Ambedkar Jayanti : डॉक्टर भीमराव अंबेडकर का जन्म मध्य प्रदेश के इंदौर शहर के नजदीक स्थित महू में हुआ था। उनका जन्म 14 अप्रैल 1891 को हुआ था। भीमराव अंबेडकर दलित जाति से थे और उन्होंने अपने जीवन में छुआछूत का सामना भी किया। उन्होंने समाज में अपने अधिकारों की लड़ाई लड़ी और न्याय के लिए संघर्ष किया। उनके संघर्षों ने दलित समुदाय को सामाजिक और आर्थिक रूप से सशक्त बनाने की राह दिखाई। उन्होंने भारतीय संविधान का निर्माण किया, जिसमें सभी नागरिकों को समानता और न्याय का अधिकार मिला।
1. भीमराव अंबेडकर के पूर्वज ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी में काम करते थे, और इनके पिता ब्रिटिश इंडियन आर्मी में सूबेदार थे।
2. भीमराव अंबेडकर ने मुंबई के गवर्नमेंट लॉ कॉलेज में 2 साल तक प्रिंसिपल के रूप में कार्य किया था।
3. डॉक्टर भीमराव अंबेडकर को भारतीय संविधान की धारा 370 के खिलाफ थे, उनके अनुसार, जम्मू और कश्मीर को विशेष दर्जा देना एकतरफा नहीं होना चाहिए था।
4. अर्थशास्त्र में डॉक्टरेट की डिग्री हासिल करने वाले भीमराव अंबेडकर पहले भारतीय थे।
5. डॉक्टर भीमराव अंबेडकर ने लंबे समय तक डायबिटीज की समस्या से जूझते रहे।
6. डॉक्टर भीमराव अंबेडकर को एकमात्र भारतीय माना जाता है जिनकी तस्वीर लंदन के संग्रहालय में कार्ल मार्क्स के साथ है।
7. डॉक्टर भीमराव अंबेडकर को ही भारतीय ध्वज में अशोक चक्र को शामिल करने का गौरव प्राप्त है।
भीमराव अंबेडकर से जुड़े कुछ रोचक बाते
8. डॉक्टर भीमराव अंबेडकर लेबर मेंबर ऑफ द वायसरॉय एक्जीक्यूटीव काउंसिल के सदस्य थे इनके ही चलते फैक्ट्रियों में कम से कम 12 से 14 घंटे काम करने का नियम बदलकर 8 घंटे रखा गया था।
9. डॉक्टर भीमराव अंबेडकर ने महिला श्रमिकों के हित में सहायक कदम उठाए, जैसे कि सहायक मैटर्निटी बेनिफिट फॉर वुमन लेबर वेलफेयर फंड और वुमन एंड चाइल्ड लेबर प्रोटेक्शन एक्ट को लागू करने का समर्थन किया।
10. इकोनॉमिक्स में नोबेल पुरस्कार विजेता अर्थशास्त्री प्रोफेसर अमर्त्य सेन ने डॉक्टर भीमराव अंबेडकर को अपने आदर्श और प्रेरणास्त्रोत माना।
11. डॉक्टर भीमराव अंबेडकर ने दो शादियां की पहली शादी 9 साल की रमाबाई के साथ हुई थी, जब बाबासाहेब की उम्र सिर्फ 15 साल थी। दूसरी शादी हेल्थ इस्यूज के बाद, रमाबाई की मृत्यु के बाद हुई थी, जब बाबासाहेब 57 साल के थे, और उन्होंने शारदा कबीर से शादी की।
12. डॉक्टर भीमराव अंबेडकर संविधान सभा के प्रमुख व्यक्ति थे और स्वतंत्र भारत के कानून मंत्री भी रहे।