108 Feet Hanuman Statue in Karol Bagh: कई टीवी सिरियल और फिल्मों में हनुमान जी की 108 फ़ीट सबसे ऊंची हनुमान मूर्ति ऊची सिंदूरी रंग की विशाल मूर्ति और इसके पास से गुजरती मैट्रो की छवि को देखकर आप समझ जाते होंगे कि यह दिल्ली है। ये हुनामान मूर्ति और इसके पास से गुजरती मैट्रो धर्म और आधुनिकता को दर्शाती है। आज हम आपको करोल बाग और झंडेवालान के बीच बनी इस मूर्ति के बारे में दिलचस्प बातें बताने जा रहे हैं।
फिल्मों या टीवी सीरियल में दिल्ली के किसी हिस्से को दिखाने के लिए हनुमानजी की एक विशाल मूर्ति जरूर दिखाई जाती है। दरअसल, यह मूर्ति करोल बाग के हनुमान मंदिर की है। यूं तो देश में राम भक्त हनुमान की लाखों मूर्ति और लाखों मंदिर हैं, लेकिन करोल बाग में स्थित हनुमान मंदिर देश के सबसे मशहूर हनुमान मंदिरों में से एक है।
108 फ़ीट सबसे ऊंची हनुमान मूर्ति मंदिर का इतिहास:
ऐसा बताते हैं, कि इस जगह पर कभी एक छोटी हनुमान मूर्ति और भगवान शिव की धुना हुआ करती थी। एक बार स्वर्गीय महंत नाग बाबा सेवागीर जी महाराज वहां तपस्या कर रहे थे, तभी भगवान हनुमान जी उनके सामने प्रकट हुए। उन्होंने सपने में आकर उनसे अपनी एक बड़ी मूर्ति वहां स्थापित करने की इच्छा व्यक्त की। इस सपने को देखने के बाद, उन्होंने इस जगह पर हनुमान मंदिर का निर्माण करने का निर्णय लिया। ऐसे में यह मंदिर सन 1994 में बनना शुरू हुआ और इसे बनने में लगभग 13 साल लग गए।
मंगलवार और शनिवार को होती है सबसे ज्यादा भीड़:
मंगलवार और शनिवार को इस मंदिर में भक्तों की सबसे ज्यादा भीड़ देखने को मिलती है। हनुमान जयंती के दिन 108 फ़ीट (झंडेवालान) सबसे ऊंची हनुमान मूर्ति हनुमान मंदिर दिल्ली का सबसे व्यस्त मंदिर होता है। हनुमान जयंती ही नहीं, बल्कि अन्य त्योहार जैसे राम नवमी, शिवरात्रि, नवरात्रि और जन्माष्टमी भी इस मंदिर में भव्य तरीके से मनाए जाते हैं।
सुंदर वा अदभुत है मंदिर की वास्तुकला:
आज के समय में इस मंदिर को कला, इंजीनियरिंग और तकनीक का सुंदर वा अदभुत माना जाता है। इसमें जम्मू और कश्मीर (कटरा) में वैष्णो देवी की तरह ही एक गुफा भी है। इस गुफा में माता वैष्णो देवी की पिंडी है और गंगा नदी के रूप में यहां पानी बहता रहता है। मंदिर के प्रवेश द्वार एक राक्षस के खुले मुंह जैसा दिखता है। मूर्ति के चरणों के बगल में, देवी काली को समर्पित एक मंदिर भी बना हुआ है। हनुमान मंदिर में आने वाले भक्त काली मंदिर के दर्शन किए बिना नहीं लौटते।
श्रद्धालु लोग सुरसा की जीभ से मंदिर में प्रवेश करते हैं:
हनुमान जी की 108 फ़ीट सबसे ऊंची हनुमान मूर्ति ऊंची विशाल मूर्ति के चरणों में मंदिर का प्रवेश द्वार बना है, यहां सुरसा का राक्षसी का मुंह है और यही मंदिर में प्रवेश का रास्ता है. ऐसा मान्यता है कि हनुमान जी ने राक्षसी सुरसा को अपना विराट रूप दिखाया था और विराट दर्शन के बाद भगवान राक्षसी के मुख में छोटा सा रूप धारण कर प्रवेश कर गए थे. वैसे ही श्रद्धालु मंदिर में सुरसा की जीभ से होते हुए प्रवेश करते हैं. इसके अलावा ये भी कहा जाता है कि इस मंदिर का प्रवेश द्वार राक्षस का खुला हुआ मुंह है, जो कि मरते हुए राक्षस को दर्शता है.
