AVN News Desk New Delhi: लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा ने उम्मीदवारों की अपनी पहली लिस्ट जारी कर दी है. पार्टी ने 195 सीटों पर अपने उम्मीदवारों का ऐलान किया है. इसको लेकर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय सुप्रीमों अखिलेश यादव ने कहा है कि बीजेपी की इस लिस्ट से पता चलता है कि उसने हार को स्वीकार कर ली है क्योंकि बगावत के डर से कई मौजूदा सांसदों का टिकट बरकरार रखा है.
भाजपा ने शनिवार को 195 उम्मीदवारों की अपनी लिस्ट जारी की है, जिनमें उत्तर प्रदेश के 51 प्रत्याशियों के नाम भी शामिल हैं. वही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी वाराणसी से तीसरी बार चुनाव लड़ेंगे. हालांकि इस लिस्ट में उत्तर प्रदेश में ज्यादातर पुराने नाम ही शामिल हैं, जबकि दिल्ली के पांच मौजूदा सांसदों में से चार का टिकट काटा गया है. जिनमें केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी, पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ.हर्ष वर्धन, रमेश बिधूड़ी , प्रवेश वर्मा का नाम शामिल है.

अखिलेश यादव ने कहा बीजेपी ने मान ली हार
वहीं भाजपा की इस लिस्ट को लेकर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा है कि, “भाजपा की लोकसभा उम्मीदवारों की पहली सूची बता रही है कि प्रथम दृष्टया जिन सीटों पर बीजेपी के जीतने की थोड़ी सी भी संभावना है केवल उन 195 सीटों पर ही ये सूची आई है. इसका मतलब यह साफ है बाकी पर भाजपा साफ है.”
उत्तर प्रदेश के पूर्व सीएम ने कहा है कि, “पहली सूची में ही भाजपा ने अपनी हार मान ली है क्योंकि वो बगावत के डर से उन सभी लोगों को भी दोबारा उम्मीदवार बना रही है जो अपने-अपने संसदीय क्षेत्रों में कोई काम नहीं करवाने की वजह से या फिर भ्रष्टाचार में लिप्तता के कारण खुद ही अपनी टिकट के लिए कोई उम्मीद नहीं कर रहे थे. जो अपना बोरिया-बिस्तर बांध कर निकलना चाहते थे उन्हें दोबारा दबाव बनाकर लड़ने के लिए कहा जा रहा है. ये सब अनमने लोग क्या विपक्ष का सामना करेंगे.”
लोकसभा चुनावों को लेकर सपा मुखिया अखिलेश यादव ने कहा
सपा मुखिया अखिलेश यादव ने कहा है कि, “बीजेपी के कार्यकर्ताओं के बीच भी इस सूची के आने से एक गहरी हताशा है क्योंकि वो जनता के बीच अपने अधिकांश सासंदों के खिलाफ चल रही हवा से वाकिफ हैं, जो युवा भाजपाई टिकट की उम्मीद में भाजपा के हर गलत काम में साथ दे रहे थे, वो भी अब निराश होकर, निष्क्रिय हो जाएंगे. भाजपा की उम्मीदवारों की सूची, बीजेपी की नाउम्मीदगी की घोषणा है.”
चुनाव आयोग इसी महीने के अंत में लोकसभा चुनाव के कार्यक्रम की घोषणा करेगा और अप्रैल-मई महीने में चुनाव होने की पूरी संभावना है. वहीं अगर 2019 लोक सभा के चुनावों की बात करें तो उस चुनाव में बीजेपी ने 303 सीटें जीती थीं, लेकिन इस समय पार्टी के 290 सांसद ही हैं. विधानसभा चुनाव जीतने के बाद हाल ही में कुछ सांसदों ने अपना इस्तीफा दे दिया था, जिसकी वजह से पार्टी की संख्या पहले से घटी है.
