AVN News Desk New Delhi: एनडीए में मोदी 3.0 सरकार के गठन के बाद से बीजेपी ने साफ कर दिया है कि वह अपने सहयोगियों के आगे नहीं झुकेगी. भाजपा ने अपने सहयोगी दलों को एक तरह से ये संदेश भी दे दिया है कि वह गठबंधन धर्म निभाएंगे, लेकिन सिर झुकाकर सरकार नहीं चलाएंगे. मंत्रिमंडल के बंटवारे में भाजपा का वर्चस्व तो दिखा ही दिया है. अब भारतीय जनता पार्टी ने लोकसभा स्पीकर के पद पर भी वीटो कर दिया है. अब इससे साफ है कि भाजपा स्पीकर पद से समझौता नहीं करना चाहती है. वही एनडीए सहयोगी दल को डिप्टी स्पीकर का पद मिल सकता है.
वही सूत्रों के मुताबिक, भाजपा लोकसभा स्पीकर का पद अपने पास रखेगी और डिप्टी स्पीकर का पद एनडीए की सहयोगी दल को देगी. वही पार्टी आलाकमान ने एनडीए के सहयोगियों और विपक्षी दलों से बातचीत कर आम राय बनाने की जिम्मेदारी पार्टी के वरिष्ठ नेता और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को सोपा है .
रविवार को राजनाथ के घर हुई थी बैठक
रविवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के घर संसद सत्र को लेकर एक बड़ी बैठक हुई थी. इस बैठक में भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, रेलवे मंत्री अश्विनी वैष्णव, किरण रिजिजू, जेडीयू नेता ललन सिंह, चिराग पासवान शामिल हुए थे. इस बैठक में 18वीं लोकसभा के पहले संसदीय सत्र और स्पीकर और डिप्टी स्पीकर के पद को लेकर एनडीए उम्मीदवार के लिए भी चर्चा किया गया था .
एनडीए में चुनौती बना हुआ है स्पीकर-डिप्टी स्पीकर का पद
लोकसभा चुनाव में जीतकर एनडीए ने सरकार तो बना ली है. और नरेंद्र मोदी तीसरी बार प्रधानमंत्री भी बन गए हैं और कैबिनेट में मंत्रियों को पोर्टफोलियो भी अब बंट चुका है. अब लोकसभा स्पीकर को लेकर चर्चा खूब तेज हो गई है. भाजपा और एनडीए (NDA) के लिए चुनौती बना हुआ है. वही पिछली सरकार में तो कोटा से भाजपा सांसद ओम बिड़ला ने स्पीकर की गद्दी संभाली थी, लेकिन मौजूदा सरकार में इस पद को लेकर अभी चर्चा जारी है.
संसद का विशेष सत्र 24 जून से शुरू हो सकता है
सूत्रों के मुताबिक संसद का 8 दिवसीय विशेष सत्र 3 जुलाई तक रहेगा. इस विशेष सत्र में 24 और 25 जून को नए सांसदों का शपथ ग्रहण समारोह हो सकता है, जबकि 26 जून को लोकसभा स्पीकर का चुनाव भी हो सकता है.
भाजपा के मंथन के बीच लोकसभा स्पीकर को लेकर विपक्षी नेताओं के बयानों ने अब खलबली मचा दी है. वही विपक्ष की ओर से यह भी कहा गया है कि अगर डिप्टी स्पीकर का पद उन्हें नहीं दिया जाता है तो वह स्पीकर पद के लिए भी अपना उम्मीदवार खड़ा कर सकते हैं. वही विपक्ष इसके लिए तैयारी भी कर रहा है.
लोकसभा चुनाव 2024 में ‘इंडिया’ ब्लॉक (विपक्ष) की सीटें बढ़ने के साथ ही 10 साल बाद सदन को विपक्ष का नेता भी मिलेगा. और साथ ही विपक्ष उपाध्यक्ष पद के चुनाव की भी उम्मीद कर रहा है. आप को बता दें कि पिछले पांच साल से उपाध्यक्ष का पद खाली है. 17वीं लोकसभा में पांच साल तक उपाध्यक्ष का पद रिक्त यानी खाली ही रहा. साथ ही यह दूसरी बार था जब सदन में कोई भी नेता प्रतिपक्ष नहीं था. आमतौर पर उपाध्यक्ष का पद विपक्ष को ही दिया जाता है. वही विपक्ष के एक नेता का कहना है कि वे इसके लिए सदन में दबाव बनाएंगे कि इस बार उपाध्यक्ष का पद खाली न छोड़ा जाए.
विपक्ष उतार सकता है अपना प्रत्याशी
वही सूत्रों की मानें तो अगर विपक्षी दलों को डिप्टी स्पीकर का पद नहीं दिया गया तो वे स्पीकर पद के लिए अपना उम्मीदवार खड़ा कर सकते हैं. वही इस संबंध में अंतिम निर्णय संसद सत्र शुरू होने से ठीक पहले ले लिया जाएगा.