Patna Bihar: बिहार में जेडीयू यानी जनता दल यूनाइटेड को बहुत बडा झटका लगा है. बिहार प्रदेश उपाध्यक्ष ललन पासवान ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा यानी त्याग पत्र दे दिया है. उन्होंने आरजेडी यानी राष्ट्रीय जनता दल पार्टी के साथ गठबंधन करने और दलितों पर हो रहे अत्याचार का आरोप लगाकर हमला बोला है. इस्तीफे में उन्होंने आरजेडी पार्टी (RJD) को बिहार में आतंक और गुंडा राज स्थापित करने वाली पार्टी बताया है.
बिहार में जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) के पूर्व विधायक और वर्तमान में प्रदेश उपाध्यक्ष ललन पासवान ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता ( Primary Membership) से इस्तीफा यानी त्याग पत्र दे दिया है. उन्होंने आरजेडी (RJD) के साथ गठबंधन करने और दलितों पर हो रहे अत्याचार का आरोप लगाते हुए हमला बोला है. अपने त्याग पत्र में उन्होंने आरजेडी (राजद ) को बिहार में आतंक और गुंडा राज स्थापित करने वाली पार्टी बताया है.
जदयू पार्टी अध्यक्ष को भेजे गए लेटर यानी पत्र में ललन पासवान लिखते हैं कि, “बिहार में आतंक और गुंडा राज स्थापित करने वाले लालू प्रसाद यादव के राष्ट्रीय जनता दल से समझौता करने के बाद दलितों पर हत्या, बलात्कार और उत्पीड़न की बढ़ती घटनाओं और इसकी रोकथाम की दिशा में कोई कठोर कदम नहीं उठाए जाने के विरोध में मैं जनता दल (यू) की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देता हूं”
बीते महीने यानी सितंबर में राष्ट्रीय लोक जनता दल (RLJP) के प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा ने दावा किया था कि जेडीयू (JDU ) में बड़ी टूट होने वाली है. भले ही एक साथ टूट ना हो लेकिन टुकड़ों-टुकड़ों में हो, मगर टूट निश्चित ही होना है. इसके कुछ ही देर बाद जेडीयू (JDU) के बड़े नेता और पूर्व विधान परिषद के सदस्य रणवीर नंदन ने पार्टी से इस्तीफा यानी त्याग पत्र देने का ऐलान कर दिया था.
उन्होंने जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह को पत्र लिखा और पार्टी के प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दिए जाने की घोषणा कर दिया . लैटर की प्रतिलिपि यानी एक कॉपी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और एक कॉपी प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा को भेजी थी. हालांकि, जेडीयू (JDU) ने दावा किया है कि रणवीर को पार्टी विरोधी गतिविधियों के कारण प्रदेश अध्यक्ष ने 6 साल के लिए निष्कासित किया था. इस संबंध में जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष की तरफ से लेटर जारी किया गया था.