एवीएन न्यूज रूम नई दिल्ली: अगर आप सफदरजंग अस्पताल में उपचार करवाने आ रहे है तो मरीजों को मंगलवार से देर शाम तक ओपीडी की सुविधा उपलब्ध होने वाली है। सफदरजंग अस्पताल में अभी सुबह 11:30 बजे तक ओपीडी की पर्ची बनती है। इसके बाद आने वाले मरीजों को उपचार के लिए आपातकालीन यानी की इमरजेंसी सेवाओं में जाना पड़ता था, जिससे इमरजेंसी के मरीजों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। इसे देखते हुए देर शाम तक ओपीडी चलाने का फैसला लिया गया है। नए आदेश के तहत ओपीडी में इलाज के लिए शाम साढ़े पांच बजे तक पर्ची बनवा सकेंगे। शुरूआत में सर्जरी, बाल रोग और मेडिसिन विभाग के मरीजों को भी सुविधा मिलेगी। इसमें आगे और विस्तार होगा।
अस्पताल में हरियाणा, उत्तर प्रदेश, राजस्थान सहित अन्य कई राज्यों से रोजाना करीब नौ से 10 हजार मरीज उपचार करवाने आते हैं। उसी दिन उपचार न मिलने पर इन्हें रातभर अस्पताल के परिसर, खुले मैदान और रोड के किनारे में ही रहना पड़ता है। ऐसे में मरीजों के लिए पुराने कोविड सेंटर में सुविधा शुरू की गई है। इस केंद्र पर दोपहर के बाद से पर्ची बनने लगेगी।
दिल्ली एम्स हॉस्पिटल की तर्ज पर ऑनलाइन रिपोर्ट
सफदरजंग अस्पताल भी एम्स अस्पताल की तर्ज पर रेडियोलॉजी और लेबोरेटरी जांच की रिपोर्ट ऑनलाइन देने की दिशा में काम कर रहा है। अस्पताल प्रशासन की कोशिश है कि पूरे परिसर को हाईटेक यानी वाईफाई सिस्टम से जोड़ा जाए और उसके बाद पूरी सुविधा को ऑनलाइन यानी डिजिटल किया जाए। इससे मरीजों को रिपोर्ट के लिए यहां वहा भटकना नहीं होगा। डॉक्टर भी रिपोर्ट को ऑनलाइन देख सकेंगे। इसके अलावा लैब की सुविधा का सेंट्रलाइज्ड भी किया जाएगा। इससे मरीजों को सैंपल देने के लिए अलग-अलग जाने की जरूरत नहीं होगी।
जल्द शुरू होगी प्राइवेट ओपीडी
सफदरजंग अस्पताल में जल्द ही प्राइवेट ओपीडी की सुविधा की शुरुआत होगी। फिलहाल यह कैसे काम करेगा, इसे लेकर रूप रेखा तैयार की जा रही है। हो सकता है यह निजी अस्पताल यानी प्राईवेट अस्पताल की तरह ही सेवाएं दें। इससे पहले अस्पताल ने प्राइवेट वार्ड की भी सुविधा शुरू की थी जिसमें शुल्क यानी पैसे देकर मरीज अतिरिक्त सुविधाओं के साथ उपचार करवा सकता है।
बेहतर सुविधाओं के साथ जनवरी महिने में शुरू होगा एसआईसी
सफदरजंग अस्पताल का नया स्पोर्ट्स इंजरी सेंटर आधुनिक सुविधाओं के साथ जनवरी तक शुरू हो जाएगा । इसके नए भवन में जांच से लेकर अन्य सभी सुविधाओं को एकीकृत किया जा रहा है। ताकि मरीजों को ज्यादा परेशान न होना पड़े और एक ही जगह पर सब सारी सुविधाएं मिल जाए। उम्मीद यह जताई जा रही है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस सेंटर का उद्घाटन कर सकते हैं। नए भवन में शिफ्ट होने के बाद पुराने भवन में सेंट्रलाइज्ड लैब को तैयार किया जाएगा ताकि मरीजों को होने वाली पेरशानी से निजात मिल सके।