Heat effects on body : इस समय देश के कई इलाकों में भीषण गर्मी पड़ रही है. हालांकि एक दो दिन से दिल्ली-एनसीआर में मौसम का मिजाज कुछ बेहतर जरूर हुआ है, लेकिन दिन के समय तेज धूप लोगो को काफी परेशान कर रही है इससे लोगों को कई बीमारियां भी हो ही है। लेकिन एक बात आपने कभी महसूस की होगी कि हम में से कुछ लोगों को जरूरत से ज्यादा गर्मी लगती है. पसीना ज्यादा आता है और कुछ ही देर धूप में रहने से ही शरीर गर्म पड़ने लगता है।
क्या इसके पीछे कोई बीमारी हो सकती है?
हाँ, वास्तव में हमारी बॉडी खुद ही शरीर के तापमान को संतुलित रखती है। बिना बुखार के हमारा तापमान आमतौर पर 98.6°F (37°C) होता है, लेकिन कुछ लोगों के शरीर का तापमान इससे अधिक हो जाता है, जिसके कारण उन्हें गर्मी का अनुभव भी अधिक हो सकता है।
क्या है गर्मी का कारण

गर्मी में कुछ लोगों के बॉडी में ब्लड के सर्कुलेशन की वाहिकाएं अधिक फैल जाती हैं, जिससे उनका तापमान बढ़ सकता है। मानसिक तनाव की वजह से भी ऐसा हो सकता है, जिससे बॉडी का नर्वस सिस्टम ऑटोनोमिक हो जाता है। इससे ब्लड फ्लों तेज हो जाता है और शरीर ज्यादा गर्म होता है, जिससे हमें अधिक गर्मी का अनुभव होता है।
हाइपोथायरायडिज्म से होता है ऐसा
हाइपोथायरायडिज्म (थाइराइड की कमी) की समस्या से पीड़ित लोगों को भी अधिक गर्मी महसूस होती है। खासतौर पर महिलाओं में यह समस्या अधिक देखी जाती है। अगर थाइराइट कंट्रोल में नहीं है, तो डॉक्टर से सलाह लेकर उपचार कराना चाहिए।
खराब खान पान से परेशानी

कुछ लोग गर्मी में कैफीन, शराब, और मसालेदार खाने की आदत बना लेते हैं, जिससे उनकी हार्ट बीट तेज हो सकती है। ऐसा होने से उनका शरीर गर्म हो सकता है। इसलिए, इस मौसम में लोगों को अपनी डाइट का ध्यान रखना चाहिए। नारियल पानी, नींबू पानी, और छाछ जैसे ठंडे पेय पीने का प्रयास करें।
