एवीएन न्यूज रूम नई दिल्ली: राजनीतिक गलियारों में इस तरह की चर्चाओं ने भी अब जोर पकड़ना शुरू हो गया है कि राजनीतिक तौर पर राहुल गांधी के सबसे करीबी माने जाने वाले अजय माकन की जोरदार वापसी होने वाला है। ऐसा इस लिए माना जा रहा है कि कोषाध्यक्ष के रूप में अजय माकन की एंट्री पार्टी में टीम राहुल गांधी को मजबूत करने की तैयारी है, जिसमें के सी वेणुगोपाल, जितेंद्र सिंह और रणदीप सिंह सुरजेवाला जैसे पदाधिकारी और बड़े नेता शामिल हैं.

कांग्रेस नेता अजय माकन को मिली नई जिमेदारी

कांग्रेस नेता और दिल्ली के पूर्व अध्यक्ष अजय माकन AICC के नए कोषाध्यक्ष होंगे. पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने इस नियुक्ति पर अब फाइनल मुहर लगा दी है. अजय माकन को यह जिम्मेदारी पूर्व मंत्री पवन कुमार बंसल की जगह सौंपी गई है. राहुल गांधी की मुहर और कई दिग्गजों को पीछे छोड़ते हुए आज अजय माकन कांग्रेस के कोषाध्यक्ष बने हैं. देश की सबसे पुरानी पार्टी में कोषाध्यक्ष का पद बेहद  प्रतिष्ठित पद माना जाता है. पार्टी के अंदरूनी सूत्रों का कहना है कि अजय माकन की मदद के लिए जल्द ही सह-कोषाध्यक्ष की नियुक्ति भी की जा सकती है.

प्रतिष्ठित कांग्रेस नेताओं की उस क्लब में शामिल हो गए

अजय माकन, प्रणब मुखर्जी, पंडित उमा शंकर दीक्षित, सीताराम केसरी, मोतीलाल वोरा और अहमद पटेल जैसे प्रतिष्ठित कांग्रेस नेताओं की उस क्लब में शामिल हो गए हैं, जिन्होंने कभी कांग्रेस के कोषाध्यक्ष के रूप में काम किया था. ऐसा माना जाता है कि कोषाध्यक्ष को कांग्रेस अध्यक्ष के बगल में और पार्टी संगठन के प्रभारी एआईसीसी महासचिव के बराबर का दर्जा और बैठाया जाता है. ऐसे समय में जब अहमद पटेल और मोतीलाल वोरा एआईसीसी कोषाध्यक्ष थे, तब संगठन के प्रभारी यानी AICC महासचिव का पद कोषाध्यक्ष के पास ही होता था.

राजनीतिक गलियारों में इस तरह की चर्चाओं ने भी अब जोर पकड़ ही लिया है कि राजनीतिक तौर पर राहुल गांधी की सबसे करीबी माने जाने वाले माकन जोरदार वापसी करेंगे. राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के पद पर बने रहने के लिए उनके विरोध और उसके बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी के प्रति शत्रुता ने उन्हें संकट में डाल दिया था. एक समय पर माकन प्रशांत किशोर को चुनाव रणनीतिकार और चुनाव प्रबंधन प्रमुख के रूप में पार्टी में शामिल करने के भी प्रबल समर्थक रहे थे.

नवंबर 2022 में कांग्रेस नेता अजय माकन ने पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को पत्र लिखकर राजस्थान के प्रभारी के रूप में जिम्मेदारी जारी रखने में असमर्थता जताई थी. लिहाजन उन्होंने राजस्थान का प्रभार पद भी छोड़ दिया था. अजय माकन ने इस कदम की वजह 25 सितंबर को हुए तब की राजनीतिक घटनाक्रम को बताया था. दरअसल, अजय माकन 25 सितंबर 2022 को मल्लिकार्जुन खड़गे के साथ जयपुर गए थे (तब खड़गे कांग्रेस के अध्यक्ष नहीं थे). उस दौरान गहलोत खेमे ने कांग्रेस विधायक दल की बैठक बुलाने से साफ इनकार कर दिया था. अजय माकन तब राजस्थान के कांग्रेस प्रभारी की जिम्मेदारी निभा रहे थे.

