Gidhaur/Jamui : फेस अटेंडेंस बंद करने, समान काम के बदले समान वेतन लागू करने, पाँच महीनों से बंद वेतन को अविलंब शुरू करने, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की मूलभूत सुविधा की व्यवस्था सीएचओ का कैडर का निर्माण कर के नियमतिकरण करने की मांगों को लेकर 40 दिनों से जारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर स्वास्थ्यकर्मियों ने शुक्रवार को गिद्धौर में दिग्विजय सिंह सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के समक्ष जमकर नारे बाजी किया और अपना विरोध किया और कोल्ड चेन एवं ओपीडी बंद किया। कर्मियों ने जारी फेस अटेंडेंस के आदेश के बारे मे बात करने की गुजारिश सरकार से की और कहा कि हमलोग मजबूर होकर काम को बाधित कर रहे हैं।

फेस अटेंडेंस बंद करने काम के बदले समान वेतन लागू हो

वहीं प्रदर्शन सभा को सम्बोधित करते हुए महासंघ (गोपगुट) के जिलाध्यक्ष हेतराम मीना ने कहा कि नीतीशमोदी की डबल इंजन की सरकार प्रदेश में स्वास्थ विभाग में दोहरी नीति लागू कर रही है। जहाँ नियमित और ठेका मानदेय पर बहाल कर्मियों के साथ भेदभाव किया जाता है। संविदा पर बहाल स्वास्थ्यकर्मियों को फेस अटेंडेंस का नियम के तहत अटेंडेंस लिया जाता है, वहीं नियमित बहाल एएनएम कर्मियों को फेस अटेंडेंस से अलग रखना सरासर गलत है। संघ की संयोजक रानी कुमारी ने कहा कि संविदा पर बहाल एएनएम जहां जमीनी स्तर पर ग्रामीण क्षेत्रों में काम करती हैं वहीं जमुई के भौगोलिक बनावट के कारण नेटवर्क नहीं रहने से फेस अटेंडेंस बनाने में भारी दिक्कत का सामना करना पड़ता है, तो दूसरी तरफ प्राथमिकता स्वास्थ्य केन्द्र पर मूलभूत सुविधाओं का घोर अभाव है। पाँच महीनों से वेतन बंद है। हमें विभाग द्वारा पुलिस की सहायता लेकर डराया जा रहा है। सरकार की नजरें वैसे समस्याओं पर नहीं जाती है, सिर्फ कर्मी विरोधी फरमान जारी करते है। मौके पर महावीर यादव, ज्योति कुमारी, अमृता रानी, सुमन कुमारी, सीता कुमारी, दीपाली कुमारी, निशा कुमारी, आरजु विनिता सहित अन्य लोग उपस्थित थे।

फेस अटेंडेंस

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