गिद्धौर/जमुई। संवादाता बिक्की कुमार की रिर्पोट। लोक आस्था के महापर्व छठ की शुरुआत आज से ठीक 6 दिन बाद नहाय खाय के साथ हो जाएगा। लेकिन प्रखंड क्षेत्र की नदियों के दर्जनों घाटों पर अभी तक गंदगी का अंबार लगा हुआ है। जिसकी सुध लेने वाला कोई भी नही।
गिद्धौर प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न पंचायतों में बहने वाली नदियों की नहीं हुई सफाई
बता दें कि छठ पूजा को नियम–निष्ठा के साथ सम्पन्न करने को लेकर साफ–सफाई की तैयारियों में श्रद्धालु अभी से ही जुटे हुए हैं, तो वहीं दूसरी ओर प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न पंचायतों से होकर बहने वाली उलाई, आंजन, नागी, नकटी नदियों के सभी छठ घाटों पर साफ सफाई को लेकर अबतक स्थानीय प्रशासन के पदाधिकारियों द्वारा कोई भी कारगार पहल नहीं किया गया है। आस्था के इस महाकुंभ कहे जानेवाले छठ पर्व को लेकर जनप्रतिनिधि भी फिलहाल गंभीर नहीं नजर आ रहे। पर्व से जुड़े विधि व्यवस्था को लेकर तमाम छठ घाटों की स्थिति बद से बदतर है। गिद्धौर के दुर्गा मंदिर घाट, कलाली घाट, रानी बगीचा घाट, धोबिया घाट, महुली मुसहरी घाट, छतरपुर घाट सहित कई नदी घाटों पर कचड़े का अंबार साफ देखा जा रहा है। स्थानीय प्रशासन द्वारा छठ पर्व पर नदी घाटों के साफ सफाई को लेकर कोई विशेष ध्यान नहीं दिया जा रहा है। न तो जन प्रतिनिधि ही पर्व को लेकर सजग व गंभीर दिख रहे हैं। ओर ऐसा प्रतीत होता है कि इस बार के छठ पूजा में इस ईलाके के तमाम छठ व्रतियों को कूड़े कचरे व गंदगी के ढेर से ही होकर भगवान सूर्य भास्कर को अर्ध्य देना होगा।