मल्लिकार्जुन खड़गे को सौंपा था राजस्थान प्रभारी पद से इस्तीफा

लिहाजन अजय माकन आग्रह करते रहे और लिखते रहे कि पर्यवेक्षकों का एक और समूह जयपुर भेजा जाना चाहिए. इस घटनाक्रम के बाद अजय माकन ने अपना विरोध प्रकट और स्पष्ट करते हुए इस्तीफा दे दिया था. अपने इस्तीफे में अजय माकन ने खड़गे को 25 सितंबर 2022 के घटनाक्रम के बारे में याद दिलाने के लिए एक भी शब्द नहीं कहा, लेकिन 137 साल पुरानी पार्टी के इतिहास में पहली बार एआईसीसी पर्यवेक्षक सीएलपी(CLP) बैठक आयोजित करने में विफल रहे थे.

जब कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए मिला था माकन को संदेश

दिलचस्प बात ये है कि कांग्रेस के भीतर या बाहर बहुत कम लोगों को पता है कि अजय माकन राहुल गांधी की अनौपचारिक पसंद थे, जब ठीक एक साल पहले अशोक गहलोत ने एआईसीसी (AICC) अध्यक्ष के रूप में चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया था, तब तक शशि थरूर भी मैदान में उतरे थे और दिग्विजय सिंह भी आगे आ चुके थे। लेकिन तब राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा भी उस दौरान पूरे जोर-शोर से चल रही थी. तब अजय माकन को एक विश्वसनीय संदेश मिला और उनसे अपना नामांकन  तैयार करने के लिए कहा गया था. हालांकि अजय माकन इस पर गंभीरता से विचार कर पाते, इससे पहले पूर्व अध्यक्षा सोनिया गांधी ने हस्तक्षेप किया और एके एंटनी से कहा कि वे दिग्विजय को अपनी उम्मीदवारी वापस लेने और मलिकार्जुन खड़गे को आगे बढ़ाने के लिए मनाएं. इस संदर्भ में अजय माकन की नियुक्ति उनके राजनीतिक कद और कौशल की स्वीकार्यता है. जिसे राहुल गांधी हमेशा महत्व देते हैं. अजय माकन कांग्रेस के दिवंगत नेता और ट्रेड यूनियन नेता ललित माकन के भाई है. ये वही ललित माकन हैं जिनकी हत्या खालिस्तानी उग्रवादियों ने कर दी थी. ऐसा माना जा रहा है कि कोषाध्यक्ष के रूप में अजय माकन की एंट्री पार्टी में टीम राहुल गांधी को मजबूत परदान करने की तैयारी है, जिसमें के सी वेणुगोपाल, जितेंद्र सिंह और रणदीप सिंह सुरजेवाला जैसे पदाधिकारी शामिल किए गए हैं.

कोषाध्यक्ष के लिए किन-किन नेताओं के नाम चर्चा में उठे थे?

कांग्रेस नेता अजय माकन ने पार्टी कोषाध्यक्ष के रूप में पूर्व मंत्री पवन बंसल की जगह ली है. बंसल को पूर्णकालिक सदस्य के रूप में कांग्रेस कार्य समिति में शामिल नहीं किया गया था, जिससे बदलाव का संकेत मिलना शुरू हो गया था. इसके बाद कांग्रेस नेता राजीव शुक्ला सहित कई बड़े नाम चर्चा में थे. सूत्रों का कहना है कि क्रिकेट में राजीव शुक्ला की भागीदारी के कारण उन्हें वह समय और समर्पण नहीं मिल पाएगा जो एआईसीसी (AICC) कोषाध्यक्ष के काम में मिलता है. इसी तरह कयास तो ये भी लगाए गए है कि मध्य प्रदेश कांग्रेस प्रमुख कमलनाथ को ये जिम्मेदारी दी जा सकती है, लेकिन कमलनाथ चुनावी राज्य मध्य प्रदेश में कांग्रेस के अभियान का नेतृत्व कर रहे हैं. अगर कांग्रेस सूबे में चुनाव जीतती है तो कमलनाथ मुख्यमंत्री बनने के लिए एक आदर्श विकल्प भी होंगे.

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