Maha Kumbh Stampede: महाकुंभ में भगदड़ से करीब 10 से ज्यादा लोगों की मौत होने की आशंका जताई जा रही है. प्रयागराज में जबरदस्त भीड़ के बीच मची इस भगदड़ में कई लोग घायल भी हुए हैं. हादसा दूसरे अमृत स्नान पर्व मौनी अमावस्या से पहले हुआ है.
महाकुंभ में भगदड़ की घटना और बचाव कार्यों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद नजरें बना रखी हैं. पिछले दो घंटे में पीएम मोदी तीन बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से बात कर चुके हैं. विशेष सतर्कता बरती जा रही है. पहले अखाड़ा परिषद ने अमृत स्नान रद्द करने का ऐलान किया था. हालांकि, अब अखाड़ा परिषद ने कहा है कि भीड़ छंटने के बाद अखाड़े स्नान के लिए जाएंगे.
वही लोगों को संगम क्षेत्र से बाहर निकालने के लिए सभी बैरिकैडिंग हटा दी गई है. हालांकि, अब भी संगम तट पर लोगों का खूब तांता लगा हुआ है. भगदड़ के बाद भी लोग किसी भी तरह से संगम तट की तरफ जाने की कोशिश में जुटे हुए हैं. सभी साधु-संत लोगों से संगम तट न जाने की अपील कर रहे हैं.
बता दें कि 13 जनवरी से शुरू हुए महाकुंभ में अब तक करीब करीब 20 करोड़ लोग गंगा में डुबकी लगा चुके हैं. वही आज यानी बुधवार को मौनी अमावस्या पर ही 10 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालुओं के पहुंचने की उम्मीद जताया गया है.
आखाड़ा परिषद का ऐलान- भीड़ छंटने के बाद स्नान के लिए जाएंगेे अखाड़े
अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रवींद्र पुरी ने ऐलान किया है कि अखाड़ा अब स्नान के लिये जाएंगे. भीड़ छंटने के बाद अब स्नान के लिए जाया जाएगा. वही अखाड़े रथ के साथ स्नान करेंगे, हालांकि थोड़ी कमी भी होगी.
महाकुंभ में लोगों को अनुशासित रहना होगा- बाबा रामदेव
योग गुरु बाबा रामदेव ने कहा,’दुखद घटना है. प्रार्थना की है. सांकेतिक और शांति से स्नान किया है. महोत्सव के रूप में स्नान नहीं किया है. लोगों को अनुशासित रहना होगा.