Gidhaur / Jamui। बिहार सरकार द्वारा प्रत्येक स्वास्थ्य केंद्रों पर बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के लिए हरसंभव प्रयास किए जा रहे है। यहां भवन निर्माण के साथ ही अन्य संसाधनों को दुरुस्त किया है रहा है । इसके बावजूद इस प्रखंड में सरकारी स्वास्थ्य सेवा पर्याप्त चिकित्सक एवं स्वास्थ्यकर्मियों के अभाव में दम तोड़ता हुआ दिख रहा है। न तो अस्पतालों में पर्याप्त चिकित्सक हैं और न ही अन्य स्वास्थ्यकर्मी। जिससे प्रखंड के लोगों को सरकारी स्वास्थ्य सुविधा का समुचित लाभ नहीं मिल पा रहा है। आप को बताते चलें कि प्रखंड की कुल आबादी लगभग एक लाख दस हजार है। जिन्हें स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने के लिए प्रखंड में एक मात्र सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, दो अतिरिक्त स्वास्थ्य केंद्र सहित 13 स्वास्थ्य उपकेंद्र है। जिनमें चिकित्सकों के 17 पद स्वीकृत हैं। लेकिन उसमें मात्र तीन चिकित्सक ही पदस्थापित है। यहां महिलाओं के प्रसव के लिए महिला चिकित्सक की भयंकर कमी है। वहीं अतिरिक्त स्वास्थ्य केंद्र कोल्हुआ एवं सेवा में आयुष चिकित्सक के द्वारा मरीजों का ईलाज किया जाता है। दिग्विजय सिंह सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में विशेषज्ञ चिकित्सकों का इस घोर अभाव हैं। विशेषज्ञ चिकित्सक की कमी से लोगों के लिए परेशानी का सबब बना हुआ है। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में दांत के मरीजों के लिए सारी सुविधा उपलब्ध है लेकिन दांत चिकित्सक के अभाव में शोभा की वस्तु बनी हुई है। पर्याप्त चिकित्सकों एवं स्वास्थ्य कर्मियों की तैनाती नहीं की गई है। बहरहाल लोगों को भवन के अनुरूप सुविधायें नहीं मिल रही है। प्रखंड की अधिकांश आबादी आज भी जिले के निजी चिकित्सकों के भरोसे अपना ईलाज कराने को विवश है।
बिहार सरकार के ओर से सुविधायें नहीं मिल रही
प्रखंड के दिग्विजय सिंह सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के साथ दो अतिरिक्त स्वास्थ्य केन्द्र एवं 13 स्वास्थ्य उपकेंद्र हैं। पीसीएचसी को सीएचसी में अपग्रेड किया गया है। एपीएचसी की बात तो दूर सीएचसी अस्पताल में फार्मासिस्ट एवं ड्रेसर का पद भी अभी रिक्त पड़ा है। एएनएम एवं जीएनएम पद पर भी काफी रिक्त हैं। दिग्विजय सिंह सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. अजिमा निशात ने बताया है कि सीएचसी में 03 चित्कित्सक ही पदस्थपित हैं। उपलब्ध संसाधनों के अनुसार लोगों को बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराया जा रहा है। चिकित्सक एवं अन्य स्वास्थ्यकर्मियों के रिक्त पद को लेकर विभाग को पत्र भेजा गया है।