Christmas Day Facts :क्रिसमस, ईसाई धर्म का एक महत्वपूर्ण त्यौहार है, जो हर साल 25 दिसंबर को मनाया जाता है। यह दिन ईसा मसीह के जन्म का प्रतीक है। हालांकि यीशु का जन्म कब हुआ था, इसकी कोई सही तारीख नहीं मालूम, लेकिन रोमन कैथोलिक चर्च ने 25 दिसंबर को इसे मनाने का निर्णय लिया था। आज ये दुनिया भर में बड़े धूमधाम से मनाया जाता है। आज हम इस लेख के जरिए क्रिसमस से संबंधित कुछ फैक्ट्स के बारे में जानेंगे।
क्रिसमस त्यौहार फैक्ट्स
1. क्रिसमस ट्री की शुरुआत प्राचीन मिस्र और रोम से हुई थी क्रिसमस ट्री का चलन बहुत पुराना है, जो प्राचीन मिस्र और रोम से जुड़ा हुआ है। वे सदाबहार पेड़ों, जैसे देवदार या चीड़ के पेड़, और फूलों से सजावट करते थे। आधुनिक क्रिसमस ट्री की परंपरा 16वीं सदी में जर्मनी से शुरू हुई थी। पहले इन पेड़ों को फलों और सूखे मेवों से सजाया जाता था, जबकि आजकल इनमें रंग-बिरंगी लाइट्स और अन्य सजावट होती हैं।
2. ‘Xmas’ शब्द का मतलब है क्रिसमस आपने कई बार ‘Xmas’ शब्द देखा होगा, लेकिन क्या आप जानते हैं कि इसका अर्थ क्या है? ‘Xmas’ शब्द का उपयोग 16वीं सदी में शुरू हुआ था, जिसमें ‘X’ ग्रीक अक्षर ‘ची’ से लिया गया है, जो ‘क्राइस्ट’ (ईसा मसीह) का प्रतीक है। इस तरह, ‘Xmas’ का अर्थ होता है ‘क्रिसमस’।
3. सैंटा क्लॉज का नाम पहले सिंटरक्लास था सैंटा क्लॉज, बच्चों के लिए उपहार देने वाला एक प्रसिद्ध किरदार है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि सैंटा क्लॉज का असली नाम पहले ‘सिंटरक्लास’ था? यह नाम डच भाषा से आया है, और यह संत निकोलस पर आधारित था। संत निकोलस गरीबों और बच्चों के लिए गुपचुप उपहार देने के लिए प्रसिद्ध थे, और धीरे-धीरे उनकी कहानी से सैंटा क्लॉज का रूप विकसित हुआ।
4. सैंटा क्लॉज के कपड़े पहले लाल नहीं थे सैंटा क्लॉज के कपड़े लाल रंग के नहीं थे। पहले वे हरे, नीले या बैंगनी रंग के कपड़े पहनते थे। यह रंग उनके चरित्र के साथ मेल खाते थे। लेकिन कोका कोला के विज्ञापन में सैंटा को लाल रंग के कपड़े पहनते हुए दिखाया गया, और तब से उनका पहनावा हमेशा लाल रंग का हो गया।
5. रुडोल्फ अकेला नहीं होता है रुडोल्फ, वह प्रसिद्ध लाल नाक वाला रेनडियर, जो सैंटा की स्लेज खींचता है, अकेला नहीं होता। वास्तव में, रुडोल्फ के साथ और आठ रेनडियर होते हैं – क्यूपिड, डांसर, विक्सेन, डंडर, कॉमेट, डैशर, प्रांसर और ब्लिक्सम, जो मिलकर स्लेज को खींचते हैं।
6. जीसस के जन्म के समय अद्भुत उपहार मिले थे जब यीशु का जन्म हुआ, तो आकाश में एक चमकीला तारा दिखा, जिसे देखकर तीन बुद्धिमान राजा उनके पास उपहार लाए थे। उन्होंने सोना, लोबान और मिर्च का तेल यीशु को भेंट किया था। यह उपहार यीशु की दिव्यता और महत्व को दर्शाते थे।
7. क्रिसमस रीथ का अर्थ प्रेम और अनन्त जीवन है क्रिसमस रीथ यानी फूलों का गोलाकार गुच्छा, प्रेम और अनन्त जीवन का प्रतीक होता है। इसे कांटों के ताज से जोड़ा जाता है, जो यीशु ने अपनी मृत्यु से पहले पहना था। इसके रंग – लाल (यीशु के रक्त का प्रतीक), हरा (जीवन का प्रतीक) और सोने का रंग (रॉयल्टी और प्रकाश का प्रतीक) इसे और भी खास बनाते हैं। इसके सदाबहार पत्ते सर्दियों के अंधेरे दिनों में भी जीवन और निरंतरता का संकेत देते हैं।