न्यू दिल्ली : देश की राजधानी दिल्ली में इस साल भी पटाखों के जलाने और बेचने पर रहेगा हर साल की तरह इस साल भी प्रतिबन्ध . दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने इसका ऐलान करते हुए कहा है कि ‘मुख्यमंत्री ने निर्णय लिया है कि सर्दियों में सभी पटाखों की बिक्री, और जलाने पर प्रतिबन्ध रहेगा.’ उन्होंने बताया कि दिल्ली पुलिस को पटाखों से सम्बंधित लाइसेंस नहीं देने के निर्देश जारी किए गए है.

पर्यावरण मंत्री गोपाल राय की पड़ोसी राज्यों से अपील

दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने बताया कि दिल्ली पुलिस को पटाखों से सम्बंधित लाइसेंस नहीं देने के निर्देश जारी किए गए हैं. “उन्होंने NCR शासित राज्यों से पटाखों का लाइसेंस नहीं देने की अपील भी की. गोपाल राय ने कहा, ‘धार्मिक आस्थाओं को मनाया जाए और लोगों की ज़िंदगी को भी बचाया जाए. दिल्ली वाले दिए के साथ ही दिवाली मनाते हैं. ज़िन्दगी बचाने के लिए सामूहिक प्रयास भी ज़रूरी हैं. दिए जलाएंगे और दिवाली मनाएंगे.’
उन्होंने और कहा कि दिल्ली के प्रदूषण वाले हॉटस्पॉट पर मॉनिटरिंग शुरू कर दी गई है और विंटर एक्शन प्लान लागू किया जाएगा.” आपको बता दें कि पिछले साल भी दिल्ली में पटाखे पर प्रतिबंधित था.

बिगड़ जाती है दिल्ली में हवा की गुणवत्ता
दरअसल अक्टूबर के महीने से दिल्ली की हवा खराब होने लगती है. इसके दो मुख्य कारण हैं. पहला तो ये कि अक्टूबर से मौसम बदलने लगता है और हवा मैं नमी आने लगता है. तापमान गिर जाता है और हवा की स्पीड पर भी काफी असर पड़ता है. दूसरा इसी मौसम में दिल्ली के आसपास के राज्यों में किसान अपने खेतों मैं पराली भी जलाना शुरू करते हैं. इससे प्रदूषण और बढ़ता है. दिवाली में पटाखे फोड़ने से हालात और बहुत खराब हो जाते हैं. दिल्ली में सदर बाजार, चांदनी चौक, लक्ष्मी नगर, कोटला, रोहिणी, आदि बाजार मुख्य रूप से पटाखों के कारोबार के मुख्य केंद्र हैं.पटाखों के बैन से लोगों के रोजगार पर भी बुरा असर पड़ा है. मगर लोगों की जान और हैल्थ भी ज़रूरी है, दिल्ली सरकार और भारत सरकार को इसके बारे में ध्यान देना चाहिए और जो पटाखे के रोजगार से जुड़े लोग और मजदूरों के मदद के लिए कुछ क़दम उठाए जाना चाहिए.

