AVN News Sports Desk, India vs England 5th Test: धर्मशाला में खेले गए पांचवें टेस्ट में टीम इंडिया ने इंग्लैंड को पारी और 64 रनों से हरा दिया. इसके साथ ही भारत की टीम ने पांच मैचों की टेस्ट सीरीज 4-1 से अपने नाम कर ली है. धर्मशाला में जीत के साथ ही इंडियन टीम ने 112 साल पुराने रिकॉर्ड की भी बराबरी कर ली. टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में सिर्फ चौथी बार ही ऐसा रिकॉर्ड बना है.
दरअसल, पांच मैचों की इस टेस्ट सीरीज के पहले टेस्ट में टीम इंडिया को हार का सामना करना पड़ा था. इसके बाद रोहित ब्रिगेड ने दमदार वापसी करते हुए बाकी चार मैच जीते हैं और सीरीज 4-1 से अपने नाम कर ली. टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में सिर्फ ऐसा चौथी बार ही हुआ है, जब किसी भी टीम ने पहला टेस्ट हारने के बाद लगातार चार टेस्ट मैच जीते हैं और सीरीज अपने नाम की है.
आप को बता दें कि ऑस्ट्रेलियाई टीम दो बार ऐसा कर चुकी है. वहीं इंग्लैंड की टीम ने एक बार ऐसा किया था. अब भारतीय टीम भी ऐसा करने वाली चौथी टीम बन गई है. टेस्ट क्रिकेट में आखिरी बार ऐसा 112 साल पहले ही हुआ था. इंग्लैंड ने 1912 में पहला टेस्ट हारने के बाद जबरदस्त वापसी करते हुए बाकी चार मैच जीते थे और सीरीज को अपने नाम की थी.
भारतीय टीम ने धर्मशाला में दर्ज की शानदार जीत
धर्मशाला टेस्ट में इंग्लिश टीम अपनी पहली पारी में सिर्फ 218 रनों पर धराशाई हो गई थी. भारत के लिए कुलदीप यादव ने पांच विकेट हासिल किया था . इसके बाद टीम इंडिया ने अपनी पहली पारी में 477 रनों का विशाल स्कोर खड़ा किया था. भारत के लिए रोहित शर्मा और शुभमन गिल ने शानदार शतक जड़े. वहीं सरफराज खान, यशस्वी जायसवाल और देवदत्त पडिक्कल ने भी अर्धशतक जड़े. इसके बाद दूसरी पारी में इंग्लैंड की टीम 195 रनों पर ऑलआउट हो गई थी. दूसरी पारी में भारत के लिए 100वा टेस्ट मैच खेल रहे रविचंद्रन अश्विन ने पांच विकेट झटके. इन्होंने पूरे मैच में 9 विकेट हासिल किया.
रोहित शर्मा और सुभमन गिल के शतक के बाद एंडरसन के 700 विकेट और बशीर का पंजा
भारतीय टीम पहली पारी में 477 रनों पर ऑलआउट हो गई, वो दूसरे दिन के खेल में महज 4 रन ही जोड़ पाई थी. वही इससे पहले इंग्लैंड की टीम अपनी पहली पारी में 218 रनों पर ही ढेर हो गई थी. फिर इंडियन टीम को 259 रनों की बढ़त मिली थी. इंडियन टीम ने दूसरे दिन (8 मार्च) स्टम्प तक भारत की टीम ने अपनी पहली पारी में आठ विकेट पर 473 रन बनाए थे. इंग्लैंड की ओर से शोएब बशीर को 5 विकेट झटके थे. वहीं मैच के तीसरे दिन जेम्स एंडरसन ने भी कुलदीप यादव को आउट कर अपने 700 विकेट हासिल कर एक नया रिकॉर्ड बनाया.
कुंबले का अश्विन ने तोड़ा रिकॉर्ड
रविचंद्रन अश्विन ने दूसरी पारी में जैसे ही 5 विकेट हासिल किया, उन्होंने ऐसा कारनामा टेस्ट मैच की पारी में 36वीं बार किया है. इस तरह से रविचंद्रन अश्विन भारत की ओर से टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा बार 5 विकेट हॉल झटकने वाले खिलाड़ी बन गए हैं. टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा बार 5 विकेट लेने का रिकॉर्ड अभी महान स्पिनर मुथैया मुरलीधरन के नाम है. उन्होंने 67 बार ऐसा कारनामा किया है. वहीं रविचंद्रन अश्विन ने सर रिचर्ड हेडली की भी बराबरी कर ली है, जिन्होंने 36 बार ऐसा कारनामा किया है. शेन वॉर्न ने टेस्ट क्रिकेट में पांच बार एक पारी में 37 बार ऐसा कारनामा किया है.

धर्मशाला टेस्ट में देवदत्त पडिक्कल का डेब्यू
इस मैच में भारतीय टीम की ओर से देवदत्त पडिक्कल का डेब्यू हुआ, उन्होंने 65 रनों की शानदार पारी खेली. भारतीय टीम की प्लेइंग इलेवन में दो बदलाव देखने को मिला था. चूंकि देवदत्त पडिक्कल का डेब्यू हुआ, ऐसे में मिडिल ऑर्डर बलेवाज रजत पाटीदार बाहर बैठे. वहीं आकाश दीप भी जसप्रीत बुमराह की वापसी की वजह से टीम से बाहर हुए हैं.

भारत Vs इंग्लैंड टेस्ट सीरीज में भारत की रही बादशाहत
1st टेस्ट: 25-29 जनवरी, हैदराबाद में (इंग्लैंड 28 रनों से जीता)
2nd टेस्ट: 2-6 फरवरी, विशाखापत्तनम में (भारत 106 रनों से जीता)
3rd टेस्ट: 15-19 फरवरी, राजकोट में (भारत 434 रनों से जीता)
4th टेस्ट मैच: 23-27 फरवरी, रांची में (भारत 5 विकेट से जीता)
5th टेस्ट: 7-11 मार्च, धर्मशाला में ( भारत पारी और 64 रनों से जीता)
* धर्मशाला टेस्ट 9 मार्च को ही खत्म हो गया ह
धर्मशाला टेस्ट के लिए भारत की प्लेइंग-11
रोहित शर्मा (कप्तान), यशस्वी जायसवाल, शुभमन गिल, देवदत्त पडिक्कल, रवींद्र जडेजा, सरफराज खान, ध्रुव जुरेल (विकेटकीपर), रविचंद्रन अश्विन, कुलदीप यादव, मोहम्मद सिराज और जसप्रीत बुमराह.
धर्मशाला टेस्ट में इंग्लैंड की प्लेइंग-11
जैक क्राउली, बेन डकेट, ओली पोप, जो रूट, जॉनी बेयरस्टो, बेन स्टोक्स (कप्तान), बेन फोक्स (विकेटकीपर), मार्क वुड, टॉम हार्टले, शोएब बशीर और जेम्स एंडरसन.