एवीएन न्यूज रूम नई दिल्ली: राजस्थान में विधानसभा चुनाव की तैयारियां का बिगुल बजना शुरू हो गई हैं। इस चुनाव में चुनाव आयोग राजस्थान में पहली बार सीनियर सिटीजन वोटर्स को घर से वोट डालने की सुविधा भी उपलब्ध कराई जाएगी।
राजस्थान में पहली बार बुजुर्ग-दिव्यांग घर से डाल सकेंगे वोट: CEC बोले- राजनीति दलों को बताना होगा कि- क्रिमिनल को टिकट क्यों दिया है?
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर चुनाव आयोग की तैयारियों के बारे में जानकारी दी है।
राजस्थान में विधानसभा चुनाव की तैयारियां अब शुरू हो गई हैं। इस चुनाव में चुनाव आयोग राजस्थान में पहली बार सीनियर सिटीजन वोटर्स को घर से वोट डालने की सुविधा भी देगा।
इसके साथ ही राजनीति में अपराधियों यानी के अपराध मैं सामिल नेता के प्रवेश को रोकने के लिए एक नया कदम उठाया गया है, इसके तहत राजनीतिक दलों को अखबार में स्पष्टीकरण देना होगा कि उन्होंने क्रिमिनल बैकग्राउंड वाले व्यक्ति को टिकट क्यों दिया है?
मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार ने रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा है कि चुनाव आयोग के मुताबिक राजस्थान में 80 साल से ऊपर के 11.8 लाख मतदाता हैं। वहीं 100 साल से ऊपर के भी 18,462 मतदाता हैं। इन्हें और 40% से ज्यादा विकलांगता वालों को वोट फ्रॉम होम यानी वो सब घर से वोट डालने की सुविधा दी जाएगी। चुनाव का नोटिफिकेशन जारी होने के बाद 5 दिन के अंदर अंदर वोट फॉर होम की सुविधा पाने वाले मतदाताओं को फॉर्म भरना होगा। इसके बाद चुनाव आयोग उनके घर से ही वोट डालने की व्यवस्था करेगा।
घर बैठे कर सकेंगे मतदान
दिव्यांग और बुजुर्ग मतदाता घर बैठे कर सकेंगे मतदान,राजस्थान में पहली बार 17 लाख वोटर्स के घर जाएंगी पोलिंग पार्टी के लोग।
राजस्थान के अगले विधानसभा चुनावों में करीब 17 लाख दिव्यांग और 80 वर्ष से अधिक उम्र के बुजुर्ग लोग घर बैठे मतदान कर सकेंगे। विभाग ने हाल ही सम्पन्न हुए सरदार शहर,राजसमंद, धरियावद, सुजानगढ़ और वल्लभनगर विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव में एक प्रयोग करके देखा था।
राजस्थान मैं महिला : 2.51 करोड़
पुरुष की संख्या : 2.73 करोड़
ट्रांस जेंडर : 604
दिव्यांग की संख्या : 5.61लाख
80 वर्ष से अधिक उम्र के बुजुर्ग मतदाता 11.8 लाख
100 साल के अधिक मतदाता की संख्या 18462
फर्स्ट टाइम वोट डालने वाले युवा 21.9 लाख
पोस्टल बैलेट से वोट डालने वाले की संख्या 1.41 लाख