एवीएन न्यूज रूम नई दिल्ली: दिल्ली में 10 हजार से अधिक सिविल डिफेंस वॉलंटियर्स (Civil Defense Volunteer) की सेवाएं 31 अक्टूबर को समाप्त हो जाएंगी। एलजी (उपराज्यपाल) वीके सक्सेना ने सेवाएं समाप्त करने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। यह प्रस्ताव मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की ओर से एलजी यानी उपराज्यपाल के पास भेजा गया था। सीडीवी यानी सिवील डिफेंस वोलंटियर की अवैध भर्ती और तैनाती को समाप्त करने के प्रस्ताव को मंजूरी देते हुए वीके सक्सेना ने उनके आजीविका संबंधी विषय पर चिंता जताई है। एलजी ने निर्देश दिया है कि जितने भी वॉलंटियर्स को अपनी नौकरी खोनी पड़ रही है, उन सबको होम गार्ड्स के रूप में दोबारा अपॉइंट करने पर विचार किया जाना चाहिए। एलजी ने हाल ही में होम गार्ड्स में जिन 10 हजार नए पदों पर नियुक्ति के प्रस्ताव को मंजूरी दी थी, उसका जिक्र करते हुए कहा है कि इन पदों पर नियुक्ति की जा सकती है।
सीडीवी (सिविल डिफेंस वॉलंटियर्स) को होम गार्ड बनाया जाएगा: मुख्यमंत्री केजरीवाल
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को दिल्ली के गृह मंत्री कैलाश गहलोत को बस मार्शल के रूप में सिविल डिफेंस वॉलंटियर्स की निरंतरता पर कानूनी आपत्तियों का हवाला देते हुए होम गार्ड (Home Guards) को बस मार्शल के रूप में नियुक्त करने के लिए एक पत्र लिखा है। पत्र में कहा गया है कि, ‘सिविल डिफेंस वॉलंटियर्स को नियमित कामों में नहीं लगाया जा सकता है और उन्हें किसी भी आपदा के दौरान बुलाया जा सकता है। इसलिए, यह सुझाव दिया गया है कि सिविल डिफेंस वॉलंटियर्स की बजाय होम गार्ड को बस मार्शल के रूप में नियुक्त किया जाए।’ सीएम ने यह भी कहा कि उन्होंने दिल्ली एलजी को अलग से एक प्रस्ताव दिया है कि पर्याप्त संख्या में होम गार्ड की नियुक्ति होने तक सिविल डिफेंस वॉलंटियर्स को बस मार्शल के रूप में जारी रखा जाना चाहिए।
“महिला यात्रियों की सुरक्षा के लिए अच्छा नहीं होगा”
पत्र में कहा गया है कि, ‘यदि बस मार्शलों को अचानक हटा दिया जाता है, तो यह महिला यात्रियों की सुरक्षा के लिए अच्छा नहीं होगा।’ सीएम अरविंद केजरीवाल ने आगे मौजूदा सिविल डिफेंस वॉलंटियर्स को होम गार्ड के रूप में नियुक्त करने की योजना का सुझाव दिया है क्योंकि उनके पास प्रासंगिक अनुभव हैं। ये नागरिक सुरक्षा स्वयंसेवक बहुत ही साधारण बैकग्राउंड से आते हैं और अगर उन्हें अचानक हटा दिया गया तो यह उनके परिवारों को गंभीर वित्तीय संकट में डाल देगा। नागरिक सुरक्षा स्वयंसेवक महिला यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने और बसों में पाकेटमार और छेड़छाड़ की समस्या को रोकने के लिए बस मार्शल के रूप में काम कर रहे हैं.