संसद का विशेष सत्र (Special Session) : आज से शुरू हो गया है. ऐसे में लोकसभा में आज उस वक्त विरोध और हंगामा की स्थिति पैदा हो गई जब तय समय से पहले ही राष्ट्रगान बज गया. चूंकि राष्ट्रगान गलत समय पर बजा था, इसलिए उसे पूरा होने से पहले ही रोक दिया गया था. इसे लेकर विपक्षी सांसदों ने विरोध जताया था.
दरअसल उस समय सुबह के 11 नहीं बजे थे और न ही लोकसभा स्पीकर ओम बिरला अपने आसन पर बैठे थे. इसके साथ ही सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले ही राष्ट्रगान शुरू हो गया और उस समय सदन में मौजूद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी समेत लोक सभा के सभी सांसद सम्मान में खड़े हो गए. लेकिन राष्ट्रगान गलती से बज गया था इसलिए इसे बीच में रोक दिया गया . इसपर बड़ा विवाद खड़ा हो गया.
विपक्ष के सांसदों ने जताया विरोध
लोकसभा में सोमवार को राष्ट्रगान को अचानक रोक दिए जाने पर विपक्षी दलों ने विरोध जताया, जिसके बाद लोक सभा अध्यक्ष ओम बिड़ला को हस्तक्षेप करना पड़ा. अध्यक्ष ने उत्तेजित विपक्षी सदस्यों को शांत करते हुए कहा कि कभी-कभी तकनीकी खामियां भी हो जाती हैं.
इस मामले की जांच की जाएगी
इसके बाद कांग्रेस पार्टी के सदन के नेता अधीर रंजन को शोरगुल के बीच अध्यक्ष से यह कहते हुए सुना गया, ‘जब आपका अपमान किया जाता है तो हमें अच्छा नहीं लगता.’ इसपर ओम बिड़ला ने सदस्यों को आश्वासन दिया कि इस मामले की जांच की जाएगी. कांग्रेस नेता गौरव गोगोई और बसपा के दानिश अली उन विपक्षी दल के नेताओं में शामिल थे, जिन्होंने ओम बिड़ला के लोकसभा कक्ष में प्रवेश करने से पहले राष्ट्रगान बजाने पर आपत्ति जताई थी.
क्या है परंपरा लोक सभा मैं राष्ट्रगान ?
इसके बाद जब सदन का माहौल थोड़ा शांत हुआ तो पूरा राष्ट्रगान बजाया गया. आपको बता दें कि संसद के नए सत्र की शुरुआत में सदन में राष्ट्रगान – ‘जन, गण, मन अधिनायक …’ बजाया जाता है. वहीं सत्र का समापन राष्ट्रीय गीत ‘वंदे मातरम’ के वादन के साथ ही होता है. आप को बताते चलें कि सत्र की शुरुआत में स्पीकर के आने के बाद राष्ट्रगान होता है और फिर चर्चा शुरू होती है. लेकिन आज टेक्निकल खामी की वजह से बोले या जान बूझकर मगर आज राष्ट्रगान स्पीकर के आने से पहले ही बज गया था.