मंगलवार और शनिवार देखने को मिलता है सुंदर नजारा:
मंगलवार और शनिवार को यहां भव्य आरती होती है। आरती के बीच में, हनुमान की भुजाएं , जो उनकी छाती पर आड़ी होती हैं, पीछे की ओर जाने लगती हैं। शाम की आरती के दौरान, बड़ी संख्या में भक्त हनुमान जी के इस सुंदर दृश्य को देखने के लिए जमा होते हैं। इस दौरान 108 फ़ीट मूर्ति के हाथ छाती को खोलते हैं और भक्तों को भगवान राम और माता सीता की मूर्तियों की झलक मिलती है।
दिल्ली की पहचान है यह 108 फ़ीट हनुमान जी की मूर्ति:
कुतुब मीनार, लाल किला और इंडिया गेट की तरह अब 108 फ़ीट हनुमान जी की विशाल मूर्ति दिल्ली की पहचान बन गई है। दिल्ली 6-,बैंड बाजा बारात, विक्की डोनर, पा और बजरंगी भाईजान जैसी कई सुपरहिट फिल्मों में यह मूर्ति दिखाया गया है।
दिल्ली का एंट्री शॉट पॉइंट बन गई 108 सबसे ऊंची हनुमान मूर्ति:
आज से 15 -16 साल पहले फिल्म मेकर राकेश ओमप्रकाश मेट्रो में सफर कर रहे थे, तभी उन्हें झंडेवालान मेट्रो स्टेशन के पास हनुमान जी की विशाल मूर्ति दिखाई दी। उन्होंने सबसे पहले 2009 में बनी फिल्म दिल्ली-6 में इसे दिखाया। और तब से कई फिल्मों और सीरियल में दिल्ली के एंट्री शॉट के रूप में इस मूर्ति को दिखाया जाने लगा। 108 फ़ीट हनुमान मूर्ति की यह जगह सीरियल और फिल्मों की शूटिंग का फेवरेट स्पॉट बन गई है।
ज्वाला जी मंदिर से लाई गई जल रही अखण्ड ज्योति:
इस मंदिर में जल रही अखण्ड ज्योति के बारे में कहा जाता है कि 30 सितंबर 2006 को ब्रह्मलीन नागाबाबा हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा के ज्वाला जी मंदिर से पवित्र अखण्ड ज्योति को इस हनुमान मंदिर में लेकर आए थे. इसके बाद से अभी तक ये ज्योति लगातार मंदिर में जल रही है. यहां हर साल 25 जनवरी के दिन मंदिर में भंडारा होता है. लोगो का ऐसा कहना हैं कि यहां दर्शन करने से पवनपुत्र हनुमान जी सभी के संकट को हर लेते है.
कैसे पहुंचे ये हनुमान मंदिर:
108 फ़ीट सबसे ऊंची हनुमान मूर्ति मंदिर करोल बाग़ मेट्रो स्टेशन और झंडेवाला मेट्रो स्टेशन के बीच में पड़ता है और इसके पास में ही नई दिल्ली रेलवे स्टेशन है। मंदिर तक जाने के लिए आप दोनों मेट्रो स्टेशन में से किसी एक पर उतर सकते है। वैसे सबसे नजदीक मेट्रो स्टेशन झंडेवालान का है। इस रूट के लिए आपको ब्लू लाइन मेट्रो लेनी होगी। अगर बस से सफर कर रहे हैं तो झंडेवालान बस स्टॉप उतरना होगा। यहां से आप प्राइवेट टैक्सी या ऑटो लेकर मंदिर तक पहुंच सकते है। ध्यान रहे, यह मंदिर सड़क के किनारे बना हुआ है , इसलिए यहां पार्किंग की सुविधा नहीं है।
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By: KP
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