AVN News Desk: राजस्थान में मुख्यमंत्री कौन होगा, इसपर भाजपा का मंथन जारी है. आप को बता दें कि वहां भाजपा ने 199 में से 115 सीट जीती थीं. वहीं कांग्रेस पार्टी को सिर्फ 69 सीट से ही संतोष करना पड़ा था.
राजस्थान में मुख्यमंत्री के नाम पर खूब रस्साकशी जारी है. इस बीच पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे से जुड़ी बड़ी खबर सामने आई है. विधान सभा चुनाव नतीजों के बाद पार्टी नेतृत्व पर दवाब बनाने की राजनीति कर रहीं वसुंधरा राजे ने अब साफ कर दिया है कि वह पार्टी की लाइन से बाहर नहीं जाएंगी.
सूत्रों के मुताबिक, विधायकों से मुलाकात के बाद वसुंधरा राजे सिंधिया ने फोन पर भाजपा आलाकमान से बात की है. इसमें उन्होंने कहा है कि वो पार्टी की अनुशासित कार्यकर्ता हैं और पार्टी की लाइन से कभी भी बाहर नहीं जा सकती हैं.
आप को बता दें कि इससे पहले तक वसुंधरा राजे शक्ति प्रदर्शन के मूड में दिख रही थीं. 20 से ज्यादा विधायकों के साथ उन्होंने डिनर पर मुलाकात भी की थी. इसके बाद वसुंधरा राजे कैंप ने दावा किया था कि उनके साथ 68 विधायकों का सपोर्ट है. इसके अलावा कुछ निर्दलीय भी उनके साथ होने का दावा भी किया था.
तीन राज्यों का मुख्यमंत्री कौन? भाजपा में मंथन तेज
पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा ने तीन राज्यों में जीत दर्ज की है. इसमें राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश शामिल है. पांचों राज्यों में पार्टी बिना सीएम (मुख्यमंत्री) फेस के उतरी थी. ऐसे में अब मुख्यमंत्री कौन होगा, इसको लेकर मंथन बहुत तेज है.
बुधवार को पीएम निवास पर करीब चार घंटे मैराथन मीटिंग हुई थी. आज गुरुवार को भी गृहमंत्री अमित शाह पीएम निवास पहुंचे हैं. यह दूसरे दौर की अहम बैठक है. इस बैठक में तीनों राज्यों के मुख्यमंत्री उम्मीदवारों के नाम पर चर्चा संभव है.
राजस्थान में फिर नहीं बदला रिवाज
राजस्थान सूबे में रिवाज है कि हर पांच साल में वहां सत्ता पलट जाती है. कांग्रेस का दावा था कि इस बार रिवाज बदलेगा और कांग्रेस पार्टी का राज कायम रहेगा. लेकिन ऐसा बिलकुल नहीं हुआ. कांग्रेस पार्टी को राजस्थान विधानसभा चुनाव में बुरी हार झेलनी पड़ी. राज्य में भाजपा ने कुल 199 में से 115 सीट जीती थी. वहीं कांग्रेस पार्टी को सिर्फ 69 सीट से संतोष करना पड़ा था. वही राजस्थान में 8 निर्दलीय नेताओं ने भी चुनाव जीता है.