एवीएन न्यूज डेस्क पटना: पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव परिवार पर जमीन के बदले नौकरी घोटाला केस में आज दिल्ली के राउज एवेन्यू कोर्ट में सुनवाई होने वाली है। इससे पहले 2 नवंबर को सुनवाई हुई थी। इसमें आरोपी पक्ष की ओर से स्क्रूटनी करने के लिए समय की मांग की थी। कोर्ट ने 29 नवंबर की तारीख सुनवाई के लिए दी थी। इससे पहले यानी 2 नवंबर को इस केस में लालू-राबड़ी समेत सभी आरोपियों के पासपोर्ट अदालत में जमा करवाए गए थे। आज की सुनवाई में आरोपी पक्ष की ओर से पासपोर्ट वापस करने की अपील की जा सकती है। साथ ही आरोपी पक्ष की ओर से चार्जशीट का जवाब भी दिया जा सकता है।

दरअसल, जमीन के बदले नौकरी घोटाला केस में घोटाला केस में सीबीआई ने चार्जशीट दायर की थी। इसमें राष्ट्रीय जनता दल के सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव, पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव समेत 17 लोगों को आरोपी बनाया गया था। इसके बाद 16 अक्टूबर को सुनवाई में कोर्ट ने लालू परिवार को राहत दी थी। कोर्ट की तरफ से उन्हें हर सुनवाई में पेशी से छूट दी गई थी। कोर्ट ने तेजस्वी यादव को भी सरकारी दौरे पर विदेश जाने की अनुमति दे दी थी। वहीं, 50 हजार के निजी मुचलके पर कोर्ट ने लालू प्रसाद यादव, राबड़ी देवी और तेजस्वी यादव को जमानत दी थी।

आप को बताते हैं , क्या है जमीन के बदले नौकरी घोटाला?

रेल भर्ती से जुड़े एक और घोटाले का आरोप यूपीए सरकार में रेल मंत्री रहे पवन बंसल के भांजे विजय सिंगला पर भी लगा है। मामले में भी सीबीआई (CBI) ने विजय सिंगला समेत 10 के खिलाफ एफआईआर (FIR) दर्ज की है। इस मामले में विजय सिंगला पर मनी लॉन्ड्रिंग का भी आरोप है।

2004 से 2009 के बीच लालू प्रसाद यादव यूपीए सरकार में रेल मंत्री थे। और आरोप है कि लालू प्रसाद यादव के रेल मंत्री रहते हुए रेलवे भर्ती में घोटाला हुआ था। कहा जा रहा है कि नौकरी लगवाने के बदले आवेदकों से जमीन और प्लॉट लिए गए थे।
सीबीआई (CBI ) ने इस मामले में जांच के बाद लालू प्रसाद यादव और उनकी बेटी मीसा भारती के खिलाफ मामला दर्ज किया था। आरोप है कि जो जमीनें ली गईं वो पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी और मीसा भारती के नाम पर भी ली गईं थीं।

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