Performance of Bihar Police Constable Recruitment Candidates: बिहार पुलिस कॉन्स्टेबल भर्ती अभ्यर्थियों के प्रदर्शन के बाद केंद्रीय चयन परिषद (सिपाही भर्ती) ने अभ्यर्थियों की मांगे मान ली हैं. वही, केंद्रीय चयन पर्षद (सीएसबीसी) ने अभ्यर्थियों के हित में फैसला लिया है कि अब अभ्यर्थियों को संबंधित प्रमाण पत्रों की टाइमिंग के आधार पर अयोग्य या असफल (Disqualified or Unsuccessful) घोषित नहीं किया जाएगा. वही केंद्रीय चयन परिषद ने अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर भी नोटिस जारी कर इसकी जानकारी दी है.
वही,सेंट्रल सेलेक्शन बोर्ड ऑफ कॉन्स्टेबल (CSBC) द्वारा जारी नोटिस के अनुसार, अब केंद्रीय चयन परिषद (सिपाही भर्ती) द्वारा फिजिकल एफिशिएंसी टेस्ट (PET) और डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन का कार्यक्रम अब 9 दिसंबर 2024 से आयोजित किया जाएगा. वही अब फिजिकल टेस्ट के समय डेढ़ साल पहले का NLC/EWS सर्टिफिकेट लाने की अनिवार्यता भी अब नहीं होगी. वही अभ्यर्थी इन प्रमाण पत्रों की अनिवार्यता का विरोध कर रहे थे. अभ्यर्थियों का कहना था कि फॉर्म भरते समय इसकी कोई भी जानकारी नहीं दी गई थी तो अब क्यों मांगा जा रहा है.
बिहार पुलिस कॉन्स्टेबल भर्ती पर क्या था पूरा मामला?
दरअसल, बोर्ड के पुराने नोटिस में लिखा गया था, ‘BC एवं EBC आरक्षण कोटि के अभ्यर्थियों से संबंधित नॉन क्रीमी लेयर (NLC) की कट-ऑफ तिथि एवं EWS आरक्षण कोटि के सभी अभ्यर्थियों के प्रमाण पत्र की काल अवधि एवं कट-ऑफ तिथि अंकित न होने के कारण इन प्रमाण पत्रों के लिए कट-ऑफ तिथि आदि मार्गदर्शन के लिए सामान्य प्रशासन विभाग को संदर्भित (Referenced) किया गया है. अभ्यर्थियों के प्रदर्शन के बाद बोर्ड ने इसमें बदलाव करते हुए इन प्रमाण पत्र की अनिवार्यता को अब खत्म कर दिया है.
बोर्ड ने हटाई अनिवार्यता
बोर्ड ने कहा है कि, ‘ सभी अभ्यर्थियों को सूचित किया जाता है कि दिनांक 09.12.2024 से आयोजित शारीरिक दक्षता परीक्षा (PET) एवं दस्तावेज सत्यापन में उक्त कोटि के आरक्षण कोटि के अभ्यर्थियों को उक्त प्रमाण पत्रों की काल अवधि या निर्गम तिथि के आधार पर आयोग्य/असफल घोषित नहीं किया जाएगा. वही इस पर निर्णय विभाग से प्राप्त निर्देश के अलोक में लिया जाएगा.’ यानी अब 2022 या 2023 में जारी सर्टिफिकेट की बाध्यता खत्म कर दी गई है. आप को बता दें कि इससे पहले केंद्रीय चयन पर्षद अभ्यर्थियों से साल 2022 और 2023 के ओबीसी-एनसीएल और EWS सर्टिफिकेट मांग रहा था. वही पटना में अभ्यर्थी इस फैसले के खिलाफ हफ्ते भर से प्रदर्शन कर रहे थे. वही, उनका कहना था कि केंद्रीय चयन परिषद की तरफ से 21,391 पदों के लिए निकली सिपाही भर्ती की परीक्षा अगस्त माह में ली गई थी, जबकि 14 नवंबर को इसका परिणाम घोषित किया गया था. वही अभ्यर्थियों का कहना था कि जुलाई 2023 में जब विज्ञापन आया था, तब ईडब्ल्यूएस और नॉन क्रीमी लेयर सर्टिफिकेट की मांग नहीं की गई थी, लेकिन जब परीक्षा के परिणाम आए तो अब सर्टिफिकेट मांगे जा रहे हैं. वही अब अभ्यर्थियों की मांग पर केंद्रीय चयन पर्षद सिपाही भर्ती ने पूरे मामले को साफ कर दिया गया है.