटखा, हुक्का आदि शामिल हैं। दुनियाभर में हर साल तंबाकू सेवन से 70 लाख से अधिक लोगों की मौत होती है, और भारत में हर साल लगभग 17 लाख लोगों की तंबाकू से मौत होती है। ये मौतें कई बीमारियों के कारण होती हैं, जैसे कैंसर और हृदय रोग। हम इस लेख के जरिए जानेंगे के इसके क्या प्रभाव हमारे शरीर को भुगतने पड़ते है…
31 मई को तंबाकू निषेध दिवस
वर्तमान में विश्व भर में करीब 2.5 करोड़ कैंसर के मरीज हैं, जिनकी संख्या 2025 तक 3.0 करोड़ तक बढ़ने की संभावना है। भारत में सिगरेट और तंबाकू के उत्पादों पर नियंत्रण के लिए 2003 में कड़ाई कदम उठाया गया था। 2008 में सार्वजनिक स्थानों में धूम्रपान पर प्रतिबंध लागू किया गया, लेकिन युवा और महिलाओं में तंबाकू के सेवन में अब भी बढ़ोतरी देखी जा रही है। इसीलिए हर साल 31 मई को तंबाकू निषेध दिवस मनाया जाता है, ताकि लोगों को इसके नकारात्मक प्रभावों के बारे में जागरूक किया जा सके।
तंबाकू सेवन से शरीर पर कई प्रकार के नकारात्मक प्रभाव पड़ते हैं।
जैसे की –
- हृदय रोग
- उच्च रक्तचाप
- फेफड़ों का कैंसर
- आंख का कैंसर
- लिवर और मुंह का कैंसर
- दांतों का नुकसान
- बालों का गिरना
- ऑक्सीजन की कमी
- मस्तिष्क और मांसपेशियों की कमजोरी
- फेफड़ों में म्यूकस कोशिकाओं की वृद्धि
- आंखों की कमजोरी, जो मोतियाबिंद, ग्लूकोमा और डायबिटिक रेटीनोपैथी का कारण बन सकती है।
- तंबाकू सेवन से रोग प्रतिरोधक क्षमता में कमी हो सकती है।
कमजोर इम्यूनिटी के कारण कैंसर, हृदय रोग, सांस की समस्याएं, कान, आंख और फेफड़ों से जुड़ी विभिन्न समस्याएं हो सकती हैं।
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क्या कहते हैं एक्सपर्ट

एक्सपर्ट बताते हैं कि भारत में कैंसर से होने वाली 30 प्रतिशत मौतें सिगरेट और बीड़ी के सेवन से होती हैं। उन्होंने कहा कि धूम्रपान में करीब 7,000 विभिन्न रसायन होते हैं, जिनमें से 60 रसायन कैंसर का कारण बन सकते हैं। इससे फेफड़ों का कैंसर, दिल का दौरा, एंजाइना, सीने में दर्द, ब्लड प्रेशर, स्ट्रोक, मुंह का कैंसर, गले का कैंसर और पेट का कैंसर हो सकता है। इसलिए तंबाकू की लत छोड़ना बहुत जरूरी है। नियमित व्यायाम और स्वस्थ आहार से आप एक स्वस्थ जीवन जी सकते हैं।
