AVN News Desk New Delhi: लोकसभा चुनावों का पारा आज कल बहुत चढ़ा हुआ है। और इसी कड़ी में राजनितिक दलों और नेताओं की भी जुबानी जंग जारी है। वही इलेक्शन कमीशन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बांसवाड़ा में दिए गए बयान की जांच शुरू कर दी है। पीएम नरेंद्र मोदी ने राजस्थान के बांसवाड़ा में कहा था कि अगर कांग्रेस सत्ता में आई तो लोगों की संपत्ति को ज्यादा बच्चे वालों में बांट देगी। साथ ही पीएम नरेंद्र मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की उस टिप्पणी का भी जिक्र किया था, और जिसमें उन्होंने कहा था कि देश के संसाधनों पर पहला अधिकार अल्पसंख्यकों का है।
प्रधानमंत्री के इस बयान के खिलाफ कांग्रेस और CPI-M ने चुनाव आयोग में अलग-अलग शिकायतें दर्ज कराई थीं। कांग्रेस पार्टी ने इलेक्शन कमीशन से अपील की थी कि पीएम नरेंद्र मोदी के ‘संपत्ति का बंटवारा’ वाले बयान पर एक्शन लें। कांग्रेस पार्टी ने इस बयान को विभाजनकारी, दुर्भावना से भरा और समुदाय विशेष को टारगेट करने वाला बताया था।
वहीं, CPI(M) के जनरल सेक्रेटरी सीताराम येचुरी ने भी एक पोस्ट में इलेक्शन कमीशन से अपील की थी कि इस शिकायत पर ध्यान दें और पीएम नरेंद्र मोदी और बीजेपी के खिलाफ एक्शन लें। उन्होंने इस मामले में FIR दर्ज की जाने की भी मांग की थी।
इलेक्शन कमीशन (EC) ने प्रधानमंत्री की स्पीच के खिलाफ जांच शुरू की:बांसवाड़ा में कहा था- कांग्रेस आई तो आपकी संपत्ति ज्यादा बच्चे वालों में बांट देगी
पीएम नरेंद्र मोदी के इस बयान के खिलाफ कांग्रेस और CPI-M ने चुनाव आयोग में अलग-अलग शिकायतें दर्ज कराई थीं।
प्रधानमंत्री के इस बयान के खिलाफ कांग्रेस पार्टी और CPI-M ने चुनाव आयोग में अलग-अलग शिकायतें दर्ज कराई थीं। कांग्रेस ने इलेक्शन कमीशन से अपील की थी कि पीएम मोदी के ‘संपत्ति का बंटवारा’ वाले बयान पर एक्शन लें। कांग्रेस ने इस बयान को विभाजनकारी, दुर्भावना से भरा और समुदाय विशेष को टारगेट करने वाला बताया था।
लोकसभा चुनाव में बांसवाड़ा में पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा था – कांग्रेस आपका सोना-चांदी हड़पना चाहती है
राजस्थान के बांसवाड़ा में रविवार को पीएम मोदी ने कहा- अगर कांग्रेस की सरकार बनेगी तो हरेक की प्रॉपर्टी का सर्वे किया जाएगा। हमारी बहनों के पास सोना कितना है, इसकी जांच की जाएंगी और चांदी का हिसाब लगाया जाएगा।
मेरी माताओं-बहनों की जिंदगी में सोना सिर्फ शो करने के लिए नहीं होता है। उसके स्वाभिमान से जुड़ा हुआ है। उसका मंगलसूत्र सोने की कीमत का मुद्दा नहीं है, उसके जीवन के सपनों से जुड़ा है, और उसे छीनने की बात कर रहे हो अपने घोषणा-पत्र में।
वही पहले जब उनकी सरकार थी, तब उन्होंने कहा था देश की संपत्ति पर पहला अधिकार मुसलमानों का है। इसका मतलब ये है कि संपत्ति इकट्ठी करके किसको बांटेंगे, जिनके ज्यादा बच्चे हैं, उनको बांटेंगे, और घुसपैठियों को बांटेंगे। क्या आपकी मेहनत की कमाई का पैसा घुसपैठियों को दिया जाएगा। आपको मंजूर है ये।
मल्लिकार्जुन खड़गे ने मोदी से मिलने का समय भी मांगा, बोले- मैनिफेस्टो समझाना है
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने 22 अप्रैल को प्रधानमंत्री से मिलने का समय मांगा। उन्होंने कहा, ‘पीएम हमारे मैनिफेस्टो को सही से समझ नहीं पाए हैं। उनसे मिलकर उन्हें मैनिफेस्टो समझाना है।’ कांग्रेस ने बीजेपी के खिलाफ चुनाव आयोग में 17 शिकायतें भी कीं।
कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा है कि मैनिफेस्टो की प्रतियां हमारे पार्टी नेताओं और लोकसभा उम्मीदवारों की तरफ से प्रधानमंत्री को भेजी जाएंगी। कांग्रेस पार्टी ने ये भी कहा है कि पार्टी चुनाव आयोग में एक लाख लोगों के दस्तखत कराकर एक याचिका भी दायर करेगी।
बीजेपी, कांग्रेस मैनिफेस्टो को मुस्लिम लीग का मैनिफेस्टो बता रही, जनगणना का जिक्र कर रही
दरअसल, बीजेपी, कांग्रेस मैनिफेस्टो को मुस्लिम लीग का मैनिफेस्टो बता रही है। साथ ही उसके घोषणा पत्र के पेज नंबर 7 पर हिस्सेदारी न्याय के तहत, पहले पॉइंट का जिक्र कर रही है।
वही इसमें कहा गया है कि कांग्रेस राष्ट्रव्यापी आर्थिक-सामाजिक जाति जनगणना करवाएगी। इसके माध्यम से कांग्रेस जातियों, उपजातियों और उनकी आर्थिक-सामाजिक स्थिति का पता लगाएगी। पीएम के मंगलसूत्र और संपत्ति बांटने के बयानों को इसी से जोड़कर देखा जा रहा है।