Mehandipur Balaji Temple : मेहंदीपुर बालाजी मंदिर राजस्थान के दौसा जिले में स्थित एक प्रसिद्ध मंदिर है, जो भगवान हनुमान जी को समर्पित है। इसे बालाजी के नाम से भी जाना जाता है। हर साल, कई भक्त यहां बुरी आत्माओं से मुक्ति पाने के लिए आते हैं। मंदिर के सामने एक सियाराम का भी मंदिर है, जिसमें उनकी सुंदर मूर्ति स्थापित है।
मेहंदीपुर बालाजी की कहानी
इस मंदिर में आने वाले भक्त विशेष प्रसाद चढ़ाते हैं। बूंदी के लड्डू बालाजी को और उड़द की दाल व चावल भैरव बाबा को अर्पित किए जाते हैं। शनिवार और मंगलवार को मंदिर में विशेष भीड़ होती है, क्योंकि ये हनुमान जी के विशेष दिन माने जाते हैं।
प्रेतराज और भैरव बाबा की पूजा
मेहंदीपुर बालाजी मंदिर में मुख्य रूप से हनुमान जी की पूजा होती है, इसके साथ ही प्रेतराज और भैरव बाबा की भी पूजा की जाती है। मान्यता है कि इस मंदिर में बालाजी की मूर्ति अपने आप प्रकट हुई थी। कहा जाता है कि यहां हनुमान जी की लीलाएं प्रारंभ हुई थीं, जिसके कारण इस स्थान को मेहंदीपुर बालाजी कहा जाता है। भक्तों का विश्वास है कि इस मंदिर में आने से भूत-प्रेत की परेशानियों से छुटकारा मिलता है।
मेहंदीपुर बालाजी मंदिर का इतिहास
मेहंदीपुर बालाजी मंदिर का इतिहास लगभग 1000 साल पुराना है। मान्यता है कि यह स्थान पहले घने जंगल से भरा हुआ था। यहां के महंत जी के पूर्वजों ने बालाजी की पूजा शुरू की। एक दिन हनुमान जी ने महंत जी को सपने में दर्शन दिए और अपनी सेवा का आग्रह किया, जिसके बाद से यहां पूजा का सिलसिला शुरू हुआ।
यह मंदिर न केवल आस्था का केंद्र है, बल्कि एक दिलचस्प इतिहास और मान्यताओं का भी प्रतीक है।