Rahul Gandhi Resigns Wayanad Seat: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मंगलवार (18 जून) को केरल की वायनाड लोकसभा सीट से रिजाइन यानी इस्तीफा दे दिया है. वही लोकसभा सचिवालय की ओर से इसे लेकर नोटिफिकेशन जारी कर दिया गया है.
लोकसभा अध्यक्ष कार्यालय को दी थी सूचना
वही राहुल गांधी ने लोकसभा अध्यक्ष कार्यालय को रायबरेली लोकसभा सीट बरकरार रखने और वायनाड लोकसभा सीट छोड़ने की औपचारिक सूचना भी दी थी. इससे पहले सोमवार (17 जून) को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने वायनाड से प्रियंका गांधी की उम्मीदवारी की घोषणा की थी.
कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने सोमवार को कहा था कि वह वायनाड से उपचुनाव लड़ेंगी, लेकिन अमेठी और रायबरेली से उनका दशकों पुराना नाता बदुस्तर जारी रहेगा.
अगर प्रियंका गांधी वायनाड से चुनाव जीतती हैं तो गांधी परिवार के तीन सदस्य संसद में होंगे. राज्यसभा में सोनिया गांधी और लोकसभा में राहुल गांधी और प्रियंका गांधी.
उत्तर प्रदेश में खोई जमीन पा रही है कांग्रेस
कांग्रेस नेता राहुल गांधी की ओर से जीती हुई दो सीटों में से एक से इस्तीफा देने के बाद अब लोकसभा में कांग्रेस के सदस्यों की संख्या 98 हो गई है. वायनाड सीट 18वीं लोकसभा में उपचुनाव वाली पहली सीट होगी.
इस लोकसभा चुनाव के नतीजों को देखें तो कांग्रेस उत्तर प्रदेश में अपनी खोई ही हुई जमीन वापस आती नजर आ रही है. पार्टी के उत्तर प्रदेश (यूपी) में 17 सीटों पर चुनाव लड़ा, जिसमें से छह सीटों पर उनके उम्मीदवारों ने जीत दर्ज की.
उत्तर प्रदेश की रायबरेली लोकसभा सीट गांधी परिवार के गढ़ों में से एक है, जिसका लंबे समय तक प्रतिनिधित्व राहुल गांधी की मां यानी पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष और मौजूदा कांग्रेस संसदीय दल की नेता सोनिया गांधी ने किया था. गांधी परिवार ने अब तक रायबरेली में हुए 20 लोकसभा चुनावों में से 17 में जीत हासिल कर चुका है.
राहुल गांधी ने रायबरेली में बीजेपी के दिनेश प्रताप सिंह को 3 लाख 90 हजार 30 वोटों से तो वायनाड में सीपीआई उम्मीदवार एनी राजा को 3 लाख 64 हजार 422 वोटों से हराया था.
एक सांसद कम हुआ कांग्रेस का
वही कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा जीती गई दो सीटों में से एक से इस्तीफा देने के बाद, अब लोकसभा सदन में कांग्रेस की सीटों की संख्या अब 98 हो गई है। वायनाड सीट 18 वीं लोकसभा में पहली ऐसी सीट होगी जहां उपचुनाव कराया जायेगा। और कांग्रेस के फैसले के मुताबिक यहां पर चुनाव लड़कर जीत दर्ज करती हैं तो फिर से लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के सदस्यों की संख्या 99 हो जाएगी।
राहुल गांधी ने क्यों छोड़ा वायनाड
राहुल गांधी ने रायबरेली सीट से सांसद बने रहने का फैसला कर के कांग्रेस और गांधी परिवार की पारंपरिक सीट गंवाने का ख़तरा टाल दिया है। राहुल गांधी अगर रायबरेली की सीट छोड़ते तो यहां उपचुनाव होता। प्रियंका गांधी भले ही एक मजबूत दावेदार के तौर पर देखी जातीं हैं। लेकिन पारंपरिक सीट गंवाने का रिस्क बना रहता। लोकतंत्र में जनता जनार्दन होती है, और जब वह मन बदलती है तो दिग्गज से दिग्गज राजनेता को भी जमीन पर पटक देती है।