AVN News Desk: प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने तेलंगाना के पूर्व सीएम केसीआर की बेटी और बीआरएस नेता के कविता को शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया. प्रवर्तन निदेशालय (ईडी ) की टीम ने शुक्रवार को के कविता के हैदराबाद स्थित आवास पर छापा मारा था. इसके बाद ही उनकी गिरफ्तारी हुई है.जांच एजेंसी की कार्रवाई के दौरान ही केसीआर के बेटे और के कविता के भाई केटीआर भी उनके आवास पर पहुंच गए थे. इस दौरान ही उनकी ईडी के अफसरों के साथ तीखी बहस भी हुई थी. समाचार एजेंसी एएनआई ने इस बहस का एक वीडियो भी शेयर किया है.

प्रवर्तन निदेशालय
केटीआर

आजतक टीवी चैनल की रिपोर्ट के मुताबिक, केटीआर की टीम की ओर से जारी बयान में पीएम नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा गया है. केटीआर ने कहा, साल 1323 में अलाउद्दीन खिलजी की सेना ने छापा मारा और काकतीय सम्राट प्रताप रुद्र को पकड़ लिया और उन्हें दिल्ली ले गए थे. खिलजी की सेना ने विजय जुलूस निकाला था. ठीक 700 साल बाद 2024 में मोदी की सेना ने हैदराबाद पर आक्रमण किया और एमएलसी के कविता को पकड़ लिया और दिल्ली ले गए हैं. अब खिलजी के उत्तराधिकारी मोदी ने हैदराबाद में जुलूस भी निकाला है.

प्रवर्तन निदेशालय ने के कविता को किया गिरफ्तार

प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी ने दिल्ली के कथित शराब घोटाले में मनी लॉन्ड्रिंग मामले में के कविता को गिरफ्तार किया है. के कविता को हैदराबाद से दिल्ली लाया जा रहा है, जहां जांच एजेंसी उनसे पूछताछ करेगी.

दिल्ली के इस कथित शराब घोटाले में पूर्व उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और सांसद संजय सिंह के बाद ये तीसरी हाई प्रोफाइल गिरफ्तारी है. मनीष सिसोदिया और संजय सिंह आम आदमी पार्टी के नेता हैं और अभी जेल में बंद हैं. इसके अलावा इस मामले में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी जांच एजेंसी के घेरे में हैं.

प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी के मुताबिक, दिल्ली शराब नीति घोटाले में साउथ ग्रुप भी शामिल था, जिसमें के कविता ने एक अहम भूमिका निभाई थी. ईडी के मुताबिक, इस ग्रुप में हैदराबाद के व्यवसायी सरथ रेड्डी, वाईएसआर कांग्रेस सांसद मगुंटा श्रीनिवासुलु रेड्डी, उनके बेटे राघव मगुंटा रेड्डी भी शामिल थे.

 साउथ ग्रुप लॉबी से है लिंक

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) का दावा है कि के. कविता दिल्ली शराब कारोबारियों की “साउथ ग्रुप” लॉबी से जुड़ी हुई थीं. साउथ ग्रुप की दिल्ली सरकार की 2021-22 की एक्साइज पॉलिसी में बड़ी और एक अहम भूमिका रही थी.

आरोप यह है कि शराब घोटाले के आरोपी विजय नायर को कथित रूप से कम से कम 100 करोड़ रुपये की रिश्वत साउथ ग्रुप से ही मिली थी. साउथ ग्रुप ने ये रिश्वत आम आदमी पार्टी के नेताओं को देने के लिए उसे ही दी थी.

वही आखिरी पूछताछ में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी ) ने हैदराबाद के कारोबारी अरुण रामचंद्रन पिल्लई और के.कविता का आमना-सामना भी करवाया था. पिल्लई को इस मामले में गिरफ्तार किया जा चुका है. अरुण रामचंद्रन पिल्लई को के. कविता का करीबी माना जाता है.

