दिल्ली-एनसीआर में सोमवार को भारी बारिश से जनजीवन पूरा अस्त-व्यस्त हो गया। गाजियाबाद-नोएडा से गुरुग्राम तक जगह-जगह यातायात जाम होने से नागरिकों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ा । वही गुरुग्राम में सात किलोमीटर लंबे जाम से लोग तीन घंटे तक सड़कों में ही फंसे रहे।
दिल्ली-एनसीआर में लोगों को दफ्तर न जाने की सलाह
मंगलवार को वहां लोगों को दफ्तर न जाने, घर से ही काम करने की और स्कूलों को ऑनलाइन पढ़ाई के निर्देश दिए गए हैं। वहीं, सोमवार देर रात को नोएडा समेत दिल्ली-एनसीआर में झमाझम बारिश देखने को मिली।
वहीं, हरियाणा के हथिनीकुंड बैराज से लगातार पानी छोड़े जाने के बाद यमुना का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। राजधानी दिल्ली के नदी से सटे इलाकों में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने मंगलवार शाम पांच बजे से पुराने रेलवे पुल पर यातायात बंद करने का आदेश दिया है।
बैराज से सोमवार सुबह से ही पांच बजे से हर घंटे औसतन 3.29 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। वही प्रशासन ने सोमवार को दिन में दो बार बाढ़ की चेतावनी जारी की है। पहली चेतावनी सुबह 8 बजे तब जारी की गई। वही दूसरी चेतावनी एक घंटे बाद सुबह नौ बजे फिर से जारी की गई। इस बार करीब 2.29 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया है।
प्रशासन ने साफ कर दिया है कि मंगलवार शाम 5 बजे तक यमुना का जलस्तर 206 मीटर के पार चला जाएगा। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने दिल्ली में यमुना का जलस्तर 207 मीटर या उससे भी ऊपर जाने की आशंका जताई है। सीएम ने कहा है कि दिल्ली में जितना पानी पहुंचेगा, उसी अनुपात में पानी आगे छोड़ा जाएगा। उन्होंने कहा है कि यमुना बाढ़ क्षेत्र में निश्चित रूप से पानी बढ़ेगा, लेकिन शहर बाढ़ से पूरी तरह सुरक्षित रहेगा।