बिहार में इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने बीजेपी नेताओं और कार्यकर्ताओं को प्रचंड जीत का मंत्र दिया है. वही पार्टी की एक महत्वपूर्ण बैठक में अमित शाह ने साफ किया है कि यह चुनाव केवल भाजपा का नहीं, बल्कि पूरे एनडीए का है, और हर नेता और कार्यकर्ता को सहयोगी दलों के उम्मीदवारों को भी भाजपा का उम्मीदवार मानकर उनकी जीत सुनिश्चित करनी होगी.
बिहार को बाढ़ मुक्त बनाने का मोदी सरकार का है संकल्प
इस बैठक में अमित शाह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन पर जोर देते हुए कहा है कि अगले पांच वर्षों में बिहार को बाढ़ मुक्त बनाना सरकार की प्राथमिकता है. उन्होंने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इस मिशन पर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर काम कर रहे हैं. 5 साल बाद कोई नहीं कह पाएगा कि बिहार में बाढ़ की त्रासदी है.
पूर्ण बहुमत के साथ जीत जरूरी
गृह मंत्री अमित शाह ने नेताओं को स्पष्ट संदेश दिया कि बिहार में बीजेपी और एनडीए को प्रचंड जीत दिलाने के लिए किसी भी प्रकार के मतभेद खत्म करने होंगे. उन्होंने अर्जुन के लक्ष्य की तरह केवल विजय पर ध्यान केंद्रित करने की सलाह दी है.
मोदी सरकार की उपलब्धियों को जनता तक पहुंचाने का किया आह्वान
गृहमंत्री अमित शाह ने पार्टी कार्यकर्ताओं को निर्देश दिया कि वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में बिहार के लिए हुए कार्यों को जनता तक अधिक से अधिक पहुंचाएं. साथ ही, भाजपा की पिछले 2 दशकों की सरकार में हुए विकास कार्यों को भी जनता के सामने मजबूती से रखें.
नीतीश कुमार पर साधी चुप्पी, भाजपा के दीर्घकालिक एजेंडे पर जोर
बैठक के दौरान गृह मंत्री अमित शाह ने एक बार भी बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का नाम नहीं लिया, जिससे कई राजनीतिक अटकलें अब तेज हो गई हैं. उन्होंने ये भी कहा है कि बीजेपी का लक्ष्य अगले दो से तीन दशकों तक देश में मजबूती से शासन करना है, और इसके लिए बिहार में बड़ी जीत हासिल करना बेहद जरूरी है.
