CA कोर्स में आरक्षण क्यों नहीं दिया जाता है? और CA क्या करता है? – जानिए विस्तार से..
CA क्या करता है?
चार्टर्ड अकांउटेंट यानि कि CA एक प्रोफेशनल पद होता हैं जो एक वित्तीय मागदर्शक, वित्तीय सलाहकार होता हैं
बैंक ऑडिटिंग, बिजनेस अकाउंटिंग, टैक्स प्लैनिंग, वित्तीय सेक्टर की देखरेख, टैक्स रिटर्न फ़ाइल करना, बैलेंस शीट बनाना, इत्यादि बेहद ही वित्तीय जटिलता भरे परन्तु अत्यधिक ज़रूरी और विश्वनीय प्रोफेशनल कार्य करने वाला व्यक्ति जिसका नाम The Institute of Chartered Accountants of India में लिस्टिंग होता हैं, यह एक वैध चार्टर्ड अकांउटेंट होता हैं।
आखिर क्यों अलग हैं एक चार्टर्ड अकाउंटेंट (CA) की पढ़ाई बाकी प्रोफेशनल पढ़ाई से?
Institute of Chartered Accountants of India (ICAI) भारतीय सनदी लेखागार संग्रेह जो कि एक भारत का एक राष्ट्रीय पेशेवर लेखा निकाय हैं (National Professional Accounting Body)।
ICAI एक सांविधानिक निकाय (Statutory Body) हैं जो कि Chartered Accountant Act 1949 के अंतर्गत स्थापित किया गया हैं। एक मान्यता प्राप्त निकाय जो संसद के द्वारा अनंतिम संसद (Provisional Parliament) के अंतर्गत स्थापित हैं ताकि चार्टर्ड अकाउंटेंसी (CA) को भारत में एक विनिमियत रूप में स्थापित किया जा सके।
चार्टर्ड अकांउटेंसी (CA) का प्रोफेशन मात्र भारत में ही नहीं बल्कि संपूर्ण विश्व में विख्यात हैं और साथ ही यह एक ऐसा प्रोफेशनल कोर्स हैं जो हर देश में अधिनियम के अतंर्गत आता हैं।
लाइंसेंस युक्त ICAI के ही अंतर्गत रहते हुए एक प्रोफेशनल चार्टर्ड अकाउंटेंट (CA) वित्तीय ऑडिट कर सकता हैं और अकांउटेंसी के प्रोफेशन को एक वैध एवं नियमित रूप के अंतर्गत कार्य कर सकता हैं।
अकाउंटिंग स्टैंडर्ड अथवा लेखा मानक, जिसका वैध रूप से हर कंपनी को अनुसरण करना होता हैं National Advisory Committee on Accounting Standard के अंतर्गत आता हैं।
भारतीय सरकार, स्टैंडर्ड ऑडिट,भारतीय रिजर्व बैंक, भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) के साथ वित्तीय स्टैंडर्ड बनाती यह निकाय संग्रेह किसी संस्थान या विश्वविद्यालय में चलने वाले प्रोफेशनल कोर्सेज से स्वयं को बेहद ही अलग बतलाता हैं और शायद यह न्याय पूर्वक भी हैं।
CA कोर्स में आरक्षण क्यों नही दिया जाता हैं?
CA कोर्स को करने के लिऐ आरक्षण इसलिए नही दिया जाता हैं क्योंकि इस कोर्स के लिए किसी कॉलेज या विश्वविद्यालय में नियमित कक्षाएं नहीं लगती हैं और न ही किसी प्रकार सीटों की संख्या निर्धारित की जाती है। CA कोर्स को करने के लिए अपने आपको रजिस्टर करवाना होता है, और कोर्स को पूरा करना होता है। जैसे सरकारी स्कूल में सामान्यत किसी आरक्षण की आवश्यकता नहीं होती, क्योंकि सबके लिए एडमिशन के दरवाजे सामान्य रूप से खुला होता हैं। आप दाखिला लो और परीक्षाएं पास करो। परीक्षा पास करने के लिए स्कूल, कॉलेज की परीक्षा में सभी के लिए एक ही जैसे नियम हैं। 33% या 40% जो भी चार्टर्ड अकाउंटेंट्स (CA) के एक समूह ने पिछड़ी जातियों और अल्पसंख्यक के लिए CA पाठ्यक्रम के अंतर्गत आरक्षण प्रणाली शुरू करने के लिए आवेदन प्रस्तुत किया।
जानकारी के अनुसार, यह प्रस्ताव जनहित याचिका के तहत भारत के सर्वोच्च न्यायालय में भी प्रस्तुत किया गया था।
यह प्रस्ताव भारत की केन्द्र सरकार को भी प्रस्तुत किया गया है।
CA कोर्स में ऐसी कोई आरक्षण प्रणाली नहीं है। कोई भी व्यक्ति केवल योग्यता के आधार पर इसका सदस्य बन सकता है, यही इसकी सबसे अच्छी बात है।
आईसीएआई (ICAI) कोई सरकारी संस्था नहीं है, बल्कि इसकी स्थापना संसद के एक विशेष अधिनियम के तहत की गई है। इसलिए आरक्षण की बाध्यता CA कोर्स के लिऐ लागू नहीं होती।
ICAI अलग-अलग श्रेणी के छात्रों के लिए अलग-अलग फीस में छूट देता है। किसी भी SC, ST या OBC छात्र के लिए पास होने का मानदंड सामान्य छात्र के समान ही होगा और यही एकमात्र कारण है कि केवल योग्य उम्मीदवार ही परीक्षा उत्तीर्ण करते हैं।
CA कोर्स के लिए किसी आरक्षण की आवश्यकता नहीं है क्योंकि अन्य कोर्सों के मुक़ाबले आपको भारी मौद्रिक निवेश की आवश्यकता नहीं है जो आमतौर पर समाज के सामाजिक रूप से पिछड़े और आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के लिए एक झटका है। चार्टर्ड अकाउंटेंट (CA) बनने के लिए आपको बस अपना समय निवेश करना है, और अपने अंदर बेहतर बनने और हर दिन कुछ नया सीखने का जोश रखना होगा।
|| मुझे उम्मीद है की आपको आर्टिकल / यह लेख ” CA कोर्स में आरक्षण क्यों नहीं दिया जाता है? और CA क्या करता है? – जानिए विस्तार से ca-courses-me-aarakshan-kyo-nahi-diya-jata-hai ” जरुर पसंद आई होगी। हमारी हमेशा से यही कोशिश रहती है की रीडर को CA के विषय में पूरी सही जानकारी प्रदान की जाये ।|
Note:
अगर आपको आर्टिकल अच्छा लगा हो तो इसे आपने सोशल मीडिया पर जरूर शेयर करें। इस आलेख को पढ़ने के लिए धन्यवाद। avnnews.in में दोबारा विजिट करते रहें…..
By: KP
Edited by: KP