Haryana Assembly Elections: हरियाणा विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस ने उम्मीदवारों की अपनी पहली सूची जारी कर दी है. वही इस लिस्ट में 31 उम्मीदवारों के नाम हैं. वही पार्टी ने रेसलर विनेश फोगाट को जुलाना विधान सभा से मैदान में उतारा है. पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा को गढ़ी सांपला-किलोई, राव दान सिंह को महेंद्रगढ़, आफताब अहमद को नूंह, उदय भान को होडल और बादली से मौजूदा विधायक कुलदीप वत्स को टिकट फिर से दिया गया है.
अब दिलचस्प हुआ जुलाना का मुकाबला
वही जुलाना विधानसभा से कांग्रेस ने रेसलर विनेश फोगाट को मैदान में उतारा है. ऐसे में विनेश फोगाट के मैदान में आ जाने से मुकाबला काफी दिलचस्प हो गया है. यहां से 2019 में जजपा के नेता अमर जीत डांडा ने चुनाव लड़ा था और 61942 वोट से जीत हासिल किए थे और बीजेपी को 37749 वोट मिले थे और जजपा ने 24193 वोटों से एक शानदार जीत हासिल की थी.
जजपा ने 2019 में विधानसभा का अपने क़िस्मत का ताला खोलने का काम किया था और साढ़े चार साल बीजेपी के साथ गठबंधन में खूब राज किया और जजपा के नेता दुष्यंत चौटाला उप मुख्यमंत्री भी बने.
जुलाना विधानसभा में अब मजबूत हुई कांग्रेस
अब जुलाना विधानसभा से कांग्रेस पार्टी अब मजबूत दिखाई दे रही है. वही पार्टी ने जुलाना विधानसभा क्षेत्र से ओलंपिक खिलाड़ी विनेश फोगाट को मैदान में उतारा है. 2024 पेरिस ओलंपिक के फाइनल मुकाबले में विनेश फोगाट 100 ग्राम वजन ज्यादा होने की वजह से डिसक्वालिफाई हो गई थीं. जब से विनेश फोगाट भारत लौटीं तो दिल्ली एयरपोर्ट पर सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने उनका खूब जोरदार स्वागत किया था और गुरुग्राम के बादली तक उनके साथ आए थे.
विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया ने आज थामा कांग्रेस का हाथ
आप को बता दें कि पहलवान विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया ने आज ही कांग्रेस का दामन थामा है. विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से उनके 10, राजाजी मार्ग स्थित आवास पर मुलाकात की है. और इसके बाद वे कांग्रेस पार्टी महासचिव प्रभारी संगठन केसी वेणुगोपाल, एआईसीसी महासचिव प्रभारी हरियाणा दीपक बाबरिया, हरियाणा कांग्रेस प्रमुख उदय भान और कांग्रेस के मीडिया एवं प्रचार विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा की मौजूदगी में एआईसीसी (AICC) मुख्यालय में कांग्रेस पार्टी में शामिल हुए हैं.
कांग्रेस पार्टी में शामिल होने के बाद क्या बोलीं महीला पहलवान विनेश फोगाट?
वही पार्टी में शामिल होने के बाद विनेश फोगाट ने कहा था कि भाजपा (बीजेपी) बृजभूषण शरण सिंह का समर्थन कर रही थी, जबकि कांग्रेस ने दिल्ली में “सड़कों पर घसीटे जाने” के दौरान विरोध करने वाले पहलवानों का समर्थन किया था. उन्होंने कहा है कि मैं देश के लोगों और मीडिया का शुक्रिया अदा करती हूं, आपने मेरी रेसलिंग जर्नी के दौरान मेरा साथ खूब दिया है. और मैं कांग्रेस पार्टी का शुक्रिया अदा करती हूं, कठिन समय आपको बताता है कि आपके साथ कौन है. जब हमें सड़कों पर घसीटा गया, तो भाजपा को छोड़कर सभी दल हमारे साथ खड़े हुए थे. मैं एक नई पारी शुरू कर रही हूं, मैं चाहती हूं कि खिलाड़ियों को वह सब न सहना पड़े, जिससे हमें गुजरना पड़ा है. उन्होंने कहा है कि हम डरेंगे नहीं और पीछे नहीं हटेंगे. और हमारा कोर्ट केस चल रहा है, और हम उसमें भी जीतेंगे.
‘हम महिलाओं के लिए स्वस्थ राजनीति करेंगे’
विनेश फोगाट के भाई हरविंदर फोगाट ने कहा, ‘सड़क से लेकर मैट तक संघर्ष जारी रहेगा. यह संघर्ष राजनीति में भी जारी रहेगा. खेलों में महिलाओं की सुरक्षा के लिए विनेश फोगाट की राजनीति में एंट्री हुई है. कांग्रेस ने टिकट देकर उनका सम्मान किया है. जुलाना से उन्हें टिकट देना कांग्रेस का फैसला है. हमने इसकी विशेष रूप से इच्छा नहीं दिखाई थी.’
उन्होंने कहा, ‘अनिल विज हमारे खेल मंत्री थे. उन्होंने खेलों को ज्यादा नुकसान पहुंचाया है. उनका बयान मीडिया में धारणा बनाने के लिए था. जब मेरी बहन ओलंपिक से आई तो बीजेपी का कोई नेता उसे लेने नहीं आया. हम महिलाओं, किसानों और गरीबों के लिए स्वस्थ राजनीति करेंगे.’
हरियाणा विधानसभा चुनाव के पहली लिस्ट में 12 जाट उम्मीदवार
कांग्रेस ने 28 मौजूदा विधायकों को टिकट दिया. जेजेपी से आए विधायक रामकरण को शाहबाद से टिकट दिया गया है. वही लाडवा में मेवा सिंह सीएम नायब सिंह सैनी के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे. कांग्रेस पार्टी की पहली लिस्ट में 12 जाट, 8 एससी, 4 ओबीसी, 2 ब्राह्मण, 3 मुस्लिम, 1 पंजाबी और 1 सिख उम्मीदवार को टिकट दिया गया है.
कांग्रेस ने बगावत की संभावनाओं पर लगाई रोक
गुरुग्राम लोकसभा की तीनों विधानसभा सीटों पर कांग्रेस ने 2019 में जीत दर्ज की थी. नूंह से आफताब अहमद ने तो वहीं पुन्हाना से मोहम्मद इलियास ने और फिरोजपुर झिरका विधानसभा सीट से ममम खा इंजीनियर ने जीत दर्ज की थी.
कांग्रेस की 31 सीटें बताती हैं कि उन्होंने ये तय किया है कि बीजेपी की तरह कांग्रेस में बगावत नहीं हो सकती. सुरेंद्र पवार, राव दान सिंह और धर्म सिंह छौक्कर के खिलाफ ईडी की कार्रवाई चल रही है. फिर भी कांग्रेस ने उन्हें उम्मीदवार बनाया है. वही सोनीपत से विधायक सुरेंद्र पवार तो जेल में हैं. लेकिन कांग्रेस ने उन्हें जेल से ही चुनाव लड़वाने का फैसला लिया है.