एवीएन न्यूज़ डेस्क नई दिल्ली: पड़ोसी देश नेपाल में शुक्रवार रात भूकंप के बहुत तेज झटके महसूस किए गए। रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 6.4 मापी गई है। भूकंप का केंद्र जाजरकोट जिले में जमीन के नीचे लगभग 10 किलोमीटर की गहराई में ही था।
पश्चिमी नेपाल में भीषण भूकंप से अब तक 70 लोगों की मौत हो चुकी है और सैकड़ों लोग गम्भीर रूप से घायल हुए हैं। भूकंप से कई घर टूट गए हैं। नेपाली अधिकारियों ने पुष्टि की है कि रुकुम पश्चिम में 36 भी लोगों की मौत हो हुई है, वहीं जाजरकोट जिले में अब तक 34 लोगों की जान चली गई है। भूकंप के बाद से रेस्क्यू फोर्स बचाव अभियान में जुटी है। आप को बता दें, शुक्रवार रात करीब 11.30 बजे नेपाल के पश्चिमी इलाके में भूकंप के बहुत तेज झटके महसूस किए गए। रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 6.4 मापी गई है।
40 सेकंड तक लगे इस झटके से नेपाल के राष्ट्रीय भूकंप मापन केंद्र के अधिकारियों के अनुसार, रात 11.47 बजे जोरदार भूकंप आया, जिसका केंद्र जाजरकोट में जमीन के नीचे लगभग 10 किलोमीटर की गहराई में था। भूकंप का असर भारत और चीन में भी महसूस किया गया है। भारत में भी करीब 40 सेकंड तक भूकंप झटके महसूस किए गए हैं।
काठमांडू में सड़कों पर डरे सहमे इधर उधर भागते दिखे लोग
वहीं, नेपाल की राजधानी काठमांडू और आसपास के इलाकों में भूकंप का बहुत तेज झटका महसूस किया गया। जाजरकोट काठमांडू से लगभग 500 किलोमीटर पश्चिम में है। भूकंप का झटका महसूस होते ही काठमांडू में लोग अपने घरों से बाहर निकल आए। इस दौरान लोग सड़कों पर डरे सहमे ईधर उधर भागते दिखे।
नेपाल के प्रधानमंत्री प्रचंड ने जान-माल के नुकसान पर दुख जताया
नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल प्रचंड ने भूकंप के कारण जान-माल के नुकसान पर बेहद दुख व्यक्त किया है। नेपाल के PMO ने ट्वीट किया है कि, प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल ने शुक्रवार रात 11.47 बजे जाजरकोट के रामीडांडा में आए भूकंप से हुई मानवीय और घरों की क्षति पर गहरा दुख व्यक्त किया है। घायलों के तत्काल अस्पताल में इलाज के लिए ओर बचाव और राहत के लिए सभी तीन सुरक्षा एजेंसियों को लगाया गया है।
कहां कितनी हुईं मौतें?
मीडिया रिपोर्ट में बताया जा रहा है कि भूकंप के कारण ज्यादातर लोगों की मौत रुकुम पश्चिम और जाजरकोट में हुई है. मृतकों की जानकारी रुकुम पश्चिम के डीएसपी (DSP) नामराज भट्टराई और जाजरकोट के डीएसपी (DSP) संतोष रोक्का ने दी है. नेपाल में आए भूकंप में मरने वालों की संख्या लगभग 129 तक पहुंच गई है. प्रधानमंत्री के निजी सचिवालय के मुताबिक, जाजरकोट भूकंप में लगभग 92 लोगों की मौत हो गई है और 55 लोग घायल भी हो गए हैं.
वहीं, रुकुम वेस्ट में 36 लोगों की मौत हो गई और 85 से भी ज्यादा लोग घायल हो गए.
दिल्ली-एनसीआर में मची भी अफरा-तफरी
नेपाल में तबाही मचाने वाले भूकंप की तीव्रता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि उसका असर दिल्ली-एनसीआर समेत पूरे उत्तर भारत में देखा गया है. बिहार के पटना और मध्य प्रदेश के भोपाल तक भूकंप के हल्के झटके महसूस किए गए हैं. दिल्ली-एनसीआर में लोग अपने -अपने घरों से बाहर निकल आए और हाईराइज बिल्डिंग में रहने वाले लोगों में अफरा-तफरी देखी गई. दरअसल, बीते हर महीने लगभग एक बार दिल्ली-एनसीआर में भूकंप के झटके लग ही रहा हैं.
2015 में आया था 7.8 तीव्रता का बहुत शक्तिशाली भूकंप
आप को बता दें, हिमालयी देश नेपाल में भूकंप आना ये आम बात है। वर्ष 2015 में 7.8 तीव्रता के बहुत ही शक्तिशाली भूकंप ने पूरे देश का हिलाकर रख दिया था, जिसमें 12,000 से अधिक लोगों की मौत हुई थी और हजारों घर गिर गए थे।