हालांकि, यह है कि के. कविता ने तब भी दावा किया था कि उन्होंने कुछ भी गलत नहीं किया है. उन्होंने आरोप लगाया था कि केंद्र सरकार ईडी का “इस्तेमाल” कर रही है, क्योंकि भाजपा तेलंगाना में “बैकडोर से एंट्री” नहीं कर सकती है.

ऐसे फंसती गईं के. कविता

दिसंबर 2022 में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने आरोपी अमित अरोड़ा के रिमांड पेपर में दावा किया था कि आम आदमी पार्टी के नेताओं के लिए विजय नायर और दूसरे लोगों को साउथ ग्रुप ने 100  करोड़ की रिश्वत दी थी.

पिछले साल ही फरवरी में सीबीआई ने अकाउंटेंट बुचीबाबू गोरंतला को गिरफ्तार किया था.प्रवर्तन निदेशालय (ईडी ) ने भी बुचीबाबू से पूछताछ की थी और उसका बयान भी दर्ज किया था. माना जाता है कि बुचीबाबू के. कविता को अकाउंट संभाला करता था.

इसके बाद ही पिछले साल ही मार्च में प्रवर्तन निदेशालय ने अरुण रामचंद्रन पिल्लई को भी गिरफ्तार किया था. अरुण रामचंद्रन पिल्लई ने पूछताछ में बताया था कि के. कविता और आम आदमी पार्टी के बीच कोई समझौता हुआ था. इसके तहत ही 100 करोड़ रुपये का लेन-देन हुआ था, जिससे के. कविता की कंपनी “इंडोस्पिरिट्स” को दिल्ली के शराब कारोबार में एंट्री मिली थी.

अरुण रामचंद्रन पिल्लई ने ये भी बताया है कि एक मीटिंग हुई थी, जिसमें वो, विजय नायर , के. कविता और दिनेश अरोड़ा मौजूद थे. इस मीटिंग में दी गई रिश्वत की वसूली पर भी चर्चा हुई थी.

के. कविता और नायर की मुलाकात का भी जिक्र

प्रवर्तन निदेशालय के मुताबिक, पूछताछ में बुचीबाबू ने बताया था कि के. कविता, दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल और पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया के बीच राजनीतिक भी समझ थी.
उसने ये भी बताया था कि के. कविता ने 19 से 20 मार्च 2021 को विजय नायर से भी मुलाकात की थी.

विजय नायर को कथित शराब घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय( ईडी ) और सीबीआई, दोनों गिरफ्तार कर चुकी है. आरोप यह है कि 100 करोड़ की रिश्वत विजय नायर को ही दी गई थी.

प्रवर्तन निदेशालय
बीआरएस नेता के कविता

साउथ ग्रुप का मतलब क्या?

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी ) के मुताबिक, “साउथ ग्रुप ” में दक्षिण के राजनेताओं, कारोबारियों और नौकरशाहों का एक ग्रुप है.

इस ग्रुप में वही सरथ रेड्डी (अरबिंदो फार्मा के प्रमोटर), एम. श्रीनिवासुलु रेड्डी (वाईएसर कांग्रेस के लोकसभा सांसद), ओर उनके बेटे राघव मगुंटा और के. कविता भी शामिल थे.

इस ग्रुप का प्रतिनिधित्व अरुण पिल्लई, अभिषेक बोइनपल्ली और बुचीबाबू ने किया था. तीनों को ही शराब घोटाले में पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है.

क्या है दिल्ली का कथित शराब घोटाला?

17 नवंबर 2021 को दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने एक्साइज पॉलिसी 2021-22 को लागू किया था. नई पॉलिसी के तहत ही, शराब कारोबार से सरकार बाहर आ गई और सारी दुकानें निजी हाथों में चली गईं थीं.
दिल्ली सरकार का दावा था कि नई शराब नीति से माफिया राज खत्म होगा और सरकार के रेवेन्यू में बहुत बढ़ोतरी होगी. हालांकि ये नीति शुरू से ही विवादों में ही घिरी रही है और जब बवाल ज्यादा बढ़ गया तो 28 जुलाई 2022 को सरकार ने इसे रद्द कर दिया था.

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