Maharashtra Assembly Elections 2024: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी (BJP) और महा विकास अघाड़ी (MVA) ने रविवार को अपने-अपने घोषणापत्र जारी कर दिए हैं. भाजपा ने जहां महिलाओं के लिए 2100 रुपये प्रतिमाह का वादा किया है तो वहीं महा विकास अघाड़ी ने ‘महालक्ष्मी स्कीम’ के तहत 3000 रुपये प्रतिमाह की घोषणा की है. दोनों दलों ने ही किसानों के लिए कर्जमाफी का ऐलान किया है. आइए अब जानते हैं भाजपा और महा विकास अघाड़ी के घोषणापत्रों की बड़ी बातें क्या क्या हैं.
भाजपा के संकल्प पत्र में क्या-क्या?
1. लाड़की बहिन योजना के तहत सभी महिलाओं को 2100 रुपये प्रतिमाह दिए जाने का वादा.
2. किसानों का कर्ज माफ करेंगे और सम्मान राशि को बढ़ाकर 15000 किए जाने का वादा.
3. वृद्धावस्था पेंशन 1500 रुपये से बढ़ाकर 2100 रुपये करने का वादा.
4. 10 लाख विद्यार्थियों को 10,000 रुपये मासिक समर्थन राशि दी जाएगी और 25 लाख रोजगार के नए अवसर पैदा किए जाएंगे.
5. आंगनबाड़ी और आशा सेवकों को 15,000 रुपये मासिक मानदेय मिलेगा.
6. 2027 तक महाराष्ट्र में 50 लाख ‘लखपति दीदी’ बनाने का भी लक्ष्य.
7. अक्षय अन्न योजना के तहत गरीब परिवारों को हर महीने मुफ्त राशन भी मिलेगा.
महा विकास अघाड़ी के घोषणापत्र में क्या-क्या?
1. “महालक्ष्मी स्कीम” के तहत महिलाओं को हर महीने 3000 रुपये दिए जाने का वादा.
2. महिलाओं को बसों में फ्री यात्रा की सुविधा भी मिलेगी.
3. 500 रुपये में गैस सिलेंडर दिया जाएगा. साल में 6 सिलेंडर मिलेंगे.
4. किसानों का 3 लाख रुपये तक का कर्ज भी माफ किए जाने का वादा .
5. सत्ता में आए तो महाराष्ट्र में जातिगत जनगणना भी कराई जाएगी.
6. आरक्षण की सीमा को 50 फीसदी से ज्यादा करने की भी योजना
महाराष्ट्र में 20 नवंबर को होगा चुनाव
महाराष्ट्र की 288 विधानसभा सीटों के लिए 20 नवंबर को वोट (मतदान) डाले जाएंगे और नतीजे 23 नवंबर को घोषित किए जाएंगे. पिछले चुनाव में भाजपा (BJP) को 105, शिवसेना को 56, एनसीपी को 54 और कांग्रेस को 44 सीटें मिली थीं. हालांकि, चुनाव के बाद शिवसेना एनडीए (NDA) से अलग हो गई और उसने एनसीपी-कांग्रेस के साथ मिलकर सरकार बना ली थी. शिवसेना के उद्धव ठाकरे मुख्यमंत्री बने थे.
जून 2022 में शिवसेना में आंतरिक कलह हो गई थी. इसके बाद एकनाथ शिंदे ने पार्टी के 40 विधायकों को तोड़ दिया और शिवसेना अलग कर दिया था. एकनाथ शिंदे और भारतीय जनता पार्टी (BJP) के समर्थन से मुख्यमंत्री बन गए थे. फ़िलहाल अभी शिवसेना दो गुटों में बंट चुकी है. शरद पवार की एनसीपी में भी दो गुट- शरद पवार और अजित पवार में बंट गई है.