Lung Cancer Myth : सिगरेट पीने वालों को फेफड़ों का कैंसर होता है, यह बात हम अक्सर सुनते हैं। लेकिन यह पूरी तरह से सच नहीं है। कई शोधों में पाया गया है कि स्मोकिंग न करने वालों को भी लंग कैंसर का खतरा होता है। यह एक गंभीर बीमारी है, जिससे हर साल लाखों लोगों की मौत हो जाती है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि आमतौर पर लंग कैंसर का खतरा 65 साल की उम्र के बाद अधिक होता है, लेकिन आजकल 45 साल से कम उम्र के लोग भी इसकी चपेट में आ रहे हैं।
इसके कई कारण हैं। सबसे बड़ा कारण इस बीमारी से जुड़े कुछ मिथक हैं, जिनसे लोग लंग कैंसर को सही तरह से नहीं समझ पाते और बाद में समस्या बढ़ जाती है। इसलिए इस लेख के जरिए हम आपको बताते हैं लंग कैंसर से जुड़ी वो जरूरी बातें जो आपके लिए जानना जरूरी है.
Lung Cancer Myth
जानिए फेफड़ों के कैंसर से जुड़े कुछ मिथ और फैक्ट्स…
Myth 1: सिर्फ स्मोकिंग करने वालों को ही लंग कैंसर होता है।
Fact: हेल्थ एक्सपर्ट्स का कहना है कि सिगरेट पीना यानी स्मोकिंग Lung cancer का एक प्रमुख कारण है, लेकिन केवल इसी वजह से फेफड़ों का कैंसर होता है, यह सही नहीं है। पॉल्यूशन, सेकेंड हैंड धूम्रपान, और फैमिली हिस्ट्री वाले लोगों में भी इसका खतरा देखा गया है।
Myth 2: लंग कैंसर होने पर मौत होना
Fact: Lung cancer बेहद खतरनाक है, लेकिन समय पर पहचान और इलाज से इसे ठीक किया जा सकता है और अच्छी ज़िंदगी जी जा सकती है। समय पर इलाज करने पर पुरुषों में 5 साल तक जीवित रहने की दर 18% और महिलाओं में 25% है। इसलिए हेल्थ एक्सपर्ट्स फेफड़ों को स्वस्थ रखने और इसके लक्षणों पर ध्यान देने की सलाह देते हैं।
Myth 3: उम्र की वजह से
Fact: अमेरिकन कैंसर सोसाइटी के एक्सपर्ट्स का कहना है कि लंग कैंसर का खतरा ज्यादातर 65 साल से ज्यादा उम्र वालों में होता है, लेकिन अब कम उम्र वाले भी इसकी चपेट में आ रहे हैं। इसलिए यह मानना गलत है कि फेफड़ों का कैंसर सिर्फ ज्यादा उम्र में ही होता है। कम उम्र से ही सावधानी बरतना और बचाव के उपाय करना जरूरी है।
Myth 4: फेफड़ों के कैंसर में जिंदा रह पाना संभव नहीं है।
Fact: हेल्थ एक्सपर्ट्स का कहना है कि लाइफस्टाइल और खानपान को बेहतर बनाकर फेफड़ों के कैंसर समेत कई गंभीर बीमारियों से बचा जा सकता है। ताजे फल, सब्जियां, और साबुत अनाज खाने से और सही तरीके से सांस लेने से खुद को हेल्दी बनाया जा सकता है। एंटी-ऑक्सीडेंट्स और एंटीकैंसर गुणों वाले फल खाने से भी कैंसर का खतरा कम किया जा सकता है।
Disclaimer : यहाँ दी गई जानकारी केवल मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है और किसी भी निर्णय को लेने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह से जरूर ले।